दिल्ली में अब नहीं बरसेगा बदरा, मानसून की विदाई

सामान्य तौर पर सितंबर के मध्य में दिल्ली से मानसून की विदाई हो जाती है।

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दिल्ली से मानसून की विदाई

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बृहस्पतिवार को कहा कि दक्षिण पश्चिम मानसून की दिल्ली से विदाई हो गई है। इस साल मानसून के दौरान अत्यधिक असमान वर्षा हुई है।आमतौर पर 17 सितंबर से मानसून वापस जाना शुरू होता है और इसके एक सप्ताह के अंदर दिल्ली से विदा हो जाता है।मौसम विभाग ने कहा कि दक्षिण पश्चिम मानसून पंजाब, जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों, हिमाचल प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और समूची दिल्ली से वापस हो गया है। इस बार औसत तौर पर बारिश की कमी थी। अगस्त का महीना करीब करीब सूखा रहा। सितंबर के अंतिम हफ्ते में बारिश हुई।

सामान्य से बारिश कम हुईदिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला ने इस मानसून के मौसम में 516.9 मिलीमीटर (मिमी) वर्षा दर्ज की, जो पिछले वर्ष हुई बारिश (1169.4 मिमी) से आधे से भी कम है।मौसम विभाग ने कहा कि दिल्ली में इस मानसून सीजन में राजधानी में कुल 19 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई। 19 प्रतिशत या इससे अधिक, कम बारिश होने को 'सामान्य' माना जाता है। मौसम विभाग का कहना है कि स्थानीय कारणों से भी बारिश में कमी दर्ज की गई। दिल्ली में 20 सितंबर तक कम बारिश देखी गई थी। हालांकि, एक चक्रवाती परिसंचरण और एककम दबाव वाली प्रणाली के एक साथ बनने के कारण 21 सितंबर से 24 सितंबर तक लगातार बारिश हुई, जिससे यह अंतराल काफी हद तक कम हो गया।

सफदरजंग वेधशाला में 21 सितंबर तक 49 कम बारिश दर्ज की गई थी, जो तीन दिन लगातार बारिश के बाद 24 सितंबर को 39 प्रतिशत अतिरिक्त हो गई।राजधानी में सितंबर में सामान्य 125.1 मिमी के मुकाबले 164.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई।दिल्ली में मानसून के मौसम में 22 सितंबर तक 35 प्रतिशत कमी बारिश दर्ज की गई थी, लेकिन तक यह कमी घटकर 19 प्रतिशत रह गई।

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