World Teachers Day 2025: विश्व शिक्षक दिवस का महत्व और इतिहास
World Teachers Day 2025 Theme, History In Hindi: शिक्षक को किसी भी राष्ट्र की रीढ़ कहा जाता है। जिस प्रकार एक कुम्हार मिट्टी को गढ़ कर बर्तन का आकार देकर उसे योग्य (World Teachers Day 2025) बनाता है। ठीक उसी प्रकार शिक्षक भी छात्रों के व्यक्तित्व और भविष्य को (World Teachers Day 2025 Theme) गढ़ते हैं। वह ना केवल किताबों का ज्ञान देते हैं बल्कि विद्यार्थियों को जीवन के अनुभव और मूल्य भी (World Teachers Day History In Hindi) सिखाते हैं। वह बच्चों के भीतर छिपी हुई प्रतिभा को पहचानते हैं और उसे सही दिशा में विकसित करते हैं। शिक्षक का दर्जा समाज में सर्वोच्च माना जाता है। हर साल 5 अक्टूबर 2025 विश्वभर शिक्षक दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य शिक्षकों के योगदान को सम्मान देना और समाज में उनकी भूमिका को उजागर करना है। ऐसे में यहां आप विश्व शिक्षक दिवस की थीम, महत्व और इतिहास जान सकते हैं।
विश्व शिक्षक दिवस का इतिहास काफी पुराना है। कहा जाता है कि साल 1994 में पेरिस में एक सम्मेलन आयोजित हुआ था, जिसमें टीचिंग इन फ्रीडम संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे। इस संधि में शिक्षकों के अधिकार, जिम्मेदारी, भर्ती, रोजगार, सीखने- सिखाने के लिए कई सिफारिश की गई थी। साथ ही करीब 100 देशों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षक दिवस मनाने के लिए यूनेस्को से सिफारिश की गई थी।
बता दें विश्व शिक्षक दिवस 2025 की थीम 'शिक्षण को सहयोगी पेशे के रूप में पुनर्परिभाषित करना है। एक शिक्षक ही हैं जो निस्वार्थ भाव से अपने छात्रों ज्ञान और जीवन के लिए सही मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।
एक विकसित देश के लिए शिक्षकों का अहम योगदान होता है। शिक्षक ही वह आधार होते हैं, जिनके मार्गदर्शन से एक विद्यार्थी के चरित्र, सोच और भविष्य निर्माण होता है। वह ना केवल बच्चों को ज्ञान देते हैं बल्कि जीवन जीने की कला, नैतिक मूल्य और जिम्मेदार नागरिक भी बनाते हैं। शिक्षक दिवस मनाने का उद्देश्य उन तमाम शिक्षकों के योगदान को सम्मान देना और समाज में उनकी भूमिका को उजागर करना है।
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