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HIV के इलाज में बड़ी छलांग, नई सुपर एंटीबॉडी ने 98% वेरिएंट्स को किया बेअसर, वायरस को किया लगभग खत्म

Scientists Discover Super Antibody Neutralizes HIV In Hindi: वैज्ञानिकों ने HIV के इलाज में बड़ी सफलता हासिल की है। नई सुपर एंटीबॉडी ने लगभग 98% वेरिएंट्स को बेअसर कर दिया है। यह खोज HIV मरीजों के लिए उम्मीद की नई किरण बन सकती है। जानिए कैसे यह सुपर एंटीबॉडी वायरस को लगभग खत्म करने में मदद कर रही है और भविष्य में HIV इलाज का चेहरा बदल सकती है।

Scientists Discover Super Antibody Neutralizes HIV In Hindi

Scientists Discover Super Antibody Neutralizes HIV In Hindi

Scientists Discover Super Antibody Neutralizes HIV In Hindi: दुनियाभर में HIV को अब तक लाइलाज बीमारी माना जाता रहा है, लेकिन अब वैज्ञानिकों ने उम्मीद की नई किरण जगा दी है। हाल ही में हुई एक रिसर्च में वैज्ञानिकों ने ऐसी 'सुपर एंटीबॉडी' ढूंढ निकाली है, जो HIV के लगभग 98% वेरिएंट्स को बेअसर कर देती है। यानी यह वायरस के अलग-अलग रूपों को पहचानकर उन्हें खत्म करने की क्षमता रखती है। यह खोज न सिर्फ मेडिकल साइंस के लिए बड़ी छलांग है, बल्कि लाखों HIV मरीजों के लिए भी एक नई उम्मीद लेकर आई है।

वैज्ञानिकों की नई खोज बनी उम्मीद की किरण

HIV से लड़ने में सबसे बड़ी दिक्कत यह रही है कि यह वायरस लगातार अपने रूप बदलता रहता है। इसी वजह से अब तक कोई स्थायी इलाज या वैक्सीन सफल नहीं हो पाई। लेकिन वैज्ञानिकों ने अब ऐसी “सुपर एंटीबॉडी” विकसित की है जो लगभग हर रूप में मौजूद HIV वायरस को पहचान कर उसे बेअसर कर सकती है। यह खोज इंसानों में क्लिनिकल ट्रायल की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।

कैसे काम करती है यह सुपर एंटीबॉडी

रिसर्च के मुताबिक, यह नई एंटीबॉडी वायरस के उस हिस्से को निशाना बनाती है जो उसकी संरचना में सबसे ज्यादा स्थिर रहता है। इस हिस्से में बदलाव बहुत मुश्किल होता है, इसलिए वायरस इससे बच नहीं पाता। इस वजह से यह सुपर एंटीबॉडी HIV के 98% वेरिएंट्स को न्यूट्रलाइज कर देती है और वायरस को शरीर में फैलने से रोकती है।

HIV वेरिएंट्स पर असरदार साबित हुई खोज

वैज्ञानिकों ने इस सुपर एंटीबॉडी का परीक्षण कई HIV वेरिएंट्स पर किया। नतीजा चौंकाने वाला था - करीब 98% वायरस वेरिएंट्स पूरी तरह निष्क्रिय हो गए। इसका मतलब यह है कि यह एंटीबॉडी वायरस की अधिकांश प्रजातियों पर प्रभावी साबित हुई है। इससे भविष्य में एक सार्वभौमिक HIV इलाज या वैक्सीन तैयार करने की दिशा में रास्ता खुल सकता है।

इंसानों पर ट्रायल की तैयारी

अभी तक यह सुपर एंटीबॉडी प्रयोगशाला और जानवरों पर सफल रही है। वैज्ञानिक अब इंसानों पर इसके क्लिनिकल ट्रायल की तैयारी कर रहे हैं। अगर ये ट्रायल सफल रहे, तो आने वाले कुछ सालों में HIV मरीजों के लिए यह इलाज एक गेम-चेंजर साबित हो सकता है। इससे उन लोगों को भी फायदा मिलेगा जिन पर अब तक दवाइयां काम नहीं कर रही थीं।

इलाज का तरीका हो सकता है आसान और असरदार

वर्तमान में HIV मरीजों को रोजाना एंटीरेट्रोवायरल दवाइयां (ART) लेनी पड़ती हैं ताकि वायरस कंट्रोल में रहे। लेकिन सुपर एंटीबॉडी की मदद से मरीजों को बार-बार दवाइयां नहीं लेनी पड़ेंगी। यह इलाज न सिर्फ ज्यादा असरदार होगा बल्कि दवा पर निर्भरता भी घटाएगा। इससे HIV से पीड़ित लोगों का जीवन बेहतर और सामान्य हो सकेगा।

भविष्य में HIV फ्री दुनिया की उम्मीद

वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर यह सुपर एंटीबॉडी क्लिनिकल ट्रायल में सफल होती है, तो भविष्य में HIV को जड़ से खत्म करने का सपना भी सच हो सकता है। यह खोज दुनिया के उन लाखों लोगों के लिए राहत की खबर है जो सालों से इस वायरस के साथ जी रहे हैं। यह सिर्फ एक मेडिकल सफलता नहीं, बल्कि इंसानियत के लिए एक नई शुरुआत है।

नई सुपर एंटीबॉडी की खोज ने HIV के खिलाफ लड़ाई में नई उम्मीद जगाई है। 98% वेरिएंट्स पर इसका असर दिखना यह साबित करता है कि अब HIV का स्थायी इलाज संभव हो सकता है। अगर ट्रायल सफल रहे, तो बहुत जल्द HIV फ्री दुनिया का सपना हकीकत बन सकता है।

डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

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Vineet
Vineet Author

विनीत टाइम्स नाऊ नवभारत डिजिटल में फीचर डेस्क के साथ बतौर चीफ कॉपी एडिटर जुड़े हैं। वे मूल रूप से दिल्ली के रहने वाले हैं। इन्हें हेल्थ, फिटनेस और न्य... और देखें

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