Prayagraj: रेलवे की नई पहल, ट्रेन का सफर होगा और भी आसान, भारत गौरव ट्रेन में होगा ये बदलाव

Prayagraj: भारत गौरव ट्रेन में अब केवल जर्मनी तकनीक वाले एलएचबी कोच ही आंवटित होंगे। रेलवे ने पैसेंजर्स की आईसीएफ कोच में हुई असुविधा की शिकायतों को लेकर ये फैसला किया है। ये कोच सुरक्षित व आरामदायक होंगे। सफर के दौरान पैसेंजर्स को कोई असुविधा नहीं होगी। इसके लेकर रेलवे की ओर से सभी रेल मंडलों व रेलवे के आला अधिकारियों को पत्र भेजकर निर्देश दिए गए हैैं।

Prayagraj news

इंडियन रेलवे की ओर से भारत गौरव ट्रेन में अब लगाए जाएंगे एलएचबी कोच

तस्वीर साभार : Times Now Digital
मुख्य बातें
  • भारत गौरव ट्रेन में अब आईसीएफ कोच की जगह एलएचबी कोच ही आवंटित होंगे
  • पैसेंजर्स की शिकायतों के बाद रेलवे ने एलएचबी कोच लगाने का किया है फैसला
  • सफर के दौरान ये कोच पैसेंजर्स के लिए होंगे सुरक्षित व सुविधाजनक

Prayagraj: गौरव यात्रा ट्रेन के जरिए देश के तमाम धार्मिक तीर्थ स्थानों का भ्रमण करने वाले तीर्थयात्रियों के लिए ये एक अच्छी खबर है। अब इस ट्रेन से यात्रा करना और भी आरामदायक होगा। रेलवे की ओर से ट्रेन के कोचों में कुछ बदलाव किए जा रहे हैं। जिससे पैसेंजर्स का सफर आरामदायक होगा। आईआरसीटीसी के मुताबिक, रेलवे की ओर से इस ट्रेन में एलएचबी रेक लगाने के आदेश जारी किए गए हैं। इसके बाद पैसेंजर्स का सफर सुविधाजनक तो होगा, खास बात ये रहेगी कि, सफर के दौरान झटके भी नहीं लगेंगे।

बता दें कि, देश में पर्यटन को बढ़ावा मिले इसे लेकर गत वर्ष ही रेलवे की ओर से भारत गौरव ट्रेन शुरू की गई थी। इस ट्रेन से अभी तक आईसीएफ श्रेणी के रेक ही लगे थे। ट्रेन में सफर का अनुभव होने के बाद पैसेंजर्स द्वारा यात्रा के दौरान आईसीएफ रेक को लेकर हुई असुविधाओं की शिकायत रेलवे को गई। इसके बाद ही रेलवे की ओर से भारत गौरव ट्रेन में पैसेंजर्स की सुविधा को लेकर एलएचबी कोच लगाने का निर्णय किया है। जिससे पैसेंजर्स को बेहतरीन सुविधा जनक सफर मिल सके।

ये हैं एलएचबी कोच की खास बातेंइस फैसले को लेकर रेलवे बोर्ड निदेशक टी एंड सी सुमित सिंह ने उत्तर-मध्य रेलवे जोन समेत सभी जोनल रेलवे के महाप्रबंधक एवं प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक को पत्र भेजे हैं। जिसमें नए आदेश के तहत भारत गौरव ट्रेन योजना में अब केवल लिंक हॉफमैन बुश कोच ही आवंटित होंगे। बता दें कि, एलएचबी कोच पूरी तरह से आधुनिक तकनीक पर आधारित हैं। पुरानी तकनीक के आईसीएफ कोच के मुकाबले एलएचबी कोच कम वजनी होते हैं। यही वजह है कि, इन कोच के लगने के बाद ट्रेनों की गति बढ़ जाती है। इसके अलावा इनमें पैसेजर्स को सफर के दौरान झटके भी नहीं लगते। वहीं सुरक्षा के मद्देनजर भी ये बेहतर हैं। ये कोच जर्मनी की एक कंपनी की ओर से बनाए गए हैं। मगर अब इनका निर्माण देश में ही रेलवे की कोच फैक्ट्रियों में किया जा रहा है। इसमें सबसे खास बात तो ये है कि, इनमें डिस्क ब्रेक लगाए गए हैं, जिसमें 160 की स्पीड से दौड़ रही ट्रेन ब्रेक लगाने पर 12 सौ मीटर की दूरी के बीच ही रूक जाती है। इन कोचों का सस्पेंशन भी हाइड्रोलिक होता है, जिससे ट्रेन चलने पर आवाज कम होती है। वहीं साइड सस्पेंशन होने के कारण यात्रियों को सफर के दौरान झटके नहीं लगते हैं।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | प्रयागराज (cities News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल

टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल author

अक्टूबर 2017 में डिजिटल न्यूज़ की दुनिया में कदम रखने वाला टाइम्स नाउ नवभारत अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। अपने न्यूज चैनल टाइम्स नाउ नवभारत की सोच ए...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited