Kaal Sarp Dosh: इस जगह पर दूर होते हैं कालसर्प दोष, नाग पंचमी पर पूजा के लिए ये रहा पूरा ट्रैवल प्लान
Kaal Sarp Dosh: महाराष्ट्र के नासिक जिले में त्र्यंबकेश्वर मंदिर कालसर्प पूजा करने के लिए सबसे बढ़िया मंदिर है। त्र्यंबकेश्वर मंदिर को शक्तिपीठ माना जाता है और इसकी गिनती 12 ज्योतिर्लिंगों में होती है।
Kaal Sarp Dosh: इस जगह पर दूर होते हैं कालसर्प दोष।
Kaal Sarp Dosh: ज्योतिष शास्त्र में कालसर्प दोष (Kaal Sarp Dosh) को सबसे चिंताजनक दोषों में से एक माना जाता है। कुल 12 कालसर्प दोष होते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कालसर्प (Kaal Sarp) दोष व्यक्ति के पिछले कर्मों का परिणाम होता है। कालसर्प दोष तब बनता है, जब कुंडली में राहु और केतु एक तरफ मौजूद हों और बाकी सभी ग्रह उनके बीच में हों। आपकी जन्म कुंडली में इस दोष की उपस्थिति करियर, स्वास्थ्य, विवाह, प्रेम और रिश्ते से संबंधित जीवन के विभिन्न हिस्सों में समस्याएं, बाधाएं और देरी पैदा करती है। इतना ही नहीं बल्कि कई बार ये जान के लिए खतरा भी बन जाता है।
महाराष्ट्र के नासिक जिले में त्र्यंबकेश्वर मंदिर (Trimbakeshwar Mandir) कालसर्प पूजा (Kaal Sarp Puja) करने के लिए सबसे बढ़िया मंदिर है। त्र्यंबकेश्वर मंदिर (Trimbakeshwar Temple) को शक्तिपीठ माना जाता है और इसकी गिनती 12 ज्योतिर्लिंगों में होती है। कालसर्प दोष मुख्य रूप से नकारात्मक ऊर्जाओं से जुड़ा होता है जो किसी जीवित प्राणी की शारीरिक और मानसिक स्थिति को प्रभावित करता है। कालसर्प पूजा वैदिक शांति शास्त्र के अनुसार की जानी चाहिए।आप नाग पंचमी (Nag Panchami 2023) के दिन कालसर्प दोष की पूजा (Kaal Sarp Dosh Puja) करवा सकते हैं। आज इसी को लेकर हम आपको बताएंगे कि आप त्र्यंबकेश्वर मंदिर कैसे पहुंच (Travel) सकते हैं और मंदिर खुलने का समय क्या है।
सड़क, रेल और प्लेन की मदद से ऐसे पहुंच सकते हैं त्र्यंबकेश्वर मंदिर
सड़क के रास्ते ऐसे पहुंचे त्र्यंबकेश्वर मंदिर (Trimbakeshwar Jyotirlinga Temple by Road)
सड़क के रास्ते त्र्यंबकेश्वर मंदिर आसानी से पहुंचा जा सकता है। आप खुद अपनी कार को चलाकर यहां पहुंच सकते हैं। इसके अलावा आप प्राइवेट टैक्सी या प्राइवेट या सरकारी बस की मदद से भी यहां पहुंच सकते हैं। वहीं महाराष्ट्र के औरंगाबाद, मुंबई, पुणे, नागपुर समेत कई शहरों से यहां के लिए डायरेक्ट बसें हैं, जिनसे आप यहां आसानी से पहुंच जाएंगे।
ट्रेन के रास्ते ऐसे पहुंचे त्र्यंबकेश्वर मंदिर (Trimbakeshwar Jyotirlinga Temple by Train)
त्र्यंबकेश्वर मंदिर आने के लिए ट्रेन भी बढ़िया ऑप्शन है। त्र्यंबकेश्वर मंदिर के सबसे पास का रेलवे स्टेशन नासिक है, जो मंदिर से महज 30 किलोमीटर ही दूर है। नासिक रेलवे स्टेशन से आप ऑटो, टैक्सी या बस लेकर सीधे मंदिर तक पहुंच सकते हैं।
फ्लाइट से ऐसे पहुंचे त्र्यंबकेश्वर मंदिर (Trimbakeshwar Jyotirlinga Temple by Flight)
त्र्यंबकेश्वर मंदिर के सबसे करीब का एयरपोर्ट नासिक है, जो त्र्यंबकेश्वर मंदिर से महज 54 किलोमीटर दूर है। नासिक एयरपोर्ट से बाहर निकलने के बाद आप टैक्सी या बस लेकर त्र्यंबकेश्वर मंदिर आ सकते हैं।
त्र्यंबकेश्वर मंदिर खुलने का समय (Trimbakeshwar Temple Opening Timings)
त्र्यंबकेश्वर मंदिर रोज सुबह 5:30 बजे खुलता है और रात में 9 बजे बंद होता है। मंदिर में भगवान शिव को रुद्राभिषेक करने का समय रोज सुबह 7 बजे से 8:30 बजे तक है। सामान्य दर्शन फ्री है, लेकिन वीआईपी दर्शन के लिए 250 रुपए देने होंगे। 5 मीटर की दूरी से सामान्य दर्शन की अनुमति है। केवल विशेष पूजा करने वाले पुरुषों को ही आंतरिक गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति है। त्र्यंबकेश्वर मंदिर आने का सबसे बढ़िया समय जून से अगस्त के बीच का है।
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