डायबिटीज रोगी रोज करें इस योगासन का अभ्यास, ब्लड शुगर कंट्रोल रखने के लिए है रामबाण
Dhanurasana Benefits To Control Diabetes: अगर आपको भी डायबिटीज है और आप अपने ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखना चाहते हैं, तो धनुरासन का अभ्यास कर सकते हैं। यह ब्लड शुगर में स्पाइक को रोकने में मदद करता है, साथ ही सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है।
Dhanurasana Benefits To Control Diabetes
Dhanurasana Benefits To Control Diabetes: शरीर में ब्लड शुगर लेवल अगर कंट्रोल में नहीं रहता है, तो इसके कारण व्यक्ति को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ब्लड शुगर लेवल सामान्य कम हो या ज्यादा, दोनों ही स्वास्थ्य के लिए बहुत गंभीर स्थितियां है। इसलिए डायबिटीज रोगियों के लिए अपने ब्लड शुगर लेवल पर नजर बनाए रखना बहुत जरूरी है। शरीर में हाई ब्लड शुगर के कारण व्यक्ति को धुंधली दृष्टि, बार-बार पेशाब आना, बहुत अधिक थकान, मुंह में सूखापन, प्यास अधिक लगना और सांस लेने में कठिनाई होने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। अच्छी बात यह है कि जीवनशैली में सुधार और अपने दैनिक रूटीन में व्यायाम को शामिल करके आप अपना ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रख सकते हैं और किसी गंभीर नुकसान से बच सकते हैं। एक्सरसाइज करने से शरीर में मौजूद अतिरिक्त ग्लूकोज शरीर द्वारा कुशलता से एनर्जी के लिए यूज होता है। इससे ब्लड शुगर में स्पाइक को रोकने में मदद मिलती है। इसलिए शारीरिक रूप से एक्टिव रहना बहुत आवश्यक है। आपको बता दें कि कुछ योगासनों का अभ्यास भी ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने में बहुत मददगार साबित हो सकता है। अगर डायबिटीज रोगी नियमित धनुरासन का अभ्यास करते हैं, तो इसे उन्हें ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखने में बहुत मदद मिल सकती है। इस लेख में हम आपको डायबिटीज में धनुरासन का अभ्यास करने के फायदे बता रहे हैं....
ब्लड शुगर कंट्रोल रखने के लिए धनुरासन करने के फायदे- Dhanurasana Benefits To Control Diabetes In Hindi
पेनक्रियाज एक्टिव करने में करे मदद
पैनक्रियाज में मौजूद बीटा सेल्स इंसुलिन हार्मोन के उत्पादन में बहुत अहम भूमिका निभाते हैं, जो डायबिटीज रोगियों के लिए बहुत आवश्यक होता है। यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखने में बहुत अहम भूमिका निभाता है।
इंसुलिन सेंसिटिविटी में होता है सुधार
जब आप धनुरासन का अभ्यास करते हैं, तो इससे इंसुलिन रेजिस्टेंस कम होता है सेंसिटिविटी में सुधार होता है। इससे भोजन प्राप्त ग्लूकोज धीरे-धीरे शरीर में यूज होता रहता है और स्पाइक नहीं करता।
मेटाबॉलिज्म बढ़ाए
हमारा मेटाबॉलिज्म जितनी अधिक कुशलता से काम करता है, उतना अधिक हम कैलोरी बर्न करते हैं और एनर्जी खर्च करते हैं। यह डायबिटीज रोगियों में ब्लड शुगर स्पाइक को कंट्रोल करता है।
वजन घटाने में करे मदद
इस आसन का अभ्यास करने से पेट दुरुस्त रहता है। यह पेट के आसपास जमा जिद्दी चर्बी को कम करने में भी मदद करता है। यह आपकी वजन घटाने में सहायता करता है, जो डायबिटीज रोगों के लिए नुकसानदायक होता है।
लेकिन ध्यान रखें कि इस आसन का अभ्यास आपको एक्सपर्ट के मार्गदर्शन और सलाह पर ही करना चाहिए।
डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
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