बुर्किना फासो में जेहादियों का कहर, 100 से ज्यादा लोगों को मौत के घाट उतारा, अल कायदा ने दिया अंजाम

सैन्य जुंटा द्वारा संचालित, 2.3 करोड़ आबादी वाला यह देश अफ्रीका के साहेल क्षेत्र में सुरक्षा संकट से सबसे बुरी तरह प्रभावित देशों में से एक है, जिसे हिंसक उग्रवाद के लिए वैश्विक केंद्र के रूप में जाना जाता है।

Burkina faso

बुर्किना फासो में जेहादियों ने बोला हमला

Burkina Faso Killings: उत्तरी बुर्किना फासो में एक जिहादी समूह सेना और आम नागरिकों पर हमले करते हुए कत्लेआम मचाया है। इस हमले में 100 से अधिक लोग मारे गए हैं, जिनमें अधिकतर सैनिक थे। एक सहायता कर्मी और स्थानीय निवासियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। बुर्किना फासो के बुरी तरह प्रभावित समुदायों के साथ संवाद में शामिल रहे एक सहायता कर्मी ने बताया कि रविवार की सुबह एक सैन्य अड्डे और लंबे समय से घेरे गए शहर जिबो सहित कई जगहों पर हमला हुआ। इलाके की एक छात्रा ने बताया कि मारे गए लोगों में उसके पिता भी शामिल हैं।

जमात नस्र अल-इस्लाम वाल-मुस्लिमीन ने किया हमला

इन दोनों ने प्रतिशोध के डर से नाम न बताने की शर्त पर सोमवार को एसोसिएटेड प्रेस से बात की। जमात नस्र अल-इस्लाम वाल-मुस्लिमीन या JNIM के नाम से अल-कायदा से जुड़े एक जिहादी समूह ने रविवार के हमले की जिम्मेदारी ली है, जो साहेल क्षेत्र में सक्रिय है।

सैन्य जुंटा द्वारा संचालित, 2.3 करोड़ आबादी वाला यह देश अफ्रीका के साहेल क्षेत्र में सुरक्षा संकट से सबसे बुरी तरह प्रभावित देशों में से एक है, जिसे हिंसक उग्रवाद के लिए वैश्विक केंद्र के रूप में जाना जाता है। 2022 में दो तख्तापलट के परिणामस्वरूप बुर्किना फासो का लगभग आधा हिस्सा सरकारी नियंत्रण से बाहर है। सरकारी सुरक्षा बलों पर हत्याओं का भी आरोप लगा है।

एक साथ आठ इलाकों पर हमला

साहेल पर नजर रखने वाले एक स्वतंत्र विश्लेषक चार्ली वेर्ब ने बताया कि कैसे रविवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 6 बजे अलग-अलग स्थानों पर एक साथ हमला शुरू हुआ। सहायता कार्यकर्ता ने कहा, जेएनआईएम के लड़ाकों ने बुर्किना फासो वायु सेना को तितर-बितर करने के लिए एक साथ आठ इलाकों पर हमला किया। मुख्य हमला जिबो में हुआ, जहां जेएनआईएम के लड़ाकों ने सैन्य शिविरों, विशेष रूप से विशेष आतंकवाद विरोधी इकाई के शिविर पर हमला करने से पहले शहर की सभी प्रवेश चौकियों पर नियंत्रण कर लिया।

ऑनलाइन पोस्ट किए गए वीडियो की स्टडी करने वाले वेर्ब ने कहा कि हमलावरों ने बुर्किना फासो की सेना की गैरमौजूदगी में यहां कई घंटे बिताए, जबकि अतीत में जिबो पर इसी तरह के हमलों में सुरक्षा बलों ने चरमपंथियों को सफलतापूर्वक खदेड़ दिया था। सौफान सेंटर सुरक्षा थिंक टैंक में सहेल विशेषज्ञ और वरिष्ठ शोध फेलो वसीम नस्र ने कहा कि ताजा हमला बुर्किना फासो में जेएनआईएम की बढ़ती ताकतऔर व्यापक पहुंच को दर्शाता है।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) पढ़ें हिंदी में और देखें छोटी बड़ी सभी न्यूज़ Times Now Navbharat Live TV पर। दुनिया (World News) अपडेट और चुनाव (Elections) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से।

अमित कुमार मंडल author

करीब 18 वर्षों से पत्रकारिता के पेशे से जुड़ा हुआ हूं। इस दौरान प्रिंट, टेलीविजन और डिजिटल का अनुभव हासिल किया। कई मीडिया संस्थानों में मिले अनुभव ने ...और देखें

End of Article

© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited