कांग्रेस के आरोप पर चुनाव आयोग जवाब, बोलने से ज्यादा काम बोलता है
गुरुवार को जब खबर आई कि चुनाव आयोग गुजरात के लिए तारीखों का ऐलान करने वाला है तो कांग्रेस ने ट्वीट के जरिए आयोग की स्वतंत्रता और निष्पक्षता पर सवाल उठाए थे।
- गुजरात में दो चरण में चुनाव
- 1 और 5 दिसंबर को मतदान
- 8 दिसंबर को आएंगे नतीजे
गुजरात विधानसभा(gujarat assembly) की चुनावी तारीखों के ऐलान से पहले कांग्रेस(congress) ने आयोग(election commission of india) की निष्पक्षता पर सवाल उठाया था। एक तरह से व्यंग्य भी कसा था। कांग्रेस के ट्वीट के जवाब में बीजेपी ने हार का डर बताया। अब जबकि गुजरात में दो चरणों में चुनाव कराने का ऐलान कर दिया है तो रणभेरी बज चुकी है। इन सबके बीच कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते हुए आयोग ने कहा कि सबसे पहली बात तो यह है समय और भौगोलिक हालात को देखते हुए चुनाव कराने का फैसला किया जाता है।
कांग्रेस के आरोप पर आयोग का जवाब
संबंधित खबरें
काम और नतीजे वास्तव में शब्दों से अधिक जोर से बोलते हैं। कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं आपको यह समझाने की कितनी कोशिश करता हूं, महत्वपूर्ण हैं कार्य और हमारे सही परिणाम। परिणामों से पता चला है कि जो लोग गंभीर हैं उन्हें आश्चर्यजनक परिणाम मिले हैं: इसके साथ ही आयोग ने कहा कि नतीजों को घोषित किए जाने के बाद भी मौजूदा विधानसभा के पास 110 दिन का कार्यकाल होगा। इसके अलावा आयोग ने स्वायत्ता के सवाल पर कहा कि बोलने से अधिक हमारा काम बोलता है।
कांग्रेस का ट्वीट
तारीखों के ऐलान में इसलिए हुई देरी
पीएम के गुजरात दौरे के कारण मतदान की तारीखों में देरी के आरोपों पर, सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि हाल ही में वहां एक बहुत ही दुखद घटना हुई (MorbiBridgeCollapse) - हमारे देरी होने का एक कारण। साथ ही, कल राज्य में राजकीय शोक था। इतने सारे कारण मौजूद थे। आयोग पूर्ण तौर पर अपने विवेक पर काम करता है। जहां तक आरोप की बात है, राजनीतिक दल आरोप लगाने के लिए आजाद हैं। हमारी जिम्मेदारी निष्पक्ष चुनाव कराने की होती है और अपने फर्ज के प्रति आयोग हमेशा सतर्क रहा है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | देश (india News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
खबरों को सटीक, तार्किक और विश्लेषण के अंदाज में पेश करना पेशा है। पिछले 10 वर्षों से डिजिटल मीडिया में कार्य करने का अनुभव है।और देखें
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में नक्सलियों के साथ मुठभेड़, सुरक्षाबलों ने घेरा, रुक-रुक कर गोलीबारी
गृह, राजस्व और अर्बन डेवलपमेंट...महाराष्ट्र कैबिनेट में किसे मिल रहा कौन सा विभाग? सबकुछ हो तय! यहां देखें पूरी लिस्ट
अतुल सुभाष की आत्महत्या से छिड़ी बहस, तलाक के मामलों में पत्नी को मिलना चाहिए कितना गुजारा भत्ता? सुप्रीम कोर्ट ने बताईं 8 शर्तें
आतंकवाद फैलाने के मामले में NIA की 19 जगहों पर छापेमारी...आतंकी कमरूज जमान को आजीवन कारावास
Jammu-Kashmir: पुंछ में घुसपैठ की कोशिश नाकाम, सेना ने बॉर्डर से पाकिस्तानी युवक को दबोचा
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited