Gold: क्या इस त्योहारी सीजन में निवेश का अच्छा विकल्प है सोना? समझें कैसे

Gold: त्योहार और शादी के मौसम सोने की डिमांड बढ़ गई है। इसके बावजूद लोग पूर्वी यूरोप और मध्य पूर्व में युद्ध के तेज होने के साथ अधिक से अधिक निवेशक सुरक्षित निवेश के लिए सोने को चुन रहे हैं। कीमतें भी लगातार बढ़ रही हैं। तो क्या यह सोने में निवेश करने का सही समय है? आइए कुछ ऐसे कारकों का पता लगाएं जो आपको यह तय करने में मदद कर सकते हैं।

Invest in gold

सोने में निवेश का सही समय कौन सा (तस्वीर-Canva)

Gold: 16 अक्तूबर 2024 को सोने की कीमतें 76700 रुपये के उच्चतम स्तर को छू गईं थी। यह कीमती धातु में हालिया उछाल कई कारकों से प्रेरित है, जिसमें भू-राजनीतिक तनाव में वृद्धि भी शामिल है। पूर्वी यूरोप और मध्य पूर्व में युद्ध के तेज होने के साथ अधिक से अधिक निवेशक सुरक्षित निवेश के लिए गोल्ड को चुन रहे हैं। इसके अलावा आगामी त्योहार और शादी के मौसम ने भी सोने की डिमांड में योगदान दिया है। दिवाली और धनतेरस जैसे त्योहारों को सोना खरीदने के लिए शुभ माना जाता है, जो परंपरागत रूप से भारत में शादियों का हिस्सा रहा है। हालांकि कीमती धातु को एक सुरक्षित निवेश भी माना जाता है, खासकर जब बाजार अस्थिर होते हैं। वर्तमान में मुंबई और दिल्ली जैसे प्रमुख शहरों में सोने की कीमतें 22 हजार सोने के लिए 7,150 रुपये प्रति ग्राम के आसपास चल रही हैं। तो क्या यह सोने में निवेश करने का सही समय है? आइए कुछ ऐसे कारकों का पता लगाएं जो आपको यह तय करने में मदद कर सकते हैं।

बाजार के रुझान और मूल्य निर्धारण

डिमांड अधिक होने के कारण त्योहार और शादी के मौसम में सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं। इस कीमती धातु को पारंपरिक रूप से बाजार में उतार-चढ़ाव के खिलाफ एक भरोसेमंद सुरक्षा के रूप में देखा जाता है और यह अनिश्चित समय के दौरान आपके पोर्टफोलियो को स्थिरता प्रदान करता है। भारत में सोने को पारंपरिक रूप से कई कारणों से गिफ्ट और निवेश के रूप में महत्व दिया जाता है। सोना महंगाई दर के खिलाफ बचाव के रूप में काम करता है, इसकी कीमत महंगाई दरों से प्रभावित होती है। आमतौर पर जीवन यापन की लागत बढ़ने पर सोने का दाम बढ़ जाता है। जैसे-जैसे महंगाई दर बढ़ती है, मुद्रा का मूल्य घटता है, जिससे लोग अपने धन को सोने के रूप में संग्रहीत करने के लिए प्रेरित होते हैं। इसके अलावा, अमेरिकी डॉलर की दर और वैश्विक आर्थिक स्थितियों में बदलाव जैसे विभिन्न कारक भी सोने की कीमतों को प्रभावित करते हैं। इसलिए अगर आप सोने में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो इन रुझानों पर नजर रखना आवश्यक है।

आर्थिक अनिश्चितता और सोने की स्थिरता

आर्थिक अनिश्चितता के समय में सोने को अक्सर एक सुरक्षित प्रोपर्टी माना जाता है। वैश्विक तनाव के कारण बाजार में उतार-चढ़ाव हो रहा है, ऐसे में सोने में निवेश महंगाई दर के खिलाफ बचाव प्रदान कर सकता है। निवेश करने से पहले, आकलन करें कि क्या सोने की मौजूदा कीमत आपके निवेश लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता के अनुरूप है।

शुद्धता और सर्टिफिकेशन

सोना खरीदते समय, खासकर आभूषण खरीदते समय, इसकी शुद्धता को समझना आवश्यक है। सोने को कैरेट में मापा जाता है, जिसमें 24 कैरेट सोना 99.9% शुद्ध होता है, और 22 कैरेट सोना 92% शुद्ध होता है। हालांकि, 24 कैरेट सोने का उपयोग नाजुक या बढ़िया आभूषणों के लिए नहीं किया जाता है। इसके बजाय जौहरी 14, 18 या 22 कैरेट सोने का उपयोग करते हैं। हॉलमार्क सोने की शुद्धता का सर्टिफिकेशन है और हॉलमार्क वाले आभूषण खरीदना उचित है, क्योंकि इन वस्तुओं का परीक्षण अधिकृत एजेंसियों द्वारा किया जाता है। भारत में BIS हॉलमार्क वह सर्टिफिकेशन है जिसकी आपको ऑथेंटिसिटी सुनिश्चित करने के लिए जांच करनी चाहिए। यह त्योहारी सीजन के दौरान विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जब सर्टिफिकेशन की पुष्टि करने से आपके सोने के निवेश को सुरक्षित रखने में मदद मिल सकती है।

निवेश प्रकार: फिजिकल सोना बनाम डिजिटल सोना

सोने में निवेश करने के कई तरीके हैं, जैसे फिजिकल सोना, गोल्ड ETF, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) और गोल्ड म्यूचुअल फंड। गोल्ड ETF, SGB और गोल्ड म्यूचुअल फंड जैसे डिजिटल गोल्ड निवेश आसान लिक्विडिटी, किफायती और सुविधाजनक हैं। दूसरी ओर आभूषण और सिक्कों जैसे फिजिकल सोने में निर्माण शुल्क शामिल होता है और चोरी होने का जोखिम भी होता है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय लक्ष्यों के साथ तालमेल बिठाने के लिए दोनों विकल्पों के पक्ष और विपक्ष को तौलें।

लॉन्ग टर्म बनाम शॉर्ट टर्म टारगेट

सोना आम तौर पर एक लॉन्ग टर्म धन-निर्माण एसेस्ट्स है। अगर आप तुरंत लाभ की तलाश में हैं, तो सोना आदर्श नहीं हो सकता है क्योंकि इसकी कीमतें विभिन्न कारकों के आधार पर उतार-चढ़ाव कर सकती हैं। लेकिन अगर आप लॉन्ग टर्म निवेश कर रहे हैं, तो सोने की ऐतिहासिक स्थिरता इसे धन संरक्षण के लिए एक विश्वसनीय विकल्प बनाती है।

ध्यान रखने योग्य बातें

जब सोने की बात आती है तो शॉर्ट टर्म लाभ लॉन्ग टर्म लाभ की तुलना में बाजार की अस्थिरता से अधिक प्रभावित हो सकते हैं। इसलिए एक चरणबद्ध खरीद रणनीति, जिसमें आप समय-समय पर छोटी मात्रा में खरीदारी करते हैं, की सलाह दी जाएगी। यह मूल्य में उतार-चढ़ाव के प्रभाव को कम करने में मदद करेगा और आपको संतुलित मूल्य पर खरीदारी करने की अनुमति देगा। हालांकि सोने में अपने निवेश को अपने समग्र पोर्टफोलियो के 5-10% तक सीमित रखें और अन्य परिसंपत्ति वर्गों द्वारा पेश किए गए अवसरों से लाभ उठाने के लिए अपने निवेशों में विविधता लाएं।

(डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल बैंकबाजार डॉट कॉम के सीईओ आदिल शेट्टी ने लिखी है, यह सिर्फ जानकारी के लिए है, अगर आप किसी भी तरह का निवेश करने जा रहे हैं तो आप निवेश एक्सपर्ट्स से संपर्क करें)

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) पढ़ें हिंदी में और देखें छोटी बड़ी सभी न्यूज़ Times Now Navbharat Live TV पर। बिजनेस (Business News) अपडेट और चुनाव (Elections) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से।

रामानुज सिंह author

रामानुज सिंह अगस्त 2017 से Timesnowhindi.com के साथ करियर को आगे बढ़ा रहे हैं। यहां वे असिस्टेंट एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं। वह बिजनेस टीम में ...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited