4 फरवरी को क्यों मनाया जाता है World Cancer Day, जानिए इसका इतिहास, महत्व और 2025 की थीम
World Cancer Day 2025 Significance History Theme: विश्व कैंसर दिवस प्रत्येक वर्ष 4 फरवरी को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाना और इसके प्रति लोगों को संवेदनशील बनाना है। यह दिवस कैंसर की पहचान करने, लोगों में जागरूकता बढ़ाने और पीड़ितों और उनके परिवारों के समर्थन के लिए मनाया जाता है। आइए इसके खास दिन के बारे में जानते हैं।

World Cancer Day 2025 Significance History Theme
World Cancer Day 2025 Significance History Theme: कैंसर एक ऐसी समस्या है, जिसे कई बीमारियों समूह कहा जाता है। यह तब होता है जब असामान्य कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ती हैं और शरीर के बाकी भागों में फैल जाती हैं। साल 2020 में पूरी दुनिया में कैंसर से करीब एक करोड़ से अधिक मौतें हुई थीं। साल 2022 में ये आंकड़ा केवल भारत में करीब 20 लाख था। तंबाकू, शराब, अनहेल्दी खाना, एक्सरसाइज में कमी, वायु प्रदूषण जैसे कई कारण कैंसर के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। इसलिए इस खतरनाक बीमारी के प्रति जागरुकता जरूरी है और खास तौर पर भारत जैसे देश में। आइए जानते हैं विश्व कैंसर दिवस के बारे में।
विश्व कैंसर दिवस का इतिहास (History Of World Cancer Day In Hindi)
विश्व कैंसर दिवस की शुरुआत 4 फरवरी, 2000 को पेरिस में आयोजित कैंसर के खिलाफ विश्व कैंसर शिखर सम्मेलन (World Cancer Summit Against Cancer for the New Millennium) में हुई थी। अभी विश्व कैंसर दिवस का नेतृत्व अंतर्राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण संघ (UICC) करता है। इस दिवस का मुख्य उद्देश्य कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाना और इसके प्रति लोगों को संवेदनशील बनाना है।
विश्व कैंसर दिवस 2025 की थीम (World Cancer Day 2025 Theme in Hindi)
विश्व कैंसर दिवस 2024 की थीम ‘क्लोजिंग द केयर गैप’ यानी देखभाल की खाई को पाटना था। यह थीम कैंसर के इलाज और देखभाल में असमानताओं को उजागर करने और इन्हें दूर करने के काम पर केंद्रित था। इस साल यानी 2025 में विश्व कैंसर दिवस का थीम ‘यूनाइटेड बाइ यूनीक’ है, जो 2025 से 2027 तक के लिए तय किया गया है। ये कैंसर के खिलाफ लड़ाई में मरीज पर केंद्रित देखभाल की महत्वपूर्ण भूमिका के महत्व को बताती है।
विश्व कैंसर दिवस का महत्व (What Is Significance Of World Cancer Day In Hindi)
विकासशील देशों में कैंसर के बारे में जागरूकता की कमी के कारण इसके पकड़ में आने में देरी होती है। 2020 की एक रिपोर्ट बताती है कि भारत में कैंसर के अधिकांश मरीज पहली बार तभी इलाज करवाते हैं जब वे उनका कैंसर एडवांस स्टेज में पहुंच चुका होता है। साक्षरता दर और कम आय कैंसर जागरूकता को बहुत प्रभावित करती है।
रिपोर्ट के हिसाब से देश में, हाई इनकम और अच्छी साक्षरता स्तर वाले लोग दूसरों की तुलना में कैंसर के बारे में अधिक जागरूक थे। इसलिए कैंसर दिवस मनाना जरूरी है। इसका मुख्य काम जागरूकता बढ़ाना है, जिससे लोग कैंसर के लक्षणों और खतरों के बारे में जान सकें। इसका एक उद्देश्य कैंसर पीड़ितों का समर्थन भी है और ये लोगों को कैंसर के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने में मदद करता है।
डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
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हरियाणा की राजनीतिक राजधानी रोहतक की रहने वाली हूं। कई फील्ड्स में करियर की प्लानिंग करते-करते शब्दों की लय इतनी पसंद आई कि फिर पत्रकारिता से जुड़ गई।...और देखें

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