बच्चों को स्कूल भेजने की सही उम्र क्या है? जानें भारत सहित दुनिया के बाकी देशों में क्या हैं नियम
What is the Age Criteria for School Admissions: शिक्षा मंत्रालय ने सभी राज्यों और यूनियन टेरिट्रीज को निर्देश दिए हैं कि स्कूल शुरू करने की उम्र 6 साल ही होनी चाहिए। इस फैसले के बाद इंटरनेशनल स्टडी में एडमिशन की उम्र को लेकर बहस शुरू हो गई है। जानें दुनिया के बाकी देशों में बच्चों को स्कूल भेजने की उम्र क्या है।
What is the minimum age for school in India
The debate over
Minimum Age for School Admission in india
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भारत में नर्सरी में एडमिशन (Nursery School Admission) के लिए बच्चों की उम्र 3 वर्ष केंद्र सरकार की तरफ से निर्धारित की गई है। वहीं, नई शिक्षा नीति 2020 की बात करें तो 3 साल से लेकर 6 साल तक की उम्र में प्री स्कूलिंग यानि कि प्ले ग्रुप, नर्सरी और केजी में दाखिले की बात कही है। वहीं छह वर्ष पूरे होने पर अभिभावक पहली कक्षा में बच्चे का दाखिला करा सकते हैं। 3 साल की उम्र में बच्चे का एडमिशन नर्सरी में कराया जा सकता है। नई एजुकेशन पॉलिसी के तहत फाउडेंशनल स्टेज पांच सालों से मिलकर बननी चाहिए जिनमें सभी छात्रों को लर्निंग के मौके मिलने चाहिए।
भारत की नई शिक्षा नीति 2020 में क्या है प्रावधान(New education policy on Admission in India)
- 3 साल से लेकर 6 साल तक की उम्र तक प्री स्कूलिंग
- 6 साल तक प्ले ग्रुप, नर्सरी और केजी की कक्षाएं शामिल
- आप 3 साल की उम्र में बच्चे का एडमिशन नर्सरी में करा सकते हैं
- 6 वर्ष की उम्र में कक्षा एक में प्रवेश की अनुमति
दुनिया के देशों में स्कूल जाने की उम्र क्या है
- ऑस्ट्रेलिया में बच्चों के स्कूल जाने की उम्र 6 साल है।
- नॉर्वे में बच्चों के स्कूल जाने की न्यूनतम उम्र 6 साल है।
- ब्रिटेन में 3 साल के बाद प्री स्कूलिंग शुरू करते हैं, जबकि 5 साल की उम्र में कक्षा-1 में जाते हैं।
- फ्रांस में बच्चे स्कूल जाना 3 साल की उम्र से शुरू कर देते हैं।
- यूरोप के हंगरी में 3 साल में बच्चे स्कूल जाने लगते हैं।
- स्विट्जरलैंड, नॉर्दर्न आयरलैंड और लक्जमबर्ग में बच्चों के स्कूल जाने की उम्र 4 साल है।
- बुल्गारिया, एस्टोनिया, फिनलैंड, लिथुआनिया, सर्बिया और स्वीडन में स्कूल जाने की उम्र 7 साल है।
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की स्टडी
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की स्टडी कहती है कि जो पैरेंट्स बच्चे को देर से स्कूल में एडमिशन दिलाते हैं, उनकी परफॉर्मेंस ज्यादा बेहतर होती है। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक 7 या 11 साल बच्चों का सेल्फ कंट्रोल बढ़िया रहता है।
सुप्रीम कोर्ट ने भी की थी टिप्पणी (Which age is best for school admission)
सुप्रीम कोर्ट ने 26 अप्रैल 2022 को टिप्पणी करते हुए कहा था कि साइकोलॉजिकल और मेंटल हेल्थ के लिए बहुत छोटी उम्र में बच्चों को स्कूल भेजना उचित नहीं। जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस एमएम सुंदरेश ने टिप्पणी की, 'बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर माता-पिता एक तरह की हड़बड़ी में हैं। मां-बाप चाहते हैं कि दो साल का होते ही बच्चा स्कूल जाने लगे। यह उनके मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं हो सकता।' गुजरात हाई कोर्ट ने भी कहा था कि तीन साल से कम उम्र के बच्चों को प्री-स्कूल जाने के लिए मजबूर करना अवैध है।
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कुलदीप सिंह राघव 2017 से Timesnowhindi.com ऑनलाइन से जुड़े हैं।पॉटरी नगरी के नाम से मशहूर यूपी के बुलंदशहर जिले के छोटे से कस्बे खुर्जा का रहने वाला ह...और देखें
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