नई दिल्ली। Kartarpur Corridor Project: पाकिस्तान ने कहा कि सीमा-पार करतारपुर कॉरिडोर परियोजना अपनी योजना के अनुसार जारी रहेगा। इस अनुच्छेद के तहत जम्मू एवं कश्मीर को विशेष दर्जा प्राप्त था। पाकिस्तान का यह बयान भारतीय राजदूत को निष्कासित करने व दूसरे जवाबी उपायों की घोषणा के बाद आया है।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा, 'करतारपुर कॉरिडोर परियोजना जारी रहेगी। पाकिस्तान सभी धर्मो का आदर करता है और वह परियोजना के साथ आगे बढ़ेगा।'
उन्होंने कहा,'भारत व पाकिस्तान ने कॉरिडोर के निर्माण पर सहमति जताई थी। यह कॉरिडोर भारत के सिख तीर्थयात्रियों को गुरद्वारा दरबार साहिब तक आसानी से पहुंच प्रदान करेगा। गुरुद्वारा साहिब करतारपुर के नरोवल में स्थित है।' उन्होंने कहा, 'वर्तमान गुरुद्वारा उस जगह पर बना है जहां गुरु नानक सिंह का 22 सितंबर 1539 में निधन हुआ था। प्रधानमंत्री इमरान खान ने 28 नवंबर 2018 को करतारपुर कॉरिडोर की नींव रखी।'
विदेश कार्यालय के प्रवक्ता की यह टिप्पणी पाकिस्तान के गुरुवार को सीमा-पार समझौता एक्सप्रेस के स्थायी रूप से रोके जाने की घोषणा व एक दिन पहले भारतीय उच्चायुक्त को निष्कासित करने व द्विपक्षीय व्यापार को निलंबित किए जाने के बाद आई है। करतारपुर कॉरिडोर को गुरु नानक देव के 55वीं जयंती पर नवंबर में खोला जाना है।
गौरतलब है कि नंबवर 2018 में उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने करतारपुर साहिब गलियारे के निर्माण की आधारशिला रखी थी। कॉरिडोर पाकिस्तान के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा तक जाएगा। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने करतारपुर कॉरिडोर के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान का शुक्रिया अदा किया था।
डेरा बाबा नानक से अंतरराष्ट्रीय सीमा तक गलियारे बनाने का निर्णय केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा 22 नवंबर को लिया गया था। उसी दिन पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने घोषणा की थी कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान करतारपुर गलियारे का शिलान्यास करेंगे।
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