हिमाचल में CM योगी ने की 5 दिन में 16 रैलियां, यूपी के इन चेहरों ने संभाला चुनावी मोर्चा
Himachal Pradesh Election 2022: हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद सबसे अधिक मांग यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रही। सीएम योगी ने 5 दिन में ताबड़तोड़ रैलियां कीं, वहीं यूपी बीजेपी के पदाधिकारियों ने चुनाव प्रबंधन का मोर्चा संभाला।
Himachal Pradesh Election 2022: हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए आज मतदान होना है। आज यहां सभी 68 सीटों पर लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने ताबड़तोड़ चुनाव प्रचार किया और यहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सबसे अधिक मांग रही। 5 दिनों में 8 जिलों की 16 विधानसभा में उनकी रैली हुई। सबसे अधिक मंडी जनपद में 4, कांगड़ा में 3, कुल्लू, सोलन, ऊना में दो-दो तथा हमीरपुर, शिमला, बिलासपुर जनपद के एक-एक विधानसभा में योगी आदित्यनाथ ने रैली की। वहीं सीपीआई (एम) के कब्जे वाली एकमात्र ठियोग सीट पर भी योगी आदित्यनाथ की जनसभा हुई।
प्रचार के अंतिम दिन भी हुई 4 जनसभा
संबंधित खबरें
गुरुवार को हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव प्रचार का आखिरी दिन रहा। यहां सीएम योगी आदित्यनाथ ने 4 जिलों की 4 विधानसभा सीटों पर भाजपा के लिए वोट मांगा। मंडी की बल्ह व नाचन, ऊना की गगरोट तथा कुल्लू के बंजार में योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस की नाकामियां गिनाईं। इन सभी सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने वर्तमान विधायकों पर ही दांव लगाया है। विकास कार्यों की बदौलत इन्हें फिर से सत्तासीन करने के लिए योगी आदित्यनाथ ने मतदाताओं से आग्रह किया।
योगी आदित्यनाथ की हिमाचल में 16 रैलियां हुईं। इनमें सबसे अधिक रैली मंडी जनपद में हुई। यहां यूपी के सीएम ने 4 विधानसभा क्षेत्र (सरकाघाट, दारंग, बल्ह व नाचन), कांगड़ा में 3 विधानसभा (ज्वाली, ज्वालामुखी और पालमपुर ) व कुल्लू जिले की बंजार व आनी, सोलन की दून व कसौली तथा ऊना की गगरेट व हरोली विधानसभा में रैली की। इसके अलावा हमीरपुर की बड़सर, बिलासपुर की घुमारवीं व शिमला की ठियोग में भी योगी आदित्यनाथ दहाड़े।
लगातार दो दिन में की थी 6 रैली
योगी आदित्यनाथ की मांग हिमाचल में इस कदर रही कि देव दीपावली के दिन भी उन्होंने रैली की। योगी जी की लगातार दो दिन रैली हुई। 7 नवंबर को उन्होंने हरोली, दारंग व दून विधानसभा क्षेत्र में जनसभा को संबोधित किया। वहां से वे शाम को लखनऊ लौट आए और अगले दिन फिर 8 नवंबर को पालमपुर, आनी व ठियोग में पहुंचकर भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में वोट मांगा। 2 नवंबर से 10 नवंबर तक वे 5 दिन हिमाचल प्रदेश पहुंचे। देश के किसी भी राज्य का विधानसभा चुनाव हो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद सबसे अधिक मांग योगी आदित्यनाथ की है। योगी के विकास, आस्था व सुशासन का संगम अब देश के कोने-कोने में पहुंच चुका है। अगले महीने गुजरात में भी दो चरणों में विधानसभा के चुनाव होने हैं। गुरुवार को यहां भाजपा ने अपनी पहली सूची भी जारी कर दी। वहां भी योगी आदित्यनाथ के धुआंधार प्रचार करने की संभावना है। वहीं इसके पहले अन्य राज्यों में भी योगी आदित्यनाथ की मांग काफी रही।
यूपी से चुनावी मोर्चा संभालने पहुंचे प्रदेश मंत्री
हिमाचल प्रदेश में चुनावी मोर्चा संभालने उत्तर प्रदेश से भी संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता पहुंचे। इन प्रवासी पदाधिकारियों ने हिमाचल में चुनाव प्रबंधन से लेकर डोर टू डोर प्रचार तक की जिम्मेदारी संभाली। उत्तर प्रदेश से हिमाचल प्रदेश चुनाव में प्रवास करने गए यूपी बीजेपी के प्रदेश मंत्री डॉ. चंद्रमोहन ने हिमाचल के कई जिलों में स्थानीय प्रत्याशी के लिए कैंपेन किया और जनता जनार्दन से हिमाचल में रिवाज बदलने, कमल खिलाने की अपील की। डॉ. चंद्रमोहन (Dr. Chandramohan) सहित बीजेपी यूपी के कई पदाधिकारियों ने हिमाचल प्रदेश चुनाव में प्रबंधन संभाला है। अब देखना ये होगा कि भाजपा की ये मेहनत और रणनीति कितना लाभदायक साबित होगी।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | देश (india News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
कुलदीप सिंह राघव 2017 से Timesnowhindi.com ऑनलाइन से जुड़े हैं।पॉटरी नगरी के नाम से मशहूर यूपी के बुलंदशहर जिले के छोटे से कस्बे खुर्जा का रहने वाला ह...और देखें
अतुल सुभाष का नाम ले-लेकर रोती रहीं उनकी मां, मीडिया के सामने मूर्छित हुईं, कहा-मेरे बेटे को प्रताड़ित किया गया, Video
प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट 1991 को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर आज होगी सुनवाई
MVA छोड़ने को तैयार है कई नेता, हो सकते है महायुति में शामिल; बावनकुले के दावे से मचा हड़कंप
'अटल जी के साथ देखी राज कपूर की फिल्म 'फिर सुबह होगी', कपूर परिवार से मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने साझा कीं पुरानी यादें
वक्फ बिल में संशोधन क्यों मंजूर नहीं, JPC के सामने अरशद मदनी ने दी अपनी दलील
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited