Gayatri Jayanti 2023 Gayatri Mantra: गायत्री मंत्र का हिंदी अर्थ, गायत्री जयंती पर जाप करने से जीवन में होगा चमत्कार
Gayatri Jayanti 2023 Gayatri Mantra Significance Meaning in Hindi: आज वेदों की देवी गायत्री का अवतरण दिवस है। इसे हम गायत्री जयंती के रूप में मनाते हैं। गायत्री मंत्र के जाप से देवी गायत्री को प्रसन्न किया जाता है। जानें इस मंत्र का अर्थ और जाप करने का तरीका।
Updated May 31, 2023 | 08:10 AM IST

Gayatri Jayanti 2023 Gayatri Mantra Lyrics
Gayatri Jayanti 2023 Gayatri Mantra Significance Meaning in Hindi: आज यानी 31 मई को वेदों की देवी गायत्री का अवतरण दिवस है। इसे हम गायत्री जयंती के रूप में मनाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन गायत्री माता के जन्म हुआ था। देवी का मूल मंत्र गायत्री मंत्र माना गया है और इस मंत्र में चारों वेदों का सार समाहित हैं। इसलिए गायत्री जयंती पर गायत्री मंत्र जरूर जपना चाहिए। गायत्री मंत्र के जाप से देवी गायत्री को प्रसन्न किया जाता है। जानें इस मंत्र का अर्थ और जाप करने का तरीका।
Gayatri Mantra गायत्री मंत्र लिरिक्स
ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं
भर्गो देवस्य धीमहि।
धियो यो न: प्रचोदयात्।।
गायत्री मंत्र का अर्थ Gayatri Mantra Meaning in Hindi
उस सर्वरक्षक प्राणों से प्यारे, दुःखनाशक, सुखस्वरूप, श्रेष्ठ, तेजस्वी, पापनाशक, देवस्वरूप परमात्मा को हम अन्तः करण में धारण करें। वह परमात्मा हमारी बुद्धि को सन्मार्ग में प्रेरित करे।
जानें गायत्री मंत्र जपने की विधि और समय Gayatri Mantra Chant Rules
- गायत्री मंत्र के जप का पहला समय भोर का माना गया है। सूर्योदय से थोड़ी देर पहले मंत्र जप शुरू कर के सूर्योदय तक करना चाहिए।
- मंत्र जप के लिए दूसरा समय है दोपहर के वक्त का माना गया है।
- तीसरा समय सूर्यास्त के ठीक पहले का होता है और सूर्यास्त तक इसे जपना चाहिए।
- यदि सूर्यास्त के बाद गायत्री मंत्र का जप करना हो तो मौन रहकर इसे करना चाहिए।
- गायत्री मंत्र का जाप करने वाले मनुष्य के अंदर अपने आप अध्यात्मिक शक्ति जागृत हो जाती है।
- इस मंत्र का जाप कराने वाले का मान-सम्मान हर जगह होता है और ऐसे व्यक्ति के पास धन की कमी नहीं होती।
- गायत्री मंत्र के जाप मनुष्य के अंदर शुद्ध विचार और ज्ञान की ऊर्जा को बढ़ाता है।
- विद्ध्यार्थियों को इस मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए। इससे उनका बौद्धिक विकास होता है।
- गायत्री मंत्र जपने वालो को शत्रु के भय से मुक्ति मिलती है।
पुराणों में उल्लेखित है कि पहले तो गायत्री मंत्र की महिमा सिर्फ देवताओं तक सिमित थी लेकिन इसे जन-जन तक पहुंचाने के लिए महर्षि विश्वामित्र ने कठोर तपस्या की और तब गायत्री मंत्र आम जन के बीच तक पहुंचाया जा सका। सृष्टि के आरंभ में ब्रह्मा जी के मुख से गायत्री मंत्र अचानक ही निकल गया था और इस तरह देवी गायत्री अवतरित हुईं।
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