Apple AirTag का इस्तेमाल कर महिला की कर रहा था जासूसी, देश में इस तरह का पहला मामला, FIR दर्ज

Apple AirTag: महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि मई में पहली बार उसे अपने आईफोन 13 प्रो मैक्स पर एक अलर्ट मैसेज मिला था, जिसमें लिखा था कि 'एयरटैग आपका पीछा कर करा है।' इसके कुछ दिनों बाद, जब वह घर से अपने ऑफिस जा रही थी, उसी तरह का एक मैसेज उसे फिर से प्राप्त हुआ।

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Apple AirTag: Apple के एयरटैग का इस्तेमाल कर महिला की जासूसी करने का देश में पहला मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक, एक व्यक्ति ब्लूटूथ डिवाइस एयरटैग की मदद से महिला का पीछा कर रहा था और उसकी हर गतिविध पर नजर रख रहा था, जिसके बाद अहमदाबाद साइबर सेल ने आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, आरोपी महिला का पूर्व साथी है, महिला का आरोप है कि एयरटैग का इस्तेमाल कर आरोपी ने महिला की लोकेशन और फोन कॉल को रिकॉर्ड किया। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 354 डी (पीछा करना) और सूचना और प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66 ई (शारीरिक गोपनीयता का उल्लंघन) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।

मोबाइल फोन पर मई महीने में आया था पहला अलर्ट मैसेज

शिकायतकर्ता के अनुसार, मई में पहली बार उसे अपने आईफोन 13 प्रो मैक्स पर एक अलर्ट मैसेज मिला था, जिसमें लिखा था कि 'एयरटैग आपका पीछा कर करा है।' इसके कुछ दिनों बाद, जब वह घर से अपने ऑफिस जा रही थी, उसी तरह का एक मैसेज उसे फिर से प्राप्त हुआ। 29 अगस्त को ऑफिस जाते समय उन्हें फिर से ऐसा ही मैसेज मिला, जिसके बाद उनके ड्राइवर पर क्लिक किया, जिसमें कहा गया था कि आपकी लोकेशन एयरटैग के मालिक द्वारा देखी जा सकती है।

ड्राइवर और बेटी के फोन पर भी आया मैसेज

पुलिस ने बताया, शिकायतकर्ता रियल एस्टेट के कारोबार से जुड़ी हुई है। उसे शक था कि उसकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। इसके बाद जुलाई की शुरुआत में उन्होंने साइबर सेल में इसको लेकर शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि ठीक इसी तरह का अलर्ट मैसेज उनके ड्राइवर और बेटी को भी मिला है। इसके बाद उन्होंने डिवाइस का पता लगाने के लिए कार को सर्विस स्टेशन पर भेजा, जिसमें पुलिस को ड्राइवर की सीट के पीछे सीट कवर के नीचे एयरटैग चिपका हुआ मिला। साइबर सेल के अधिकारियों ने बताया कि आरोपी की पहचान कर ली गई है।

2021 में लॉन्च किया गया था एयरटैग

Apple का AirTag 2021 में लॉन्च किया या था। इसके बाद इसके दुरुपयोग की खबरें सामने आईं, जिसके बाद 2022 में Apple ने अपनी वेबसाइट पर एक सार्वजनिक बयान जारी किया जिसमें कहा गया था किएयरटैग को लोगों को उनके निजी सामान का पता लगाने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया था, न कि लोगों या किसी अन्य व्यक्ति की संपत्ति को ट्रैक करने के लिए और हम अपने उत्पादों के किसी भी दुर्भावनापूर्ण उपयोग की कड़ी से कड़ी निंदा करते हैं।

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प्रांजुल श्रीवास्तव author

मैं इस वक्त टाइम्स नाउ नवभारत से जुड़ा हुआ हूं। पत्रकारिता के 8 वर्षों के तजुर्बे में मुझे और मेरी भाषाई समझ को गढ़ने और तराशने में कई वरिष्ठ पत्रक...और देखें

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