Chara Bank:सरकार क्यों बनाना चाहती है चारा बैंक, जानें क्या करेगा काम और दूसरों से कैसे होगा अलग

Chara Bank: सरकार का मानना है कि आने वाले बरसों में पशुधन एक प्रमुख क्षेत्र बनने जा रहा है। ऐसे में मवेशियों और बछड़ों और अन्य पशुधन के लिए विभिन्न प्रकार के भोजन और चारे के बारे में सोचने की जरूरत है। सरकार 4 चारा बैंक बनाकर पशुओं की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहती है।

livestocks

कैसा होगा चारा बैंक

Chara Bank:मोदी सरकार देश में चारा बैंक बनाने की प्लानिंग कर रही है। केंद्रीय मत्स्य पालन, पशु पालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने बताया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पशुधन आबादी की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए देश की चार दिशाओं में कम से कम एक चारा बैंक स्थापित करने पर जोर दिया है। इस मामले में केंद्रीय मंत्रिमंडल की पिछली बैठक में पशुधन से संबंधित एक प्रस्ताव को मंजूरी भी दी जा चुकी है। इसके तहत देश के चार क्षेत्रों में कम से कम एक चारा बैंक स्थापित करने की आवश्यकता पर जोर देने की बात की गई।

क्यों अलग से चारा बैंक की जरूरत

रूपाला ने बुधवार को विज्ञान भवन में एक ‘चारा संगोष्ठी’ को संबोधन के दौरान बताया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल की पिछली बैठक में पशुधन से संबंधित एक प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए प्रधानमंत्री ने मौजूदा नीतियों को जारी रखते हुए देश के चार क्षेत्रों में कम से कम एक चारा बैंक स्थापित करने की आवश्यकता पर जोर दिया था।उन्होंने बताया कि मोदी ने यह भी कहा था कि लॉजिस्टिक सुविधाओं के साथ-साथ चारा बैंक को वैज्ञानिक तरीके से विकसित किया जाना चाहिए। रुपाला ने कहा कि इसपर कोई गंभीर चर्चा नहीं हुई है और यहां तक कि नीतियों में भी कुछ खामियां हैं। जिस तरह हम मनुष्यों की खाद्य सुरक्षा के बारे में सोचते हैं, उसी तरह हमें पशुधन के बारे में भी सोचने की जरूरत है।

पशुधन बनेगा एक प्रमुख सेक्टर

सरकार का मानना है कि आने वाले बरसों में पशुधन एक प्रमुख क्षेत्र बनने जा रहा है। ऐसे में मवेशियों और बछड़ों और अन्य पशुधन के लिए विभिन्न प्रकार के भोजन और चारे के बारे में सोचने की जरूरत है। इसमें निजी भागीदारी के साथ वैश्विक व्यवहार को भी अपनाने की जरूरत है। इसे देखते हुए नए तरह के सोच की जरूरत पड़ेगी। और सरकार 4 चारा बैंक बनाकर पशुओं की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहती है।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | बिजनेस (business News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल

    TNN बिजनेस डेस्क author

    TNN बिजनेस डेस्कऔर देखें

    End of Article

    © 2024 Bennett, Coleman & Company Limited