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Karwa Chauth 2025 Sargi Time: कितने बजे तक आज सरगी कर सकते हैं? जानें, करवा चौथ व्रत 2025 सरगी का समय

Karwa Chauth 2025 Sargi Timing Today (करवा चौथ व्रत सरगी की थाली लिस्ट) Sun Rise Timing Today (आज सूर्योदय कितने बजे होगा): आज करवा चौथ का व्रत है और इस व्रत की शुरुआत सुबह सरगी खाकर होती है। सरगी खाने के भी अपने नियम हैं और इसे शुभ मुहूर्त में सूरज निकलने से पहले ही ग्रहण किया जाता है। देखें 10 अक्टूबर को सरगी कब तक खानी है, करवा चौथ 2025 सरगी शुभ मुहूर्त नोट करें। आज सूरज कब निकलेगा।

Karwa Chauth Sargi Time 2025

करवा चौथ सरगी टाइम 2025 (AI Generated)

Karwa Chauth 2025 Sargi Timing Today (करवा चौथ व्रत सरगी की थाली लिस्ट) Sun Rise Timing Today (आज सूर्योदय कितने बजे होगा): 10 अक्टूबर यानी आज करवा चौथ 2025 का व्रत है। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर होता है। इस व्रत का आरंभ सुबह के समय ब्रह्म मुहूर्त में सास की ओर से दी गई सरगी खाकर किया जाता है। यहां जानें 10 अक्टूबर को सरगी खाने का शुभ समय, सरगी कब करते हैं और करवा चौथ 2025 की सरगी कब तक खा लेनी है।

करवा चौथ सरगी टाइम 2025

करवा चौथ की सरगी ब्रह्म मुहूर्त में की जाती है। ऐसे में 10 अक्टूबर को करवा चौथ पर सूर्योदय से पहले ही सरगी करना है। करवा चौथ सरगी टाइम 2025 सुबह 04 बजकर 40 मिनट से 05 बजकर 30 मिनट के बीच रहेगा।

सरगी कब तक करनी है करवा चौथ 2025

10 अक्टूबर को करवा चौथ 2025 पर सूर्योदय 06:25 AM पर होगा। ध्यान दें कि ऊषा किरण से पहले ही सरगी करने की परंपरा है। यानी सुबह का उजाला होने से पहले ही इसे ग्रहण कर लें। ऐसे में 10 अक्टूबर को शुक्रवार के दिन आपको सुबह 05:30 बजे तक सरगी खा लेनी है।

करवा चौथ की सरगी में क्या खाया जाता है

अगर आप जानना चाहती हैं कि what to eat in Karwa Chauth Sargi तो करवा चौथ की सरगी में आप खीर, ड्राई फ्रूट्स, फल, मिठाई, नारियल पानी, दूध, हलवा, परांठा, सूत फेनी, चाय, मठरी, सेवईयां खा सकती हैं। हालांकि सुबह बहुत भारी खाना न खाएं, इससे दिन में प्यास लग सकती है।

सरगी कौन देता है?

सरगी को सास अपनी बहुओं को देती हैं। सरगी की शुरुआत को लेकर दो प्रमुख कथाएं प्रचलित हैं, जो इसके धार्मिक महत्व को दर्शाती हैं। पहली कथा माता पार्वती से जुड़ी है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, जब माता पार्वती ने भगवान शिव की दीर्घायु और कल्याण के लिए पहली बार करवा चौथ का व्रत रखा था, तब उनकी सास जीवित नहीं थीं। ऐसे में उनकी मां मैना देवी ने उन्हें व्रत से पहले सरगी दी थी एक विशेष थाली जिसमें पौष्टिक और शुभ खाद्य पदार्थ थे। तभी से यह परंपरा बनी कि यदि सास जीवित न हों, तो मायके से मां भी सरगी भेज सकती है।

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Srishti
Srishti Author

सृष्टि टाइम्स नाऊ हिंदी डिजिटल में फीचर डेस्क से जुड़ी हैं। सृष्टि बिहार के सिवान शहर से ताल्लुक रखती हैं। साहित्य, संगीत और फिल्मों में इनकी गहरी रूच... और देखें

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