G20 Summit: रेलवे ने रद्द कीं 200 से अधिक ट्रेनें, रूट्स में किया गया बदलाव
G20 Summit Effects: नई दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर 9, 10 और 11 सितंबर को कुल 207 ट्रेन सेवाएं रद्द और 36 ट्रेन सेवाएं शॉर्ट टर्मिनेट/शॉर्ट ओरिजिनेट की जाएंगी। ये जानकारी उत्तर रेलवे ने साझा की है। दिल्ली पुलिस ने भी सुरक्षा व्यवस्था की पुख्ता तैयारी की है।
9, 10 और 11 सितंबर को कुल 207 ट्रेन सेवाएं रद्द की जाएंगी।
Railway News: उत्तर रेलवे ने बताया है कि G20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर 9, 10 और 11 सितंबर को कुल 207 ट्रेन सेवाएं रद्द की जाएंगी। आगामी 9 और 10 सितंबर को राजधानी दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो समेत कई बड़े देशों के राष्ट्राध्यक्ष इस सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंच रहे हैं। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था का खास ध्यान रखा जा रहा है।
जी20 को देखते हुए रेलवे ने लिया बड़ा फैसला
उत्तर रेलवे ने बताया है कि नई दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर, 9, 10 और 11 सितंबर को कुल 207 ट्रेन सेवाएं रद्द कर दी गई हैं और 36 ट्रेन सेवाएं शॉर्ट टर्मिनेट/शॉर्ट ओरिजिनेट करने का फैसला किया गया है।
G-20 के मद्देनजर होगी दिल्ली की 'किलाबंदी'
दिल्ली में होने वाले जी-20 सम्मेलन को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं। करीब 1.30 लाख सुरक्षाकर्मियों को राजधानी में तैनात किया जाएगा और सारे बॉर्डर सील कर दिए जाएंगे। इस समिट में हिस्सा लेने कई बड़े देशों के राष्ट्राध्यक्ष दिल्ली पहुंचेंगे। तैयारियों के लिए गृह मंत्रालय ने कई दौर की बैठकें की गईं और दिल्ली में हाई अलर्ट का पूरा खाका तैयार किया गया।
अर्धसैनिक बलों के जवानों को किया गया तैनात
दिल्ली पुलिस के कंधों पर सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी है, जो मुख्य रूप से प्रमुख नोडल एजेंसी है। हालांकि जी-20 सम्मेलन की गहनता को देखते हुए अर्धसैनिक बलों के जवानों को भी सुरक्षा में तैनात किया गया है। सूत्रों का दावा है कि करीब 50 टीमें सीआरपीएफ के रक्षकों की तैयार की गई हैं, जिनमें करीब एक हजार जवान शामिल होंगे।
केजरीवाल ने एलजी वी.के. सक्सेना पर किया कटाक्ष
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को जी-20 की तैयारियों को लेकर एलजी वीके सक्सेना पर कटाक्ष किया है। सीएम केजरीवाल ने कहा कि अगर भाजपा के नेतृत्व में एमसीडी ने 15 साल तक काम किया होता तो कम प्रयासों की जरूरत होती। उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने कहा था कि अगर दिल्ली सरकार पूरे नौ साल काम करती तो कम प्रयासों की जरूरत पड़ती। सीएम केजरीवाल ने इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए उन पर तंज कसा है।
दिल्ली के उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच नोकझोंक
केजरीवाल ने सक्सेना पर कटाक्ष करते हुए अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, 'यदि भाजपा के अधीन एमसीडी ने 15 वर्षों तक काम किया होता तो कम प्रयासों की जरूरत होती। दिल्ली को साफ करना एमसीडी का कर्तव्य है। एमसीडी संभालने के बाद से हम सभी कड़ी मेहनत कर रहे हैं। एमसीडी कर्मचारियों को 13 साल बाद अब समय पर वेतन मिलना शुरू हो गया है। वे सभी प्रेरित हैं। वे कड़ी मेहनत कर रहे हैं। हमें उनके प्रयासों को कम नहीं आंकना चाहिए। ऐसे समय में जब हम सभी अंतरराष्ट्रीय मेहमानों के स्वागत की तैयारी कर रहे हैं, आइए हम आपस में आरोप-प्रत्यारोप न करें और सभी को एक टीम के रूप में काम करने दें।' दिल्ली के उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच 9 और 10 सितंबर को राष्ट्रीय राजधानी में होने वाली जी-20 बैठक की तैयारियों को लेकर तीखी नोकझोंक हुई है।
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