देश के 150 मेडिकल कॉलेज खो सकते हैं मान्यता, NMC के रडार पर ये 8 राज्य
आयोग के अंडरग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन बोर्ड द्वारा एक महीने से अधिक समय तक किए गए निरीक्षण के दौरान कमियां सामने आईं...
Updated May 30, 2023 | 11:06 PM IST

Medical Colleges
Medical Colleges: देश के लगभग 150 मेडिकल कॉलेजों को राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) की मान्यता खो सकते हैं। अपर्याप्त फैकल्टी और नियमों का पालन न करने के कारण ये मान्यता खो सकते हैं। सूत्रों के हवाले से ये जानकारी सामने आई है। पहले ही देश भर के 40 मेडिकल कॉलेजों ने मान्यता खो दी है और उन्हें एनएमसी को निर्धारित मानकों का पालन करना होगा। एनएमसी के रडार पर कॉलेजों की सूची में गुजरात, असम, पुडुचेरी, तमिलनाडु, पंजाब, आंध्र प्रदेश, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल के मेडिकल कॉलेज शामिल हैं।
निरीक्षण के दौरान कमियां सामने आईं
आयोग के अंडरग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन बोर्ड द्वारा एक महीने से अधिक समय तक किए गए निरीक्षण के दौरान कमियां सामने आईं, जिसमें उन्होंने सीसीटीवी कैमरे, आधार से जुड़ी बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रक्रियाओं और फैकल्टी रोल में खामियों को देखा। सूत्रों ने कहा कि कॉलेज उचित कैमरा लगाने और उनके कामकाज सहित मानदंडों का पालन नहीं कर रहे थे। बायोमेट्रिक सुविधा ठीक से काम नहीं कर रही थी। निरीक्षण के दौरान संकायों में भी कई पद रिक्त पाए गए।
सूत्रों ने कहा कि मेडिकल कॉलेजों के पास अपील करने का विकल्प है। एनएमसी में 30 दिनों के भीतर पहली अपील की जा सकती है। अगर अपील खारिज होती है तो वे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से संपर्क कर सकते हैं। दिसंबर में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मेडिकल कॉलेजों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी थी जो नियमों का पालन नहीं करते हैं या उचित संकाय नहीं रखते हैं। उन्होंने कहा था कि हमें छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देनी है, हमें अच्छे डॉक्टर तैयार करने हैं।
देश के लिए पैदा हो सकता है संकट
150 संस्थानों की मान्यता रद्द करना देश के लिए एक संकट पैदा कर सकता है। देश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या और मेडिकल छात्रों के लिए सीटें दशकों से अपर्याप्त हैं। केंद्र सरकार द्वारा जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2014 के बाद से मेडिकल कॉलेजों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है। 2014 में देश में 387 मेडिकल कॉलेज थे। 2023 में, संख्या बढ़कर 660 हो गई है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, इनमें से 22 अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान हैं, जो कि 2014 में सात थे।
स्नातकोत्तर सीटों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। कुल 65,335 पोस्ट-ग्रेजुएट सीटें हैं जो 2014 की तुलना में दोगुने से अधिक है। 2014 में 31,185 पोस्ट-ग्रेजुएट मेडिकल सीटें थीं। एमबीबीएस सीटों की संख्या 1,01,043 है जो 2014 में 51,348 से अधिक है। लेकिन 150 मेडिकल कॉलेजों की मान्यता रद्द करने से मेडिकल कॉलेजों की संख्या लगभग एक चौथाई कम हो सकती है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | देश (india News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
आर्टिकल की समाप्ति
वीडियो





02:45
ST Hasan के भड़काऊ बयान को समर्थन करना पड़ा Islamic Scholar को भारी, बीच बहस ही खुल गई पोल!

23:10
Jaipur हादसे पर 'भड़काऊ गैंग' हुई एक्टिव, मौत पर क्यों सिलेक्टिव ?

05:09
UP की Muslim महिलाओं ने Yogi सरकार की क्यों की तारीफ ?

01:24
JNU Campus में फिर राष्ट्रविरोधी गतिविधि, School Of Language की दीवारों पर लिख गए विवादित नारे

07:01
स्वच्छता दिवस पर PM Modi का श्रमदान..Ankit Baiyanpuria संग की सफाई, Tweet कर वीडियो किया शेयर
© 2023 Bennett, Coleman & Company Limited