Best Hindi Novels to read on Hindi Diwas 2024
Best Hindi Novels to Read on Hindi Diwas 2024: 14 सितंबर को हम हिंदी दिवस मनाते हैं। इस दिन बढ़-चढ़ कर लोग हिंदी को आगे बढ़ाने की कोशिश करते हैं। कई बार ऐसी बातें होती हैं कि हिंदुस्तान में हिंदी धीरे-धीरे चलन से गायब होती जा रही है। हालांकि हिंदी भाषा का जैसा इतिहास है उसे देखते हुए यह तो कहा ही जा सकता है कि हिंदी भाषा इतनी आसानी से अपनी चमक खोने वाली नहीं है। हिंदी भाषा में कई ऐसी कालजयी रचनाएं गढ़ी गई हैं जो हमेशा के लिए अमर हो गई हैं। आइए डालते हैं हिंदी भाषा में लिखे गए अब तक के 10 सबसे बेहतरीन उपन्यासों पर एक नजर:
गुनाहों का देवता
मशहूर उपन्यासकार धर्मवीर भारती की यह किताब सबसे पहले 1949 में प्रकाशित हुई थी। इसमें प्रेम के अव्यक्त और अलौकिक रूप का अन्यतम चित्रण है। इस उपन्यास के सौ से ज्यादा संस्करण छप चुके हैं।
मैला आंचल
यह किताब फणीश्वरनाथ 'रेणु' की कालजयी रचना प्रतिनिधि उपन्यास है। इसकी गिनती हिन्दी के श्रेष्ठ उपन्यासों में होती है। इस कहानी पर सुपरहिट फिल्म तीसरी कसम भी बन चुकी है।
राग दरबारी
रागदरबारी विख्यात हिन्दी साहित्यकार श्रीलाल शुक्ल की प्रसिद्ध व्यंग्य रचना है जिसके लिये उन्हें सन् 1969 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह ऐसा उपन्यास है जो गाँव की कथा के माध्यम से आधुनिक भारतीय जीवन की मूल्यहीनता को सहजता और निर्ममता से अनावृत करता है।
कितने पाकिस्तान
कितने पाकिस्तान हिन्दी के विख्यात साहित्यकार कमलेश्वर द्वारा रचित उपन्यास है। इसके लिये उन्हें सन् 2003 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह उपन्यास भारत-पाकिस्तान के बंटवारे और हिंदू-मुस्लिम संबंधों पर आधारित है।
तमस
तमस भीष्म साहनी का सबसे प्रसिद्ध उपन्यास है। इसका प्रकाशन 1973 में हुआ था। तमस को 1975 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। इस उपन्यास पर भी फिल्म और सीरियल बन चुका है।
काशी का अस्सी
काशी का अस्सी साल 2004 में काशी नाथ सिंह ने लिखी थी। इस पर मोहल्ला अस्सी नाम की एक फिल्म भी बनी है। कहानी राम जन्मभूमि आंदोलन और मंडल आयोग के कार्यान्वयन घटनाओं सहित 1990 और 1998 की घटनाओं के इर्द गिर्द बुनी गई है।
गोदान
हिंदी उपन्यास की बात हो और प्रेमचन्द की गोदाम का जिक्र ना हो ऐसा हो नहीं सकता है। कुछ लोग इसे उनकी सर्वोत्तम कृति भी मानते हैं। 1939 में आई इस किताब में भारतीय ग्रामीण समाज व परिवेश का सजीव चित्रण है। इस उपन्यास को ग्रामीण जीवन और कृषि संस्कृति का महाकाव्य माना जाता है।
वर्दी वाला गुंडा
वर्दी वाला गुंडा हिंदी को वेद प्रकाश शर्मा ने लिखा है। वर्दी वाला गुंडा एक कुटिल पुलिसकर्मी की भ्रष्ट गतिविधियों से शुरू होता है, जिसका नाम इंस्पेक्टर देशराज से शुरू होता है और वह पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या की साजिश रचने वाले विदेशी आतंकवादी संगठन लिट्टे का आदमी रहता है।
पिंजर
अमृता प्रीतम की लिखी गई पिंजर को भारत-पाकिस्तान के विभाजन के दौरान लिखी गई सबसे महान साहित्यिक कृतियों में से एक माना जाता है। पिंजर पुरो नाम की एक युवा लड़की की कहानी है, जिसका राशिद नाम के एक व्यक्ति ने अपहरण कर लिया था। राशिद के घर से भागने और अपने माता-पिता के पास लौटने में कामयाब होने के बाद उन्होंने उसे अशुद्ध मानते हुए वापस लेने से इनकार कर दिया था।