उसेन बोल्ट (फोटो क्रेडिट @usainbolt X)
नई दिल्ली: महान एथलीट कार्ल लुईस को पूरा भरोसा है कि उसैन बोल्ट के विश्व रिकॉर्ड लंबे समय तक सुरक्षित रहेंगे, हालांकि उनका दृढ़ विश्वास है कि डोपिंग में धोखाधड़ी करने वालों पर भारी जुर्माना लगाया जाना चाहिए ताकि वे सफलता के लिए शॉर्टकट अपनाने से बच सकें। लुईस ने 1984 से लेकर 1996 तक चार ओलंपिक खेलों में भाग लिया। उन्होंने स्प्रिंट, रिले और लंबी कूद में नौ स्वर्ण पदक जीते। उनका यह भी मानना है कि भारत को तेजी से प्रतिस्पर्धी होते जा रहे विश्व में ट्रैक और फील्ड की महाशक्ति के रूप में उभरने के लिए खेल संस्कृति और बुनियादी ढांचे के निर्माण पर भारी निवेश करने की आवश्यकता है।
जमैका के बोल्ट ने 100 मीटर और 200 मीटर में रिकॉर्ड के नए मानदंड स्थापित किए और लुईस ने कहा कि उनके विश्व रिकार्ड निकट भविष्य में टूटने वाले नहीं हैं। वेदांता दिल्ली हाफ मैराथन के अंतरराष्ट्रीय इवेंट एम्बेसडर लुईस ने एक प्रचार कार्यक्रम के दौरान कहा,'मुझे नहीं लगता कि ऐसा होगा। मुझे नहीं लगता कि कोई भी निकट भविष्य में उनके इन रिकॉर्ड को तोड़ पाएगा। मुझे अभी ऐसा नहीं लगता (कि कोई 9.58 सेकंड के 100 मीटर विश्व रिकॉर्ड को तोड़ सकता है)। संभवतः इससे बेहतर मौका है (200 मीटर विश्व रिकार्ड 19.19 सेकंड)। मुझे लगता है कि 200 मीटर का उनका विश्व रिकॉर्ड तोड़ा जा सकता है लेकिन 100 मीटर का रिकॉर्ड अभी दूर की कौड़ी है।'
लुईस का मानना है कि डोपिंग में धोखाधड़ी करने वालों को वहां कड़ी सजा मिलनी चाहिए जहां उन्हें सबसे अधिक नुकसान पहुंचे। उन्होंने कहा,'मेरे हिसाब से, उन्हें (डोप परीक्षण अधिकारियों को) डोप धोखाधड़ी करने वालों पर आर्थिक रूप से शिकंजा कसना चाहिए। यह स्पष्ट होना चाहिए कि जब तक धोखाधड़ी करने वाला खिलाड़ी मोटा जुर्माना नहीं भरता तब तक उसका प्रतिबंध समाप्त नहीं होना चाहिए।'
(भाषा)
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