ढाका में इस्कॉन विरोधी प्रदर्शन जारी, हिंदुओं पर बढ़ते अत्याचार पर विदेश मंत्रालय सख्त; कहा- जिम्मेदारी निभानी पड़ेगी
Anti ISKCON Protests: विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि व्यक्तियों के खिलाफ मामले, ये कानूनी प्रक्रिया चल रही है और हमें उम्मीद है कि इन प्रक्रियाओं को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से निपटाया जाएगा। आज नई दिल्ली में साप्ताहिक ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए जायसवाल ने कहा कि हम इस्कॉन को एक विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित संगठन के रूप में देखते हैं जिसका समाज सेवा का एक मजबूत रिकॉर्ड है।
बांग्लादेश में इस्कॉन विरोधी प्रदर्शन जारी
Bangladesh: आध्यात्मिक उपदेशक चिन्मय कृष्ण राजद्रोह के आरोप के बाद बांग्लादेश की जेल में बंद हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में उनके और इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। शुक्रवार को नमाज के बाद, हिफाजत-ए-इस्लाम से जुड़े प्रदर्शनकारी ढाका में बिटुल मुकर्रम मस्जिद के बाहर एकत्र हुए और इस्कॉन पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। प्रदर्शनकारियों को झंडे के साथ देखा गया और वे नारे लगाते भी दिखे, जबकि पुलिस कर्मियों की एक बड़ी टुकड़ी निगरानी कर रही थी। विरोध प्रदर्शन मस्जिद के उत्तरी द्वार पर किया गया। चटगांव कोर्ट बिल्डिंग इलाके में 27 नवंबर को पुलिस और चिन्मय कृष्ण दास के कथित अनुयायियों के बीच झड़प के दौरान एक वकील की हत्या के बाद से स्थिति तनावपूर्ण है। 25 अक्टूबर को चटगांव में बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज के ऊपर भगवा झंडा फहराने के आरोप में दास पर देशद्रोह का आरोप लगाया गया है, हालांकि इस्कॉन बांग्लादेश की इकाई ने चटगांव में वकील की हत्या से धार्मिक संगठन को जोड़ने के आरोपों को खारिज कर दिया है, लेकिन देश में विरोध प्रदर्शन जारी हैं।
अल्पसंख्यकों को बांग्लादेश में बनाया जा रहा निशाना
आज, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत ने बांग्लादेश के साथ देश में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाए जाने के मुद्दों को लगातार उठाया है। भारत ने बांग्लादेश सरकार के साथ हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर खतरों और लक्षित हमलों के मुद्दे को लगातार और दृढ़ता से उठाया है ... अंतरिम सरकार को सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। हम चरमपंथी बयानबाजी के बढ़ने से चिंतित हैं। हिंसा और उकसावे की बढ़ती घटनाओं को केवल मीडिया द्वारा बढ़ा-चढ़ाकर पेश किए जाने के रूप में खारिज नहीं किया जा सकता। हम बांग्लादेश से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाने का आह्वान करते हैं...। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय ने चिन्मय कृष्ण दास जैसे अल्पसंख्यक नेताओं से जुड़े मामलों में निष्पक्ष न्यायिक प्रक्रिया का भी आह्वान किया।
चिन्मय कृष्ण दास की जमानत याचिका हुई खारिज
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि व्यक्तियों के खिलाफ मामले, ये कानूनी प्रक्रिया चल रही है और हमें उम्मीद है कि इन प्रक्रियाओं को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से निपटाया जाएगा। आज नई दिल्ली में साप्ताहिक ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए जायसवाल ने कहा कि हम इस्कॉन को एक विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित संगठन के रूप में देखते हैं जिसका समाज सेवा का एक मजबूत रिकॉर्ड है। जहां तक चिन्मय दास की गिरफ़्तारी का सवाल है इस्कॉन ने पहले चिन्मय कृष्ण दास के साथ एकजुटता व्यक्त की थी, जिन्हें बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज को प्रदर्शित करने वाले एक स्टैंड पर झंडा फहराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। एक्स पर एक पोस्ट में इस्कॉन, इंक ने कहा कि इस्कॉन, इंक चिन्मय कृष्ण दास के साथ खड़ा है। इन सभी भक्तों की सुरक्षा के लिए भगवान कृष्ण से हमारी प्रार्थना है। चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी को बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज को प्रदर्शित करने वाले एक स्टैंड पर झंडा फहराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उन्हें मंगलवार को चटगांव की एक अदालत में पेश किया गया, जिसने उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया और उन्हें हिरासत में भेज दिया।
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शशांक शेखर मिश्रा टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल (www.timesnowhindi.com/ में बतौर कॉपी एडिटर काम कर रहे हैं। इन्हें पत्रकारिता में करीब 5 वर्षों का अनुभव ह...और देखें
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