PCOS से पीड़ित महिलाएं रूटीन में शामिल करें ये अच्छी आदतें, लक्षणों में होने लगेगा सुधार

Healthy Habits For PCOS In Hindi: जिन महिलाओं को पीसीओएस है, अगर वे अपने दैनिक रूटीन में इन अच्छी आदतों को शामिल करती हैं, तो इससे हार्मोन्स को संतुलित करने और पीसीओएस के लक्षणों को कम करने में मदद मिलेगी।

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Healthy Habits For PCOS In Hindi

Healthy Habits For PCOS In Hindi: पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम जिसे पीसीओएस (PCOS) भी कहते हैं, महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन के कारण होने वाली सबसे आम समस्या है। हार्मोनल असंतुलन के कारण महिलाओं में पीरियड्स समय पर न आना, इस दौरान गंभीर ऐंठन और दर्द, मूड स्विंग और चिड़चिड़ापन आदि जैसी समस्याएं हार्मोनल असंतुलन का ही परिणाम होती हैं। सिर्फ इतन ही नहीं, अगर समय रहते महिलाएं शरीर में हार्मोन्स के संतुलन को बनाए रखने पर ध्यान नहीं देती हैं, तो लंबे समय में यह क्रोनिक बीमारियों का खतरा भी बढ़ा सकता है। मोटापा, थायराइड, पीसीओएस, इनफर्टिलिटी और डायबिटीज आदि जैसी गंभीर बीमारियां भी हार्मोनल असंतुलन के कारण देखने को मिल सकती हैं। इन दिनों पीसीओएस की समस्या महिलाओं में सबसे अधिक देखने को मिल रही है। अच्छी बात यह है कि जीवनशैली में सुधार और कुछ स्वस्थ आदतों को अपने दैनिक रूटीन का हिस्सा बनाकर महिलाएं हार्मोन्स को संतुलित कर सकती हैं। साथ ही, पीसीओएस के लक्षणों में भी सुधार कर सकती हैं। इस लेख में हम आपको पीसीओएस में सुधार के लिए ऐसी 4 हेल्दी आदतें बता रहे हैं, जिन्हें आपको रूटीन में शामिल जरूर करना चाहिए।

पीसीओएस में सुधार के लिए इन आदतों को बनाएं रूटीन का हिस्सा- Healthy Habits To Improve PCOS In Hindi

1. स्वस्थ और पोषण से भरपूर आहार लें

संतुलित आहार लेने से न सिर्फ हार्मोन्स को संतुलन रखने में मदद मिलेगी, बल्कि इससे आपको पीसीओएस के लक्षण भी ज्यादा परेशान नहीं करेंगे। इसलिए फल और सब्जियां अधिक खाएं, नट्स, ड्राई फ्रूट्स और सीड्स को डाइट में शामिल करें। आपकी डाइट में कार्ब्स, प्रोटीन और फैट सभी संतुलित मात्रा में होने चाहिए। लेकिन बाहर का तला-भुना खाने से बचें, चिप्स, नमकीन, सोडा और कोल्ड ड्रिंक्स आदि के सेवन से बचें।

2. मीठे का सेवन कम मात्रा में करें

पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं में ब्लड शुगर बढ़ने की समस्या भी देखने को मिलती है, ऐसा इंसुलिन रेजिस्टेंस के कारण होता है, जो पीसीओएस में एक आम समस्या है। इसलिए हमेशा यह सलाह दी जाती है कि मीठे फूड्स का कम से कम सेवन करना चाहिए। अधिक मात्रा में इनका सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल से बाहर भी हो सकता है। यह पीसीओएस के लक्षणों को गंभीर बनाने में भी योगदान देता है।

3. वजन कंट्रोल रखें

पीसीओएस में महिलाओं का वजन बढ़ना बहुत सामान्य बात है, लेकिन यह उनकी स्थिति को बदतर बना सकता है। इसलिए वजन कंट्रोल होना बहुत जरूरी है। इससे डायबिटीज जैसी गंभीर स्थितियों का खतरा भी बढ़ता है।

4. एक्सरसाइज जरूर करें

हार्मोनल असंतुलन के दो प्रमुख कारण खराब खानपान और शारीरिक रूप से एक्टिव न रहना है। अगर आप नियमित एक्सरसाइज करें, तो इससे पीसीओएस में सुधार करने में बहुत मदद मिल सकती है। रोज सिर्फ 30 मिनट जिम में एक्सरसाइज करना, योग का अभ्यास या 8-10 हजार कदम पैदल चलना जल्द आपको पीसीओएस से छुटकारा दिला सकता है।

डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

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