Yog Divas: पेट की चर्बी को कम करने के लिए करें मत्स्यासन, शरीर को देता है और भी चमत्कारी फायदे

Matsayasana karne se kya hota hai: गर्दन की अकड़न, कमर दर्द, गले की समस्या आदि में मत्स्यासन चमत्कारी रूप से काम करता है। इस आसन में आपको पीठ के बल लेटकर कमर को उठाते हुए गर्दन को पीछे की ओर ले जाना होता है। इससे शरीर में चुस्ती बनी रहती है और पाचन तंत्र भी दुरुस्त होता है।

Matsyasana

मत्स्यासन योग कैसे करें, जानें फायदे और नुकसान

Matsayasana karne se kya hota hai: सेहतमंद रहने के लिए योग करना बहुत जरूरी है। यह न सिर्फ शरीर को एक्टिव रखता है, बल्कि उसे लचीला भी बनाता है। रोजाना योग करने से फिटनेस बनी रहती है और शरीर की मांसपेशियां भी मजबूत होती है। योग में कई आसन होते हैं, जिनमें एक है मत्स्यासन। ये नाम दो संस्कृत शब्दों से मिलकर बना है- मत्स्य मतलब मछली और आसन मतलब बैठने की मुद्रा। इस आसन का अभ्यास करने से रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है, पेट साफ होता है। गले और आंखों को भी फायदा पहुंचाता है।

मत्स्यासन के फायदे

आयुष मंत्रालय के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स में इसकी जानकारी दी गई है। जिसके मुताबिक मत्स्यासन बेहद फायदेमंद योगासन है। खासकर उन लोगों के लिए जो कब्ज, पीठ दर्द या सांस संबंधित परेशानियों से जूझ रहे हैं। इस आसन को करने से पेट की मांसपेशियां और पाचन तंत्र में बेहतर सुधार होता है जिससे कब्ज से राहत मिलती है। फेफड़े खुलते हैं, जिससे सांस लेने में आसानी होती है और सांस संबंधित समस्याएं ज्यादा परेशान नहीं करती। इसके अलावा, यह आसन पीठ की ऊपरी मांसपेशियों को भी आराम देता है और रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है। जो लोग पीठ दर्द से परेशान हैं, उनके लिए यह आसन वरदान की तरह है।

मत्स्यासन के महिलाओं के लिए फायदे

महिलाओं के लिए ये काफी लाभदायक है, खासकर उन महिलाओं के लिए, जो गर्भाशय की समस्याओं या डायबिटीज से जूझ रही हों। यह आसन पेट की मांसपेशियों पर मसाज देने जैसा काम करता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। मासिक धर्म के दौरान जो दर्द और बेचैनी होती है, उसे भी यह कम करने में मदद करता है। जब पेट की नसों और मांसपेशियों को आराम मिलता है, तो पीरियड्स के दौरान होने वाली ऐंठन से राहत मिलती रहती है। आसन हार्मोन बैलेंस बनाने में भी सहायक माना जाता है।

मत्स्यासन ना सिर्फ शारीरिक सेहत के लिए, बल्कि मानसिक शांति के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। जब आप इस आसन को करते हैं, तो गहरी सांस लेते हुए एक खास मुद्रा में लेटना होता है, जिससे मन को शांति मिलती है और सोचने-समझने की क्षमता बेहतर होती है। ये आसन तनाव, चिंता और डर जैसी भावनाओं को कम करने में मदद करता है। यह मन को शांत करने में कारगर है।

इसके अलावा, यह पेट की चर्बी घटाने के लिए भी असरदार माना जाता है। इस आसन से पेट की मांसपेशियां पर असर पड़ता हैं, जिससे पेट की चर्बी कम करने में मदद मिलती है।

मत्स्यासन कैसे करते हैं

मत्स्यासन करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल सीधे लेट जाएं और दोनों पैरों को आपस में जोड़ लें। हाथों को धीरे-धीरे शरीर के नीचे ले जाएं, उनका रुख जमीन की तरफ हो। इसके बाद अपनी कोहनियों को कमर के पास लाते हुए एक-दूसरे के नजदीक लाएं। अब पैरों की पालथी मार लें और गहरी सांस लेते हुए अपने सीने को ऊपर की ओर उठाएं और धीरे-धीरे सिर को पीछे की ओर झुकाएं, ताकि सिर का ऊपरी हिस्सा फर्श से हल्का स्पर्श करे। इस स्थिति में शरीर को संतुलित और आरामदायक बनाए रखें। इनपुट - आईएएनएस

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मेधा चावला author

हरियाणा की राजनीतिक राजधानी रोहतक की रहने वाली हूं। कई फील्ड्स में करियर की प्लानिंग करते-करते शब्दों की लय इतनी पसंद आई कि फिर पत्रकारिता से जुड़ गई।...और देखें

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