देश के किसी भी कोने से रामेश्‍वरम धाम आना होगा और भी आसान, पंबन ब्रिज पर फिर से दौड़ेगी ट्रेन

वर्टिकल सी लिफ्ट ब्रिज का निर्माण कार्य का शुभारंभ पीएम मोदी ने 2019 में किया था। कोरोना काल में काम पर असर पड़ा था और इसके निर्माण में देरी हो गई...

Pamban bridge

लगभग तैयार हुआ पंबन ब्रिज

Pamban Bridge Rameshwaram Dham: अगर आप रामेश्वरम धाम जाना चाहते हैं तो आपके लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी है। अब देश के किसी भी कोने से रामेश्वरम धाम पहुंचना आसान हो जाएगा। पंबन ब्रिज का काम लगभग पूरा हो चुका है। करीब 400 मीटर ब्रिज का काम और बचा हुआ है जो जून 2024 तक खत्म हो जाएगा। इसके बाद यहां से ट्रेन फिर से ब्रिज पर दौड़ेगी और समुद्र के बीच से गुजरती हुई ट्रेन में बैठे यात्रियों का सफर रोमांच से भरा होगा। यहां तक ट्रेनों को पहुंचाने के लिए समुद्र पर बन रहा वर्टिकल सी लिफ्ट ब्रिज जल्‍द तैयार हो जाएगा, जिसके बाद आवागमन आसान हो जाएगा। देशभर के कोने-कोने से लोग रामेश्‍वरम अब ट्रेन से पहुंच सकेंगे। यहां तक सीधी ट्रेन चलाने के लिए समुद्र पर पंबन ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है, जो बनकर लगभग तैयार हो गया है। ट्रेनों का संचालन इसी साल शुरू हो जाएगा।

सी लिफ्ट ब्रिज का निर्माण कार्य 2019 में शुरू

वर्टिकल सी लिफ्ट ब्रिज का निर्माण कार्य का शुभारंभ पीएम मोदी ने 2019 में किया था। कोरोना काल में काम पर असर पड़ा था और इसके निर्माण में देरी हो गई, लेकिन अब यह ब्रिज बनकर लगभग तैयार गया है। पंबन ब्रिज पर ट्रेन से दूरी 2.08 किमी. है। kms है, 1.5 किमी. का काम पूरा हो चुका है। 44 मीटर का काम बचा जो जून महीने तक पूरा हो जाएगा। रेलवे ने नए पुल के निर्माण में स्टेनलेस स्टील मजबूती, मिश्रित स्लीपर और लंबे समय तक चलने वाली पेंटिंग प्रणाली जैसी अत्याधुनिक तकनीकों को का इस्‍तेमाल किया है।

545 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा तैयार

यह ब्रिज 2.08 किमी लंबा होगा। पुराने पुल की तुलना में नया पुल तीन मीटर ऊंचा और समुद्र तल से 22 मीटर ऊंचा है। इसमें 18.3 मीटर के 100 स्पैन और 63 मीटर का एक नेविगेशनल स्पैन होगा। यह समुद्र तल से 22 मीटर की नेविगेशनल एयर क्लीयरेंस के साथ मौजूदा पुल से 3 मीटर ऊंचा होगा। इस वर्टिकल ब्रिज के निर्माण 545 करोड़ रुपये से ज्‍यादा की लागत आ रही है।

पुराने ब्रिज के बगल में ही नए ब्रिज का हुआ निर्माण

पुराना पुल करीब 107 साल पुराना था जिस पर ट्रेन बहुत ही धीमी रफ्तार से चलती थी। सुरक्षा को ध्‍यान में रखते हुए इसे दिसंबर 2022 में बंद करने का फैसला लिया गया था। पुराने ब्रिज के बगल में ही नए ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। पुराना रेल ब्रिज 1914 में बनाया गया था, पहले ट्रेन मंडपम और रामेश्वरम द्वीप के बीच इसी ब्रिज से जाती थी। पुराने पुल के एक ओर वाहनों के लिए पुल बना है और दूसरी ओर वर्टिकल सी लिफ्ट ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। सड़क पुल के माध्यम से अभी लोग मंडपम से रामेश्वरम जाते हैं।

मंडपम से रामेश्वरम पहुंचने में लगेंगे 20 मिनट

रामेश्वरम के लिए ट्रेनें पहले तमिलनाडु में रामनाथपुरम जिले के मंडपम पहुंचती थीं और पंबन ब्रिज से ट्रेनें रामेश्वरम तक पहुंचती थीं। इस तरह लोग केवल 45 मिनट में तीर्थनगरी रामेश्‍वरम में पहुंच जाते थे। मौजूदा समय में सभी ट्रेनें मंडपम में समाप्त होती हैं और लोग रामेश्वरम तक पहुंचने के लिए समुद्र पर बने पुल होते हुए सड़क मार्ग से जाते हैं। पंबन ब्रिज का काम पूरा होने के बाद 20 मिनट मे ट्रेन मंडपम से रामेश्वरम पहुंचेगी। रामेश्‍वरम में देश-विदेश से लाखों लोग आते हैं, यही कारण है कि सड़क पुल पर अक्सर जाम लगा रहता है। इसी को देखते हुए पंबन पर वर्टिकल रेलवे ब्रिज को तैयार किया जा रहा है।

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भावना किशोर author

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर मूल की भावना ने देश के प्रतिष्ठित संस्थान IIMC से 2014 में पत्रकारिता की पढ़ाई की. 10 सालों से मीडिया में काम कर रही हैं. न्यू...और देखें

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