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करवा चौथ पर प्रेग्नेंट महिलाएं कैसे करें व्रत? किन बातों का रखें ध्यान, डॉक्टर्स से जानिए क्या है उवपास का सुरक्षित तरीका

Pregnancy Me Karva Chauth Vrat Kaise Rakhe: क्या आप भी गर्भवती हैं और करवा चौथ का व्रत रख रही हैं? तो आपको बता दें कि इस दौरान आपको अपने स्वास्थ्य का काफी अधिक ध्यान रखने की जरूरत है। प्रेग्नेंसी में व्रत के दौरान आपकी मामूली सी गलती बच्चे के स्वास्थ्य पर गहरा असर डाल सकती है। गर्भवती महिलाएं कैसे करवा चौथ का व्रत रख सकती हैं, इस पर बेहतर जानकारी के लिए हमने एक्सपर्ट डॉक्टर्स से बातचीत की है। चलिए जानते हैं व्रत के दौरान किन बातों का रखें ध्यान....

प्रेग्नेंसी में करवा चौथ व्रत कैसे रखें

प्रेग्नेंसी में करवा चौथ व्रत कैसे रखें (AI- Socio Pulse)

Pregnancy Me Karva Chauth Vrat Kaise Rakhe: प्रेग्नेंसी में करवा चौथ व्रत कैसे रखें, गर्भवती महिलाओं द्वारा यह सवाल अक्सर पूछा जाता है। बता दें करवा चौथ हर विवाहित महिला के लिए एक खास दिन होता है, लेकिन अगर आप प्रेग्नेंट हैं तो यह व्रत थोड़ा अलग हो जाता है। इस पवित्र दिन पर पति की लंबी उम्र के लिए उपवास रखना जितना भावनात्मक होता है, उतना ही सावधानी का भी विषय है। डॉक्टरों और गायनेकोलॉजिस्ट का कहना है कि गर्भावस्था में लंबे समय तक भूखे रहना या पानी न पीना, डिहाइड्रेशन और लो ब्लड शुगर जैसी दिक्कतें पैदा कर सकता है। वहीं, आयुर्वेद मानता है कि उपवास का मकसद शरीर को कमजोर करना नहीं, बल्कि उसे संतुलित करना है। तो आइए जानते हैं कि अगर आप प्रेग्नेंट हैं, तो करवा चौथ का व्रत कैसे सुरक्षित तरीके से रख सकती हैं डॉक्टर और आयुर्वेद दोनों की नजर से।

प्रेग्नेंसी में करवा चौथ व्रत को लेकर डॉक्टर की सलाह

CIFAR आइवीफएस, गुरुग्राम के स्त्री रोग और IVF विशेषज्ञ डॉ. पुनीत राणा अरोड़ा के अनुसार, 'प्रेग्नेंसी के दौरान हर महिला की स्थिति अलग होती है। अगर आपको ब्लड प्रेशर, शुगर, एनिमिया या किसी तरह की हेल्थ प्रॉब्लम है, तो व्रत रखना खतरनाक हो सकता है। ऐसे में हमेशा यह सलाह दी जाती है कि व्रत रखने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें। अगर आप व्रत रखती भी हैं, तो पानी या नारियल पानी लेते रहें ताकि शरीर डिहाइड्रेट न हो।

बहुत देर तक खाली पेट रहना बच्चे के विकास पर असर डाल सकता है, इसलिए शरीर की जरूरतों को नजरअंदाज न करें। इसके अलावा, अगर प्रेग्नेंसी में शरीर में पानी की कमी हो जाती है, तो इससे भी ब्लड प्रेशर बढ़ने, पेट संबंधी समस्याएं और सिरदर्द आदि हो सकता है। लेकिन गर्भावस्था में ब्लड प्रेशर बढ़ना मां और बच्चा दोनें के लिए काफी खतरनाक हो सकता है।'

करवा चौथ की सरगी में क्या खाएं - Karwa Chauth Ki Sargi Mein Kya khayen

हेल्थ इन्फ्लूएंसर और आयुर्वेदिक डॉक्टर दिक्षा भावसार साविलिया की मानें तो मुताबिक, सरगी सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि दिनभर की ऊर्जा का आधार होती है। इसलिए इसमें हल्का लेकिन पौष्टिक खाना होना चाहिए। मूंग दाल का चीला, बेसन चीला, खिचड़ी, बादाम-केसर दूध या भीगे हुए अखरोट-खजूर जैसी चीज़ें सरगी में लेना फायदेमंद है। ठंडे, तले या रिफाइंड फूड से बचें क्योंकि ये वात और पित्त बढ़ाकर दिन में एसिडिटी या थकान का कारण बनते हैं। सुबह गर्म नींबू पानी में सेंधा नमक और चुटकीभर जीरा डालकर पीना पाचन को भी ठीक रखता है।

व्रत के दौरान ऐसे रखें खुद को एनर्जेटिक और शांत

अगर आप पूरे दिन व्रत रख रही हैं, तो खुद को ज्यादा थकाएं नहीं। डॉक्टर कहते हैं कि प्रेग्नेंसी में शरीर को आराम की जरूरत होती है, इसलिए घर के अंदर रहें और धूप या मेहनत वाले कामों से बचें। आयुर्वेद सलाह देता है कि माथे पर गुलाब जल या चंदन लगाना पित्त को शांत करता है और मन को ठंडक देता है। साथ ही, “चंद्र भेदन प्राणायाम” यानी बाईं नथुने से सांस लेना शरीर की ऊर्जा को संतुलित रखता है। भावनात्मक रूप से भी खुद को शांत और खुश रखना उतना ही जरूरी है।

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करवा चौथ का व्रत कैसे खोलते हैं
करवा चौथ का व्रत कैसे खोलते हैं (AI - Socio Pulse)

करवा चौथ का व्रत कैसे खोलते हैं - Karwa Chauth Vrat Kaise Kholte Hain

एक्सपर्ट्स की मानें तो दिनभर खाली रहने के बाद सीधे भारी खाना खाना नुकसानदेह हो सकता है। पहले 2–3 घूंट गर्म पानी में थोड़ा गुड़ या घी की बूंद डालकर पिएं, फिर 10-15 मिनट बाद हल्की खिचड़ी, दालिया या ओट्स खिचड़ी खाएं।

डॉक्टर और आयुर्वेद दोनों ही मानते हैं कि ठंडा पानी, चाय या मसालेदार खाना व्रत तोड़ने के तुरंत बाद नहीं लेना चाहिए। इससे पेट में गैस और थकान बढ़ सकती है। गर्म दूध में केसर या इलायची डालकर पीना पाचन को आराम देता है और शरीर को रिहाइड्रेट करता है।

उपवास के बाद शरीर और हार्मोन का संतुलन कैसे लौटाएं

व्रत के बाद शरीर में वात दोष बढ़ सकता है जिससे कमजोरी, मूड स्विंग या थकावट महसूस हो सकती है। आयुर्वेद के अनुसार, अगले दिन गर्म पानी में हल्दी और थोड़ा घी डालकर पीना शरीर के ऊतकों को चिकनाई देता है। सुबह नाश्ते में रागी दलिया या सूजी हलवा, दोपहर में घी और जीरा वाली खिचड़ी लें। साथ ही खजूर + घी, तिल + गुड़ और सीसीएफ (जीरा-धनिया-सौंफ) चाय कुछ दिनों तक लेना गर्भाशय और हार्मोन दोनों को संतुलित रखता है।

करवा चौथ का असली संदेश

आयुर्वेदिक डॉक्टर दिक्षा भावसार साविलिया कहती हैं 'सच्चा उपवास वही है जब प्रेम शरीर और मन दोनों को शुद्ध करे।' करवा चौथ सिर्फ त्याग का नहीं, बल्कि संतुलन और आत्म-प्रेम का प्रतीक है। इसलिए अगर आप प्रेग्नेंट हैं, तो खुद के शरीर का ध्यान रखना भी उतना ही जरूरी है जितना अपने जीवनसाथी के लिए प्रार्थना करना। परंपरा तभी सुंदर लगती है जब उसमें स्वास्थ्य का आशीर्वाद जुड़ा हो।

डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

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Vineet
Vineet Author

विनीत टाइम्स नाऊ नवभारत डिजिटल में फीचर डेस्क के साथ बतौर चीफ कॉपी एडिटर जुड़े हैं। वे मूल रूप से दिल्ली के रहने वाले हैं। इन्हें हेल्थ, फिटनेस और न्य... और देखें

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