Manipur Violence: मणिपुर में फिर हिंसा, पुलिस अधिकारी के घर पर हुआ हमला, ताजा तनाव के बीच बुलाई गई सेना

Manipur Violence Latest Updates: अधिकारियों ने घटना को लेकर कहा कि अरामबाई तेंगगोल के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार शाम सात बजे के आसपास इंफाल पूर्व के वांगखेई में एसपी अमित कुमार के घर पर हमला किया।

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मणिपुर में फिर हिंसा

Manipur Violence: मणिपुर में मंगलवार को ताजा तनाव बढ़ने पर फिर सेना को बुलाया गया। मेइती संगठन अरामबाई तेंगगोल के कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी का उनके आवास से कथित तौर पर अपहरण करने के बाद असम राइफल्स की चार टुकड़ियों को इंफाल पूर्व में तैनात किया गया। अधिकारियों ने बताया कि मणिपुर पुलिस की अभियान शाखा में तैनात अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित कुमार को पुलिस और सुरक्षा बलों की त्वरित कार्रवाई के बाद बचा लिया गया। पुलिस अधिकारी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

अरामबाई तेंगगोल के कार्यकर्ताओं ने किया हमला

अधिकारियों ने घटना को लेकर कहा कि अरामबाई तेंगगोल के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार शाम सात बजे के आसपास इंफाल पूर्व के वांगखेई में एसपी अमित कुमार के घर पर हमला किया। अधिकारियों ने कहा कि इस गोलीबारी का कारण यह था कि इस अधिकारी ने वाहन चोरी के मामले में समूह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद मीरा पैबिस (मेइती महिला समूह) के एक समूह ने उनकी रिहाई की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया और सड़कों को अवरुद्ध कर दिया।

घर पर किया हमला और गोलीबारी

उन्होंने कहा कि मंगलवार शाम को हुए हमले में अरामबाई तेंगगोल से जुड़े सशस्त्र कार्यकर्ताओं ने घर में तोड़फोड़ की और गोलियों से कम से कम चार वाहनों को नुकसान पहुंचाया। पुलिस अधिकारी के पिता एम. कुल्ला ने कहा कि हमने हथियारबंद लोगों के परिसर में घुसने के बाद उनसे बात करने की कोशिश की लेकिन अचानक उन्होंने वाहनों और संपत्तियों पर गोलीबारी शुरू कर दी। इसलिए खुद को बचाने के लिए हमें भागकर अंदर जाना पड़ा। अधिकारियों के अनुसार, पिता ने अपने बेटे को फोन कर घटना की जानकारी दी।

पुलिस अधिकारी को किया अगवा

अमित कुमार अपने दल के साथ पहुंचे लेकिन उनका अपहरण कर लिया गया। पुलिसकर्मियों की संख्या अपहरण करने वाले लोगों से कम थी जो कथित तौर पर अरामबाई तेंगगोल से जुड़े कार्यकर्ता थे। मणिपुर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और एक सफल बचाव अभियान शुरू करने के लिए बलों को साथ लिया। कुछ घंटों के भीतर अमित कुमार को सुरक्षित बचा लिया गया। बचाव प्रयासों के बाद हालात बिगड़ गए जिससे राज्य सरकार को सेना की मदद लेनी पड़ी। अधिकारियों ने कहा कि असम राइफल्स की चार टुकड़ियों की मांग की गई और उन्हें उस क्षेत्र के आसपास तैनात किया गया जहां घटना हुई थी। सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम घाटी क्षेत्रों में लागू नहीं है।

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अमित कुमार मंडल author

करीब 18 वर्षों से पत्रकारिता के पेशे से जुड़ा हुआ हूं। इस दौरान प्रिंट, टेलीविजन और डिजिटल का अनुभव हासिल किया। कई मीडिया संस्थानों में मिले अनुभव ने ...और देखें

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