'चर्च में आइए ईशु तुम्हें बच्चा देगा, तबियत ठीक कर देगा...' देखिए हिंदुओं के खिलाफ धर्मांतरण की साजिश पर बड़ा खुलासा

धर्मांतरण का ये पूरा प्लान तब एक्टिव है । जब देश की सबसे बड़ी अदालत यानि सुप्रीम कोर्ट भी जबरन धर्म परिवर्तन को लेकर सख्त टिप्पणी कर चुकी है और ये मामला सिर्फ एक शहर या एक राज्य का नहीं है । बहुत जगह ऐसे लोग बैठे हैं जो पैसों का लालच या दूसरे प्रलोभन के जरिए धर्म बदलवा रहे हैं ।

New Delhi: राम (Lord Ram) की पूजा करने वालों को हिंदुस्तान (India) में कौन डरा रहा है ? कौन हैं वो लोग, जो धर्म बदलवाने (Religious Conversion) की बोली लगा रहे हैं ? आज हम एक ऐसा खुलासा कर रहे हैं जो यकीन मानिए। हिदुओं (Hindus) के खिलाफ रची जा रही साजिश का पर्दाफाश कर देगा। हम ये बात किसी के दावे पर नहीं कह रहे, बल्कि ग्राउंड जीरो पर इसके सबूत भी मिले हैं। लक्ष्मी, मीनाक्षी, मधु...और भी ना जाने ऐसे कितने लोग हैं...जो धर्मांतरण करने वालों के रडार पर हैं। तो हमारी ये Exclusive Investigation देखिए और समझिए कि आखिर कितने बड़े पैमाने पर गैंग जगह-जगह एक्टिव है।

यूपी में चल रहा है रैकेट?

यूपी के फतेहपुर के बहुआ गांव में धर्मांतरण की साजिश रचने वालों के ऐसे हथकंडे सामने आए हैं जिसमें ना जाने कितने गरीबों को फंसाया गया और फिर बहला फुसलाकर उन्हें हिंदू से ईसाई बना दिया। एक पीड़ित बताता है,' हम नहीं जाएंगे हमारे घर के देवी देवता परेशान करते हैं हमको हम नहीं जाएंगे और ना हम इस तरह अपना सकते हैं ये धर्म....हम हिंदू धर्म से हैं मतलब गुप्ता जाति से हैं। वो कह रहे थे कि आपके लड़के बच्चे नहीं हैं, हमारे चर्च में आइए ईशु तुमको बच्चा देंगे। बोलते थे कि जो कोई बीमार होता है तो ठीक हो जाता है यहां आने से मतलब प्रार्थना भी करते थे पानी भी देते थे पढ़कर ठीक हो जाएगा।'

हिंदुओं को ईसाई बनाने का काम

दावा है, राम का नाम लेने वालों को ईशु का पाठ पढ़ने के लिए लालच दिया जाता है । दावा है जो नवरात्र की पूजा करते हैं, उन्हें डराया धमकाया जाता है। खुलासे के मुताबिक पिछले 10 सालो में यूपी के फतेहपुर में 10 हजार से ज्यादा धर्म परिवर्तन के मामले सामने आ चुके हैं । जिनमें से 2 हजार तो बीते 12 महीने के हैं। ऐसे में सवाल है, देश के जिस सूबे में धर्मांतरण विरोधी कानून साल 2020 में ही लागू हो चुका है । वहां इतने बड़े पैमाने पर कौन हिंदुओं को ईसाई बना रहा है ? क्या वाकई ये आरोप सच्चे हैं या फिर झूठे ? टाइम्स नाउ नवभारत की टीम इसकी हकीकत जानने के लिए यूपी की राजधानी लखनऊ से 150 किलोमीटर दूर फतेहपुर के बहुआ गांव पहुंची। चर्च से शुरू हुई धर्म परिवर्तन की कहानी में 4 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं।

लालच देकर धर्मांतरण

हमारी टीम सबसे पहले उस चर्च के पास पहुंची । जहां 23 अक्टूबर को पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई की । कहा जा रहा है कि इसी चर्च का पादरी...गरीब लोगों को जानबूझकर टारगेट करता था और फिर कुछ खास लोगों के जरिए हिंदुओं को धर्म बदलने के लिए लालच दिया गया । चर्च के अंदर कोई है भी या नहीं । इसे लेकर कोई हलचल नहीं दिखी मगर कुछ लोग ऐसे मिले, जिन्होंने धर्मांतरण के आरोपों पर मुहर लगा दी। बातचीत में पता चला । साल 2017 में ये जगह पहले एक मकान हुआ करता था फिर बाउंड्री वॉल बनाई गई और देखते ही देखते इसे चर्च में तब्दील कर दिया गया। आरोपों के मुताबिक इसी के बाद धर्मांतरण गैंग इलाके में एक्टिव हो गया और फिर लोगों को बुलाकर धर्म परिवर्तन का खेल शुरू कर दिया। पहले दस, फिर बीस; फिर सौ, फिर हजार...जो बहकावे में आ गया उसे हिंदू से ईसाई बना दिया और जिसने मना कर दिया उसे लालच दिया और ना मानने पर डराया, धमकाया भी गया>

इस तबके के लोगों को बनाया जा रहा है शिकार

फतेहपुर के बहुआ गांव में अब भी बहुत से लोग ऐसे हैं, जिनका ब्रेनवॉश हो चुका है । उन्हें लगता है, इस चर्च के पादरी के पास जादू की ऐसी कोई छड़ी रही होगी, जिसे घुमाते ही बीमार बच्चे ठीक हो जाएंगे या जिनकी गोद खाली होती है, उनके बच्चे हो जाएंगे । मगर भ्रम का जाल कुछ दिनों में टूट गया। चर्च का पादरी पकड़ा गया तो उस ओर जाना छोड़ दिया। इस इलाके में बहुत बड़ी आबादी ऐसी है जो गरीब है । कोई ठेला लगाकर रोजी-रोटी की जुगाड़ करता है तो कोई ऑटो चलाता है। कोई मजदूरी करता है, तो कोई आर्थिक रूप से परेशान है। दावा किया जाता है कि इसी का फायदा उठाकर उन्हें राम का नाम छोड़कर ईशु का जाप करने को कहा गया और फिर जरूरत के मुताबिक पैसों का लालच भी दिया गया।

बना धर्मांतरण का अड्डा

1352 लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा चुका था । 50 लोग मौजूद थे आरोप ये भी है कि 1352 लोग वो हैं । जिनका धर्म परिवर्तन कराया जा चुका है, इसके अलावा कई लोग साइलेंट तौर पर कन्वर्ट हो चुके हैं। धर्मांतरण के इन बढ़ते मामलों ने प्रशासन की पेशानी पर बल ला दिया है। दावा ये भी किया जाता है कि फतेहपुर के बहुआ गांव का ये चर्च...धर्मांतरण का अड्डा बन चुका था। ना सिर्फ यही इलाका...बल्कि बाहर से लोग भी यहां लाए जाते थे। लोगों का कहना है कि गाड़ियों में लाए जाने वाले इन लोगों की पहचान हिंदू होती थी मगर चर्च में पहुंचते ही उन्हें स्नान कराकर नाम बदल दिया जाता था और इसके लिए 2 हजार से लेकर 2 लाख तक प्रलोभन के तौर पर दिए गए।

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किशोर जोशी author

राजनीति में विशेष दिलचस्पी रखने वाले किशोर जोशी को और खेल के साथ-साथ संगीत से भी विशेष लगाव है। यह टाइम्स नाउ हिंदी डिजिटल में नेशनल डेस्क पर कार्यरत ...और देखें

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