Tilchatta Leaves benefits for oral health
Tilchatta Leaves benefits for oral health: अगर आपके दांतों पर पीलापन, मसूड़ों में सूजन या सांस की बदबू की समस्या है, तो अब महंगे टूथपेस्ट और डेंटल ट्रीटमेंट पर पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं। आयुर्वेद में एक ऐसा पत्ता बताया गया है जो दांतों की हर समस्या का हल हो सकता है। बात हो रही है टिलछट्टा (Cassia Tora) के पत्ते की, जिसे खाने या चबाने से दांतों की गंदगी, प्लाक और बदबू सब गायब हो सकती है। जंसत्ता की रिपोर्ट के मुताबिक, सिर्फ 2-3 पत्ते रोजाना इस्तेमाल करने से दांत सफेद और मसूड़े मजबूत बन सकते हैं। आइए जानते हैं इस चमत्कारी पत्ते के फायदे और इस्तेमाल का तरीका।
टिलछट्टा एक औषधीय पौधा है, जो भारत के कई हिस्सों में आसानी से पाया जाता है। इसके पत्तों में ऐसे तत्व मौजूद हैं जो एंटी-प्लाक और एंटी-बैक्टीरियल गुण रखते हैं। यही वजह है कि यह मुंह के कीटाणुओं को खत्म करके दांतों को प्राकृतिक चमक देता है। आयुर्वेद में इसे दांतों और मसूड़ों की सेहत के लिए वरदान माना गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, अगर आप रोज सुबह खाली पेट 2-3 टिलछट्टा के पत्ते चबाते हैं, तो इससे दांतों की जमी मैल और प्लाक धीरे-धीरे साफ हो जाते हैं। साथ ही ये पत्ते मुंह की बदबू को भी दूर करते हैं। कुछ ही दिनों में आप खुद महसूस करेंगे कि आपके दांत पहले से ज्यादा सफेद और मसूड़े हेल्दी लगने लगे हैं।
अगर ब्रश करते समय मसूड़ों से खून आता है या सूजन रहती है, तो टिलछट्टा का पत्ता बहुत मददगार हो सकता है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मसूड़ों की सूजन को कम करते हैं और संक्रमण से बचाते हैं। रोजाना इसका सेवन करने से मसूड़े मजबूत होते हैं और खून आने की समस्या भी खत्म हो जाती है।
टिलछट्टा के पत्ते में मौजूद प्राकृतिक एंजाइम दांतों की ऊपरी सतह पर जमी गंदगी और दागों को हटाते हैं। इससे दांतों की चमक धीरे-धीरे वापस आ जाती है। कई लोग जो कॉफी, चाय या तंबाकू की वजह से दांतों में दाग झेल रहे हैं, उनके लिए यह एक बेहतरीन नेचुरल उपाय साबित हो सकता है।
टिलछट्टा के पत्तों का इस्तेमाल बेहद आसान है। आप सुबह 2-3 पत्ते तोड़कर हल्के पानी से धो लें और फिर धीरे-धीरे चबाएं। इसके अलावा, चाहें तो पत्तों को सुखाकर पाउडर बना सकते हैं और ब्रश करते समय थोड़ा सा पाउडर टूथपेस्ट के साथ मिलाकर इस्तेमाल कर सकते हैं। कुछ हफ्तों में ही असर दिखने लगेगा।
आजकल मार्केट में मिलने वाले टूथपेस्ट में केमिकल्स भरे होते हैं जो लंबे समय में दांतों की इनेमल को कमजोर कर सकते हैं। ऐसे में टिलछट्टा जैसे नेचुरल विकल्प न सिर्फ सुरक्षित हैं, बल्कि लंबे समय तक दांतों की सेहत को बनाए रखते हैं। यह घरेलू उपाय सस्ता, असरदार और पूरी तरह प्राकृतिक है।
टिलछट्टा का पत्ता सिर्फ एक साधारण हर्ब नहीं, बल्कि दांतों की पीलापन, बदबू, मसूड़ों की सूजन जैसी समस्याओं का प्राकृतिक समाधान है। बस रोज 2-3 पत्तों का नियमित सेवन करें और पाएं मोती जैसे सफेद, चमकदार दांत वो भी बिना किसी महंगे ट्रीटमेंट के।
डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
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