'दोपहर 2 बजे तक इस्‍तीफा दो, नहीं तो...'फ्रेशर्स ने बताई कंपनी की ऐसी सच्‍चाई, सुनकर गुस्‍से से तमतमा उठे यूजर्स

Viral Post: रेडिट पोस्ट ने कंपनियों के ऐसे व्‍यवहारों पर एक बहस छेड़ दी है। इसमें कई यूजर्स समान अनुभव साझा कर रहे हैं और सलाह दे रहे हैं। कुछ लोग सुझाव दे रहे हैं कि उसे अपने अधिकारों और संभावित विकल्पों को समझने के लिए कानूनी सलाह लेनी चाहिए।

कंपनी के अनुचित व्‍यवहार से परेशान कर्मचारी।

कंपनी के अनुचित व्‍यवहार से परेशान कर्मचारी।

Viral Post: ग्रेजुएट की उपाधि प्राप्त करने वाली एक महिला ने हाल ही में Reddit पर अपना खतरनाक एक्‍सपीरिएंस साझा किया है। बताया कि, कैसे उसके नियोक्ता ने अचानक उससे इस्तीफा मांग लिया, जबकि उसने छह महीने का प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा कर लिया था और हाल ही में उसे पूर्णकालिक कर्मचारी बना दिया गया था। 2024 में स्नातक करने वाली (बैच 2020-2024) और ऑन-कैंपस भर्ती के माध्यम से नियुक्त की गई महिला नवंबर 2024 में कंपनी में शामिल हुई। ट्रेनिंग पूरी करने के बाद उसे पिछले महीने ही आधिकारिक तौर पर पूर्णकालिक कर्मचारी बना दिया गया। हालांकि, उसे अभी तक किसी प्रोजेक्ट पर नियुक्त नहीं किया गया है।

उसके दोस्त द्वारा उसकी ओर से किए गए Reddit पोस्ट के अनुसार, HR विभाग ने अप्रत्याशित रूप से सुबह उससे संपर्क किया और उसे 2:00 बजे तक अपना इस्तीफा सौंपने का निर्देश दिया। कहा कि, यदि इस्‍तीफा नहीं दिया तो वे 3:00 बजे तक इसे स्वचालित रूप से शुरू कर देंगे। कारण यह बताया गया कि वह चार महीने से बेंच पर थी और आवश्यक कौशल की कमी थी। पोस्टर में इस बात पर जोर दिया गया है कि उसे कभी कोई प्रोजेक्ट असाइनमेंट नहीं दिया गया और वह हाल ही तक आधिकारिक तौर पर प्रशिक्षण में थी। अचानक इस व्‍यवहार ने महिला को सदमे में डाल दिया है।

रेडिट पोस्ट ने कंपनियों के ऐसे व्‍यवहारों पर एक बहस छेड़ दी है। इसमें कई यूजर्स समान अनुभव साझा कर रहे हैं और सलाह दे रहे हैं। कुछ लोग सुझाव दे रहे हैं कि उसे अपने अधिकारों और संभावित विकल्पों को समझने के लिए कानूनी सलाह लेनी चाहिए। जबकि अन्य लोग बर्खास्तगी की मांग को औपचारिक रूप से चुनौती देने के लिए एचआर से संपर्क करने की सलाह दे रहे हैं। एक यूजर ने कहा कि, 'किसी से इस्तीफ़ा मांगना उन जगहों पर पूरी तरह से अवैध है जहां रोज़गार कानूनों को ज़्यादा गंभीरता से लिया जाता है। किसी को ऐसा कभी नहीं करना चाहिए। अगर आपका दोस्त नौकरी नहीं छोड़ना चाहता है, तो उसे इस्तीफ़ा न देने का अधिकार है।' दूसरे ने कहा कि, 'नियोक्ता को उचित कदम उठाने चाहिए और उसे बर्खास्त करने के लिए कागजी कार्रवाई करनी चाहिए।' तीसरे ने कहा कि, 'यदि आप कोई कार्रवाई करना चाहते हैं तो स्वैच्छिक इस्तीफा देने से कोई मदद नहीं मिलेगी। उनसे प्रशिक्षण पूरा होने और काम न दिए जाने के सभी सबूत इकट्ठा करने को कहें और उन्हें जबरन नौकरी से निकालने दें। जब आप इस्तीफा नहीं देंगे तो आपको अधिक मुआवज़ा मिलने की संभावना अधिक होगी।'

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शाश्वत गुप्ता author

पत्रकारिता जगत में पांच साल पूरे होने जा रहे हैं। वर्ष 2018-20 में जागरण इंस्‍टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड मास कम्‍युनिकेशन से Advance PG डिप्लोमा करने के...और देखें

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