कतर के अल उदीद एयर बेस पर कितने सैनिक और एयरक्राफ्ट, जिस पर ईरान ने किया हमला, US के लिए कितना अहम?

अमेरिका के पास कतर, बहरीन, इराक, इजरायल, मिस्र, जॉर्डन, कुवैत, सऊदी अरब, सीरिया और संयुक्त अरब अमीरात सहित पूरे क्षेत्र में सैन्य स्थल हैं। इनमें से कतर का अल उदीद एयर बेस सबसे अहम माना जाता है।

Al Udied air base

अल उदीद एयर बेस

Al Udeid Air Base: ईरान ने सोमवार को अपने परमाणु स्थलों पर अमेरिकी हमलों का बदला लेने के लिए कतर में एक विशाल रेगिस्तान में स्थित अल उदीद एयर बेस (Al Udeid Air Base) को निशाना बनाया। ये एयर बेस अमेरिकी सेना के लिए एक मुख्य क्षेत्रीय सैन्य केंद्र के रूप में कार्य करता है। एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने कहा कि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। एक अमेरिकी अधिकारी के अनुसार, इस महीने तक मध्य पूर्व में अमेरिकी सेना के लगभग 40,000 कर्मचारी थे। वाशिंगटन स्थित काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस रिसर्च एंड पॉलिसी सेंटर के अनुसार, उनमें से कई इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष बढ़ने के कारण सेना को मजबूत करने के लिए समुद्र में जहाजों पर हैं।

मध्य पूर्व में स्थित ठिकाने उच्च अलर्ट पर

मध्य पूर्व में स्थित ठिकानों को उच्च अलर्ट पर रखा गया है और ईरान से संभावित हमलों की आशंका में अतिरिक्त सुरक्षा सावधानी बरती जा रही है, जबकि पेंटागन ने संघर्ष के दौरान क्षेत्र में और उसके आसपास सैन्य विमान और युद्धपोतों को दूसरी जगह भेज दिया है। अमेरिका के पास कतर, बहरीन, इराक, इजरायल, मिस्र, जॉर्डन, कुवैत, सऊदी अरब, सीरिया और संयुक्त अरब अमीरात सहित पूरे क्षेत्र में सैन्य स्थल हैं।

कतर में अल उदीद एयर बेस पर एक नजर

अल उदीद एयर बेस में हजारों अमेरिकी सैनिक रहते हैं और यह अफगानिस्तान और इराक में युद्धों के लिए एक प्रमुख सेंटर के रूप में काम करता था। दोनों ही युद्धों के चरम पर पहुंचने के दौरान अल उदीद में लगभग 10,000 अमेरिकी सैनिक थे और 2022 तक यह संख्या घटकर लगभग 8,000 रह गई। अमेरिकी सेना की सेंट्रल कमांड का अग्रिम मुख्यालय, अल उदीद कतर की राजधानी दोहा से लगभग 20 मील (30 किमी) दक्षिण-पश्चिम में रेगिस्तान के समतल क्षेत्र में बना है।

दो दशकों से अधिक समय से गैस से समृद्ध इस खाड़ी देश ने बेस को विकसित करने में लगभग 8 बिलियन डॉलर खर्च किए हैं। इसे कभी इतना संवेदनशील माना जाता था कि अमेरिकी सैन्य अधिकारी केवल यही कहते थे कि यह दक्षिण-पश्चिम एशिया में कहीं है।

ट्रंप ने अल उदीद का दौरा किया

ट्रंप ने पिछले महीने इस क्षेत्र की यात्रा के दौरान एयर बेस का दौरा किया था। यह पहली बार था जब किसी मौजूदा अमेरिकी राष्ट्रपति ने 20 से अधिक वर्षों में इस जगह की यात्रा की थी।

अल उदीद को कर दिया गया था खाली

पिछले हफ्ते ईरानी परमाणु सुविधाओं पर अमेरिकी हमलों से पहले अल उदीद में मौजूद कई परिवहन विमानों, लड़ाकू विमानों और ड्रोन को हटा दिया गया था। प्लैनेट लैब्स पीबीसी द्वारा ली गई और एसोसिएटेड प्रेस द्वारा विश्लेषण की गई 18 जून की सैटेलाइट तस्वीर में एयर बेस का टरमैक खाली दिख रहा था। इसके अलावा बहरीन में अमेरिकी नौसेना के 5वें बेड़े के बेस से भी जहाजों को हटा दिया गया था। यह आम तौर पर एक सैन्य रणनीति थी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हमले की स्थिति में लड़ाकू जहाज और विमान नष्ट न हों।

ईरान की 13 में से 12 मिसाइलों को गिराया

इस लिहाज से देखा जाए तो ईरान के हमले में अमेरिका को किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है। कतर में स्थित अमेरिकी एयरबेस पर ईरान के हमले के बाद ट्रंप ने दावा किया है कि ईरान ने हमले से पहले अमेरिका को वार्निंग दे दी थी। ट्रंप ने कहा कि ईरान का यह हमला कमजोर था। ट्रंप की मानें तो ईरान ने 14 मिसाइलों को लॉन्च किया था, जिसमें से 13 को एयर डिफेंस सिस्टम ने मार गिराया था।

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अमित कुमार मंडल author

करीब 18 वर्षों से पत्रकारिता के पेशे से जुड़ा हुआ हूं। इस दौरान प्रिंट, टेलीविजन और डिजिटल का अनुभव हासिल किया। कई मीडिया संस्थानों में मिले अनुभव ने ...और देखें

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