Health Tips: स्‍प्राउट्स को कच्चा खाना चाहिए या उबालकर? जानें अंकुरित अनाज को खाने का सही तरीका

Raw vs Cooked sprouts: हेल्दी डाइट फॉलो करने वाले लोग स्प्राउट्स को अपनी डाइट चार्ट में जरूर शामिल करते हैं। लेकिन कहीं ना कहीं यह सवाल उनके दिमाग में चलता रहता है कि हमारे स्वास्थ्य के लिए कैसा स्प्राउट्स खाना सही होता है। इसे कच्चा खाना चाहिए या उबालकर?

How Should we Eat Sprouts Raw vs Boiled

इस तरह खाएं स्प्राउट्स होंगे बहुत फायदे

मुख्य बातें
  • कच्चा स्प्राउट्स खाने से हो सकती है फूड पॉइजनिंग
  • कच्चे बीजों को पचाने में होती है मुश्‍किल
  • किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है कच्चा अंकुरित अनाज

How To Eat Sprouts: अंकुरित बीजों का सेवन हमारे सेहत के लिए बेहद लाभदायक माना जाता है। इसमें कम कैलोरी के साथ ही मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और विटामिन सी भरपूर मात्रा (Health Benefits of Sprouts) में पाए जाते हैं। स्प्राउट्स न्यूट्रिशन से भरे होते हैं। फिटनेस बनाने की चाह रखने वाले इसे अपनी डाइट में जरूर अपनाते हैं। बहुत से लोग रोजाना कच्चे अंकुरित अनाज(How should we Eat Sprouts) का सेवन करते हैं। लेकिन उन्हें कभी भी किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता। वहीं कई ऐसे भी होते हैं जिन्हें अपच और गैस जैसी समस्याओं जूझना पड़ता है।

कच्चा स्प्राउट्स खाने के साइड इफेक्ट्स

स्प्राउट्स को बनाने की प्रक्रिया में कई ऐसे बैक्टीरिया पैदा हो जाते हैं जो हमारे स्वास्थ्य को हानि पहुंचा सकते हैं। कच्चा स्प्राउट्स खाने से (Side Effects of Raw Sprouts) हमें पाचन संबंधी परेशानी और फूड प्वाइजनिंग की दिक्कत होने का खतरा बढ़ जाता है। इसे कच्चा खाने के बाद कई लोगों की यह शिकायत होती है कि उन्हें काफी देर तक गैस महसूस होती है और पेट फूलना, पेट में ऐठन, मतली और उल्टी जैसी समस्या देखने को भी मिलती है। ये परेशानी ज्यादातर बच्चों, प्रेग्नेंट औरतों और बुजुर्गों में देखा जाता है।

क्या है सही तरीका

एक्सपर्ट्स के मुताबिक पके हुए स्प्राउट्स कच्चे स्प्राउट्स के मुकाबले जल्दी पच जाते हैं। इसलिए हमेशा स्प्राउट्स को पकाकर ही खाना चाहिए। थोड़ी देर तक स्प्राउट्स को पकाने के बाद इस पर जमा बैक्टीरिया मर जाते हैं और इन बीजों को पचाना भी आसान हो जाता है। कच्चे अंकुरित अनाजों को खाने की वजह से किडनी से जुड़ी बीमारियां भी जन्म ले सकती हैं।

स्प्राउट्स कैसे पकाएं?

स्प्राउट्स को पकाने का मतलब यह नहीं है कि इसे सब्जी की तरह बना दिया जाए। इसका मतलब है कि इसे अधपका ही रखना है, जिससे केवल बैक्टीरिया ही मर सके ना कि इसमें मौजूद न्यूट्रिशंस।

इसे पकाने के लिए सबसे पहले एक कड़ाही में नाम मात्र ऑलिव आयल या सरसों का तेल डालें और इसके बाद इसमें जीरा का तड़का मारें। इसके बाद इसमें स्प्राउट्स डालकर थोड़ा नमक मिला लें। फिर इसे 30-40 सेकंड के लिए किसी प्लेट से ढक कर दें। रेसिपी तैयार चुकी होगा इसलिए अब गैस बंद कर दें। यह तकनीक बैक्टीरियाज को तो मारेगा ही इसके साथ ही आपके नाश्ते का स्वाद और भी अधिक बढ़ जाता है। स्प्राउट्स को पकाकर खाने से इम्यून सिस्टम भी हेल्दी होता है और पाचन तंत्र मजबूत बनाने में भी मदद मिलती है। पके हुए अंकुरित अनाजों को खाने से पाचन संबंधी समस्याएं कम होने का खतरा होता है।

( डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | हेल्थ (health News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |

टाइम्स नाउ नवभारत author

अक्टूबर 2017 में डिजिटल न्यूज़ की दुनिया में कदम रखने वाला टाइम्स नाउ नवभारत अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। अपने न्यूज चैनल टाइम्स नाउ नवभारत की सोच ए...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited