तनाव की वजह से हर दम रहते हैं चिड़चिड़े, होते हैं मूड स्विंग तो रोज करें ये ब्रीथिंद एक्सरसाइज, नींद भी आएगी अच्छी
Breathing Exercises To Reduce Stress And Help In Better Sleep In Hindi: क्या आप भी उन लोगों में से हैं जिन्हें आए दिन तनाव, चिड़चिड़ापन और मूड स्विंग के कारण ज्यादा गुस्सा आने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है? तो आपको बता दें कि आप अकेले नहीं हैं। आज के समय में यह ज्यादातर लोगों की परेशानी है। आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि कुछ ब्रीथिंग एक्सरसाइज करने से आपकी ये समस्या हमेशा के लिए दूर हो सकती है। यहां जानें इनके बारे में...

Breathing Exercises To Reduce Stress In Hindi
Breathing Exercises To Reduce Stress In Hindi: आज की तेज रफ्तार जिंदगी में मानसिक तनाव एक आम समस्या बन चुका है। जब हर समय दिमाग उलझनों से घिरा रहता है, तो उसका असर सीधे हमारे मूड और नींद पर पड़ता है। कई बार बिना किसी ठोस वजह के हम चिड़चिड़े हो जाते हैं, छोटी बातें बड़ी लगने लगती हैं, और मन में बेचैनी बनी रहती है। ऐसे में दवाओं की बजाय कुछ प्राकृतिक उपाय, जैसे कि ब्रीथिंग एक्सरसाइज, बेहतर विकल्प हो सकते हैं। रोजाना कुछ मिनट तक की गई सही सांस की तकनीकें दिमाग को शांत करने, भावनाओं को स्थिर रखने और नींद की गुणवत्ता को बेहतर बनाने में मदद कर सकती हैं।
अनुलोम-विलोम
इस प्राचीन योगिक अभ्यास में एक नथुने से सांस लेकर दूसरे से छोड़ना होता है। यह प्रक्रिया नाड़ी शुद्धि में मदद करती है और दिमाग को शांत करती है। अनुलोम-विलोम नियमित रूप से करने से मूड स्विंग कम होते हैं और मन में हल्कापन महसूस होता है।
भ्रामरी प्राणायाम
भ्रामरी प्राणायाम करते समय ‘भंवरे’ जैसी आवाज के साथ सांस छोड़ते हैं, जिससे दिमाग को हल्का कंपन महसूस होता है। यह तकनीक तनाव, क्रोध और चिड़चिड़ेपन में राहत देने के लिए जानी जाती है। यह विशेष रूप से नींद न आने की समस्या में लाभकारी मानी जाती है।
डीप ब्रीदिंग
धीरे-धीरे और गहराई से सांस लेना शरीर और दिमाग दोनों को रिलैक्स करता है। डीप ब्रीदिंग से न केवल तनाव कम होता है, बल्कि सोचने-समझने की क्षमता और फोकस भी बेहतर होता है। दिन में कभी भी 5 मिनट के लिए इसे किया जा सकता है।
कपालभाति
यह सांस छोड़ने की एक तेज़ प्रक्रिया है जो शरीर में ऊर्जा का प्रवाह बढ़ाती है। कपालभाति से सिर्फ पेट की सफाई नहीं होती, बल्कि दिमाग की थकान भी दूर होती है। इससे मानसिक स्पष्टता आती है और मूड में सुधार होता है।
4-7-8 टेक्निक
इस अभ्यास में 4 सेकंड तक सांस लेना, 7 सेकंड रोकना और 8 सेकंड में छोड़ना होता है। यह तकनीक खासकर सोने से पहले करने के लिए है। यह दिमाग को शांत करती है, तनाव कम करती है और नींद को प्राकृतिक तरीके से गहरा बनाती है।
डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
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