Opinion India Ka: भारत का बोलबाला, पाकिस्तान का 'मुंह काला', कंगाली ने डराया..पाकिस्तान मोदी-मोदी चिल्लाया-Video

ओपिनियन इंडिया में बात पाकिस्तान की जहां मुल्क की जगहंसाई के चैप्टर एक के बाद एक खुलते जा रहे हैं--पाकिस्तान की आवाम को कैसे कंगाली का डर सता रहा है कैसे वहां की जनता ही जलाने पर आमादा है देखें ये सब

pakistan pauper

पाकिस्तान बर्बाद..पूछे बुलंद भारत का राज़

आपको दिखाते हैं भारत के बारे में पाकिस्तान की जनता का ओपिनियन--दरअसल आपस में उलझे पाकिस्तान के नेता.. वहां के अफसर.. वहां की सेना.. पाकिस्तान की जग हंसाई करा रही है। पाकिस्तान की हर सड़क, हर चौक पर लोग.. अपने मुल्क की इंटरनेशनल बेइज्जती की चर्चा कर रहे हैं--पाकिस्तानी भारत का गुणगान करते नहीं थक रहे हैं। वहां की अवाम इंडिया-इंडिया नाम की माला जप रही है

भारत का बोलबाला, पाकिस्तान का 'मुंह काला'

कंगाली ने डराया..पाकिस्तान मोदी-मोदी चिल्लाया

मोदी का डंका..अवाम जलाएगी 'जिन्ना की लंका'

पाकिस्तान बर्बाद..पूछे बुलंद भारत का राज़

सच पूछें तो दिल खून के आसू रो रहा है। ये हैं हमारे नेता। वर्ल्ड बैंक और IMF कह रही हैं कि पाकिस्तान अब आंतरिक विद्रोह की तरफ जा रहा है। श्रीलंका वाली स्थिति में जा रहा है। क्योंकि इनके पास अब कोई हल नहीं है इसका।

भारत इस वक्त बहुत स्थिर देश है, उसमें बहुत स्थिरता आ चुकी है। उनकी अर्थ व्यवस्था में, उनकी तरक्की में, उनके हर सेक्टर में स्थिरता आ चुकी है। और दूसरी तरफ पाकिस्तान बहुत ज्यादा अस्थिर है।

ये भ्रष्टाचार करें, कौन रोकता है इनको। लेकिन देश का इतना बेड़ा गर्क ना करें ना। भारत मंगल ग्रह पर अपने उपग्रह भेज रहा है। हमें भी अंदर से दर्द महसूस होता है कि हम इस क्षेत्र में भी पीछे हैं।

जग हंसाई है। सउदी अरब में भी प्रधानमंत्री के तौर पर इज्जत नहीं हुई। चीन में भी ऐसी ही स्थिति से सामना हुआ।

हम अगर भारत से मुकाबला करें तो लगभग हम लोग 0 हैं। वो लोग सुई से लेकर गाड़ी तक अपनी बनाते हैं और इस्तेमाल करते हैं।

मैं नरेंद्र मोदी साब की इस बात से बिल्कुल सहमत हूं, उन्होंने कहा है कि 2047 तक वो विकसित राष्ट्र होंगे।

पाकिस्तान के लिए आप सपना देखें कि वो भारत को पीछे छोड़ देगा 2028 में। कर सकता है? संभव ही नहीं है।

पाकिस्तानी बाहर जाते हैं तो मजदूर की तरह जाते हैं। वो अकुशल श्रमिक होते हैं। अवैध रूप से सीमा पार करके जाते हैं पाकिस्तानी। भारतीय नागरिक जाता है तो साथ डिग्री लेकर जाता है मास्टर्स की डिग्री कम्प्यूटर साइंस में।

पाकिस्तानी होने के नाते मेरा मानना है कि हम पाकिस्तानी कहलाना पसंद नहीं करते। हम पंजाबी, सिंधी, बलूची होना पसंद करते हैं। जबकि भारतीय हर चीज में कहते हैं मैं भारत से प्यार करता हूं।

पाकिस्तानी खुद को पाकिस्तानी कहलाने में शर्म करता है। पाकिस्तान की मीडिया, पाकिस्तान के लोग.. औऱ पाकिस्तान के नेता तक भारत के मुरीद हैं। पाकिस्तान में हर ओर भारत की तरक्की और पाकिस्तान के करप्शन की चर्चा हो रही है।

दुनियाभर में भारत के चमकते सिक्के.. और ऊंची होती साख पाकिस्तानी मीडिया को हजम नहीं हो रही है। पाकिस्तानी मीडिया खुलेआम कह रही है कि वो खून के आंसू रो रहे हैं।

शहबाज पर बोला पाक मीडिया

सच पूछें तो दिल खून के आंसू रो रहा है। ये हैं हमारे नेता, ये हैं हमारे प्रतिनिधि जिनकी बॉडी लैंग्वेज देखकर, इन्हें आप देख लें कि कोई मिस्टर बीन से तुलना कर रहा है कोई इन्हें चार्ली चैप्लिन कह रहा है। जो कि अफसोस की बात है हमारे लिए। बौद्धिक दुनिया में लोग हमपर हंस रहे हैं। इंडियन मीडिया हमारे प्रधानमंत्री की वीडियो शेयर कर रहा है। पुतिन से मुलाकात के दौरान प्रधनमंत्री शहबाज शरीफ से हेडफोन नहीं लगाया जा रहा था। इसके लिए भी उनको मदद लेनी पड़ रही थी। हद है, मतलब क्यों हाथ पांव फूल जाते हैं।

निवेश पर बोले पाकिस्तानी

चीन जैसे कहते हैं कि हमारा चिरकालीन दोस्त है। सउदी अरब ने भी हमारी काफी मदद की। लेकन हम खुद क्यों नहीं कर पाते कुछ। हम क्यों खुद अपनी दिशा नहीं बना पाते। मैं यही कहना चाह रहा था। दुनिया आपकी मदद क्यों न करे। लेकिन पाकिस्तानी ही पाकिस्तान की मदद क्यों नहीं करना चाहता।

विदेश नीति तो आपकी कुछ नहीं कर सकती। क्योंकि पाकिस्तान की स्थिति क्या है। पाकिस्तान जहां जाता है पैसे मांगता है। एक भिखारी, मांगने वाले का और एक कस्टमर यानि खरीदार की क्या तुलना की जाए? भारत जहां जाता है एक खरीदार की तरह जाता है। वो चीज खरीदने जाता है। बल्कि बंग्लादेश को वो मदद देते हैं। कर्जे देते हैं। पाकिस्तान जहां जाता है पैसे मांगता है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने अपने भाषणों में बता दिया, तो एक भिखारी जब रोज़ दरवाजे पर आएगा। तो लोग उससे किस तरह का व्यवहार करेंगे। बिल्कुल उसी तरह से दुनिया भी पाकिस्तान के साथ व्यवहार करती है। हमारे प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ तो कह ही चुके हैं कि मैं किसी देश को फोन करता हूं तो वो समझ जाते हैं कि ये पैसे मांगेंगे। पाकिस्तान की विदेश नीति ऐसी है। उन्होंने खुद ही बता दी हमारी विदेश नीति। उसकी तुलना में भारत के F16 के बारे में बड़े विस्तार से बताऊं, कि इसमें अमेरिका शामिल है। भारत की विदेश नीति, उनको इसपर इतना गर्व है। कि उन्होंने अगले दिन ये बयान दिया है अमेरिका को चाहिए था कि हमसे पूछकर पाकिस्तान को मदद देता। उसकी सफाई अमेरिका ने दी है। उसे सुनिए। अमेरिका ने सफाई दी है कि हम F16 में ऐसा कोई अपग्रेड नहीं कर रहे हैं जिससे क्षेत्र में खतरा पैदा हो। मतलब पाकिस्तान के पास ऐसी कोई चीज नहीं आएगी जिससे भारत को खतरा हो। हम सिर्फ अपग्रेड करेंगे।

भारत की तरक्की पर बोले पाकिस्तानी

भारत के लोग अपने देश को दुनिया में नम्बर-1 देखना चाहते हैं। इस वक्त वो चौथे नम्बर पर है। हो सकता है कि आने वाले समय में वो अमेरिका को भी पीछे छोड़ दे। हो सकता है कि दूसरे देशों को भी पीछे छोड़ दे। इसलिए भारत ने एक विश्वास बना लिया है। हर देश के साथ। चाहे वो मुस्लिम देश हो या गैर मुस्लिम। इसलिए सब चाहते हैं कि भारत के साथ व्यापार किया जाए।

अपने नेताओं पर बोले पाकिस्तानी

भारत देखें वो ज्यादा IT में आगे जा रहे हैं। दूसरा वहां पर बिजली सस्ती है। इस तरह के मौके हैं। जिसकी वजह से लेकिन मेरे ख्याल में हमारे जो नेता हैं ये नहीं इस चीज को अच्छा समझेंगे कि वहां पर भी हमारा कोई अच्छा संबंध हो। हमारे नेता तब अच्छा समझते हैं जब एयरपोर्ट पर चोर चोर चोर.. बड़ी तेज आवाज में और पूरा ग्लोबल मीडिया उसको कवर कर रहा हो। तब हमारे नेता उसको बहुत अच्छा समझते हैं। हां ये भी वैसे ये गलत है। इस तरह नहीं होना चाहिए। हमारे नेता जो हैं. नेताओं की इनती बेइज्जती हो रही है। चाहे जिस पार्टी का हो, दूसरी पार्टी वाले को बुरा भला कह रहा है। एयरपोर्ट्स पर कह रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट्स पर कह रहे हैं। यूरोप में जाकर कह रहे हैं। वहां पर जाकर स्ट्राइक कर रहे हैं।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | दुनिया (world News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल

रवि वैश्य author

मैं 'Times Now नवभारत' Digital में Assistant Editor के रूप में सेवाएं दे रहा हूं, 'न्यूज़ की दुनिया' या कहें 'खबरों के संसार' में काम करते हुए करीब...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited