Free Wi-Fi: होटल, रेलवे स्टेशन का Wi-Fi करते हैं यूज, हो सकते हैं साइबर फ्रॉड का शिकार, बचने का तरीका भी जानें
फ्री वाईफाई (Free Wi-Fi) अब हर जगह ही उपलब्ध हैं। होटल से लेकर रेलवे स्टेशन और कई सार्वजिनक जगहों पर भी अब आप मुफ्त में वाईफाई का इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि फ्री वाईफाई की बदौलत आप ठगी का शिकार हो सकते हैं और इसकी वजह से आपका बैंक अकाउंट खाली हो सकता है? आइये जानते हैं पब्लिक वाईफाई क्यों सुरक्षित नहीं हैं और आप पब्लिक वाईफाई से कनेक्ट रहकर भी खुद को कैसे सुरक्षित रख सकते हैं?
होटल, रेलवे स्टेशन का Wi-Fi करते हैं यूज, हो सकते हैं साइबर फ्रॉड का शिकार, बचने का तरीका भी जानें
Free Wi-Fi: फ्री वाईफाई (Free Wi-Fi) की सुविधा अब हर जगह उपलब्ध है। रेलवे स्टेशन से लेकर एयरपोर्ट और सार्वजनिक जगहों से लेकर होटल के कमरे तक में आपको यह सुविधा मिलती है। अधिकतर लोग जब होटल या रेलवे स्टेशन पहुंचते हैं तो फौरन अपने फोन को वाईफाई से कनेक्ट कर लेते हैं। देश भर में फ्री वाईफाई सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से कुछ समय पहले ही मोदी सरकार द्वारा PM वाईफाई एक्सेस नेटवर्क इंटरफेस (PM-WANI) योजना भी चलाई गई थी। लेकिन क्या आप जानते हैं कि फ्री में मिला वाईफाई आपका पूरा बैंक अकाउंट खाली कर सकता है? आइये जानते हैं कि पब्लिक वाईफाई सुरक्षित क्यों नहीं हैं और आप पब्लिक वाईफाई से कनेक्ट रहकर भी खुदको सुरक्षित कैसे रख सकते हैं।
क्यों खतरनाक है पब्लिक वाईफाई (Why Public Wi-Fi Is Not Dangerous)
पब्लिक वाईफाई से कनेक्ट होने के लिए किसी प्रकार के पासवर्ड की जरूरत नहीं होती है। साथ ही अगर पासवर्ड होता भी है तो वो अनेक यूजर्स के पास मौजूद होता है। इस तरह कोई हैकर या धोखेबाज भी बिना किसी परेशानी के आसानी से वाईफाई को एक्सेस कर सकता है। क्योंकि कोई भी ऑथेंटिकेशन या वेरिफिकेशन नहीं होता इसीलिए पब्लिक वाईफाई पर मौजूद कोई भी व्यक्ति आसानी से आपके डिवाइस तक पहुंचकर आपकी जरूरी जानकारी प्राप्त कर सकता है। इसीलिए पब्लिक वाईफाई से कनेक्टेड कोई भी डिवाइस सुरक्षित नहीं होता है।
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इस तरह कर सकते हैं बचाव (Tips To Be Safe)
द इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2024 के पहले 6 महीनों में ही बैंगलोर के लोगों ने 845 करोड़ रुपये साइबर ठगी की वजह से गंवा दिए। साइबर ठगी के 9260 कुल मामलों में सबसे अधिक मामले क्रेडिट और डेबिट कार्ड से हुए फ्रॉड के थे। अधिकतर लोगों का कहना था कि ऑनलाइन ट्रांजेक्शन से पहले उन्होंने पब्लिक वाईफाई का इस्तेमाल किया था। पब्लिक वाईफाई का इस्तेमाल जितना हो सके कम करें। इतना ही नहीं, अगर पब्लिक वाईफाई का इस्तेमाल कर रहे हैं तो VPN का इस्तेमाल जरूर करें। IOS डिवाइस सेफ्टी के मामले में एंड्राइड से बेहतर साबित हुए हैं।
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पवन कुमार मिश्रा Timesnowhindi.com के साथ फरवरी 2024 से बतौर सीनियर कॉपी एडिटर के रूप में जुड़े हैं। जन्म दिल्ली में हुआ और शिक्षा भी यहीं से पूरी की ह...और देखें
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