Pradosh Vrat 2023, August Date: अगस्त महीने में किस-किस दिन रखा जाएगा प्रदोष व्रत, जानिये सही डेट
Pradosh Vrat 2023, August Date: प्रदोष व्रत को सभी लोग कर सकते हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में लोग इस व्रत को पूरी श्रद्धा और समर्पण के साथ मनाते हैं। प्रदोष व्रत आपकी आत्मा को जागृत करता है और आपके जीवन में अत्यधिक विकास और खुशियां प्राप्त करने में मदद करता है।
Pradosh Vrat 2023, August Date: अगस्त महीने में किस-किस दिन रखा जाएगा प्रदोष व्रत?
Pradosh Vrat 2023, August Date: प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) एक हिंदू व्रत है, जो भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए किया जाता है। प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2023) हर महीने में दो बार कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष में आता है। ये व्रत दोनों पक्षों की त्रयोदशी के दिन मनाया जाता है। अगर प्रदोष व्रत सोमवार के दिन पड़ता है तो इसे सोम प्रदोषम् कहा जाता है। वहीं जब ये मंगलवार को आता है तो इसे भूम प्रदोषम कहा जाता है और शनिवार को आने पर इसे शनि प्रदोषम कहा जाता है। ये व्रत सूर्यास्त के समय पर निर्भर करता है।
Karwa Chauth Date 2023: करवा चौथ 2023 का कब है, नोट करें सुहागिनों के इस पर्व का डेट और टाइम
अगस्त में 13 और 28 को रखा जाएगा प्रदोष व्रतप्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा शाम के समय, सूर्यास्त से लगभग 45 मिनट पहले और सूर्यास्त के 45 मिनट बाद तक की जाती है। अगस्त के महीने में प्रदोष व्रत 13 अगस्त और 28 अगस्त के दिन पड़ने वाले हैं। अगस्त महीने में कृष्ण प्रदोष व्रत 13 अगस्त 2023, रविवार को है। तिथि 13 अगस्त 2023 को सुबह 08:19 बजे शुरू होगी और 14 अगस्त 2023 को सुबह 10:25 बजे समाप्त होगी। अगस्त का दूसरा प्रदोष व्रत 28 अगस्त के दिन रखा जाएगा। इस दिन त्रयोदशी तिथि की शुरुआत शाम 6 बजकर 22 मिनट पर होगी और समाप्ति अगले दिन 29 अगस्त की दोपहर 2 बजकर 47 मिनट पर होगी।
प्रदोष व्रत को सभी लोग कर सकते हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में लोग इस व्रत को पूरी श्रद्धा और समर्पण के साथ मनाते हैं। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार ऐसा माना जाता है कि प्रदोष के शुभ दिन पर भगवान शिव, देवी पार्वती के साथ अत्यधिक प्रसन्न और उदार महसूस करते हैं और इसलिए भगवान शिव के अनुयायी दिव्य आशीर्वाद पाने के लिए इस चुने हुए दिन पर व्रत रखते हैं और अपने देवता की पूजा करते हैं।
प्रदोष व्रत आपकी आत्मा को जागृत करता है और आपके जीवन में अत्यधिक विकास और खुशियां प्राप्त करने में मदद करता है। अपने पिछले पापों को दूर करने से लेकर अंततः समस्याओं का सामना करने में आपकी सहायता करने तक ये व्रत वह सब कुछ है जो आपको कठिन समय से जूझते समय पालन करने की आवश्यकता है। अगर आप मन की शांति और मानसिक स्पष्टता की तलाश में हैं, तो ये वह व्रत है जो आपको समृद्धि, साहस और भय को दूर कर सकता है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
अध्यात्म और ज्योतिष की दुनिया बेहद दिलचस्प है। यहां हर समय कुछ नया सिखने और जानने को मिलता है। अगर आपकी अध्यात्म और ज्योतिष में गहरी रुचि है और आप इस ...और देखें
Aaj Ka Panchang 14 December 2024: पंचांग से जानिए क्या रहेगा मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन पूजा का मुहूर्त, कितने बजे होगा सूर्यास्त
Mahakumbh 2025: महाकुंभ मेला कब और कहां लगेगा, नोट कर लें शाही स्नान की डेट्स
Mahakumbh 2025 : साल 2025 में कब और कहां लगेगा महाकुंभ, यहां जानिए शाही स्नान की सारी डेट
Mahakumbh 2025: महाकुंभ के समय में कब से शुरू होगा कल्पवास, यहां नोट करें तारीख और इसका महत्व
Tilkut Chauth 2025 Date: साल 2025 में तिलकुट चौथ कब है? यहां जानिए सही तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited