'PM Modi आएं और हमें आजादी दिलाएं...'POK में पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन तेज, कश्मीरी एक्टिविस्ट ने भारत से मांगी मदद

Pakistan occupied Kashmir: शब्बीर चौधरी ने कहा, पीओके के लोग पाकिस्तान के अवैध कब्जे से मुक्ति चाहते हैं, इसके लिए वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगा रहे हैं। एलओसी के पास लोगों को नारे लगाते हुए सुना गया कि पीएम मोदी यहां आएं और हमें पाकिस्तान से आजादी दिलाएं।

Narendra Modi

पीएम मोदी

Pakistan occupied Kashmir: पाकिस्तान में सियासी उथल-पुथल और गर्त में जाती अर्थव्यवस्था का असर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) पर भी हो रहा है। यहां महंगाई चरम पर है। रोजमर्रा की जरूरत के सामान के दाम आसमान छू रहे हैं और आम जनता भूख से बेहाल है। ऐसे में लोग पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर आए हैं और यहां पर बड़े पैमाने पर पाकिस्तान विरोधी प्रदर्शन तेज हो गए हैं।

इस बीच एक कश्मीरी एक्टिविस्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है। शब्बीर चौधरी नाम के एक्टिविस्ट ने वीडियो जारी कर इन हालातों के लिए पाकिस्तानी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा, पीओके में लोग उच्च मुद्रास्फीति, खाद्य असुरक्षा जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं ।

पाकिस्तान के अवैध कब्जे से मुक्ति दिलाएं पीएम मोदी

शब्बीर चौधरी ने कहा, पीओके के लोग पाकिस्तान के अवैध कब्जे से मुक्ति चाहते हैं, इसके लिए वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगा रहे हैं। उन्होंने कहा, पीओके में नियंत्रण रेखा एलओसी के पास लोगों ने पीएम मोदी से मदद की गुहार करते हुए नारे लगाए। उन्होंने कहा, लोग पीएम मोदी से कह रहे हैं कि 'हमें पाकिस्तान से आजादी दिलाओ और भुखमरी से हमें बचाओ।'

जानवरों की तरह व्यवहार कर रही पाकिस्तान सरकार

कश्मीर एक्टिविस्ट ने कहा, नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में बिजली के लिए हाहाकार बचा हुआ है। उन्होंने बताया, पीओके के लोगों से बिजली की अधिक कीमत वसूली जाती है। इतना ही नहीं पीओके और गिलगित बाल्टिस्तान के निवासियों के दोयम दर्ज का व्यवहार किया जाता है। यहां लोगों को आटे और अन्य जरूरी सामान के लिए भारी टैक्स चुकाना पड़ रहा है।

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प्रांजुल श्रीवास्तव author

मैं इस वक्त टाइम्स नाउ नवभारत से जुड़ा हुआ हूं। पत्रकारिता के 8 वर्षों के तजुर्बे में मुझे और मेरी भाषाई समझ को गढ़ने और तराशने में कई वरिष्ठ पत्रक...और देखें

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