Climate Change के कारण अंटार्कटिका से उठ सकती है भयंकर सुनामी, नई स्टडी में दावा

18 मई को नेचर कम्युनिकेशंस पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, जलवायु परिवर्तन के कारण महासागरों का गर्म होना फिर से सुनामी का कारण बन सकता है।

Updated May 26, 2023 | 03:34 PM IST

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कैसे जलवायु परिवर्तन ला सकता है सुनामी

Climate Change: जलवायु परिवर्तन यानी मुसीबत का दूसरा नाम। अगर अभी लगभग पूरे भारत को परेशान कर रही हीटवेब पर्याप्त सबूत प्रमाण नहीं है, तो एक नया अध्ययन एक खतरनाक स्थिति की ओर संकेत दे रहा है। एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि जलवायु परिवर्तन अंटार्कटिका में पानी के नीचे भूस्खलन की वजह बनकर दक्षिणी महासागर में जबरदस्त सुनामी का कारण बन सकता है। वैज्ञानिकों ने समुद्र तल के नीचे तलछट कोर में अध्ययन कर पाया कि पिछले जलवायु परिवर्तन (3 मिलियन और 15 मिलियन वर्ष पूर्व) के दौरान ढीली तलछट परतें बनीं और फिर दक्षिण अमेरिका, न्यूजीलैंड और दक्षिण पूर्व एशिया की ओर बढ़ने के लिए विशाल सुनामी पैदा की।

कैसे जलवायु परिवर्तन ला सकता है सुनामी

18 मई को नेचर कम्युनिकेशंस नामक पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, जलवायु परिवर्तन के कारण महासागरों का गर्म होना फिर से इसी तरह की सुनामी का कारण बन सकता है। यूके में प्लायमाउथ विश्वविद्यालय के जेनी गैलेस ने एक बयान में कहा कि सबमरीन भूस्खलन सुनामी की वजह बनने के साथ ही एक प्रमुख भू-खतरा है, जिससे भारी नुकसान हो सकता है।

लाखों साल पहले अंटार्कटिका में हुआ था भूस्खलन

बयान में कहा गया है कि हमारे निष्कर्ष इस बात पर प्रकाश डालते हैं कि वैश्विक जलवायु परिवर्तन कैसे इन क्षेत्रों की स्थिरता और भविष्य की सुनामी की संभावना को प्रभावित कर सकता है, इस बारे में हमारी समझ को बढ़ाने की तुरंत जरूरत है। भूस्खलन लाखों साल पहले अंटार्कटिका में हुआ था जब अतीत में महासागर गर्म हो गए थे। गर्म पानी की वजह से शैवाल प्रस्फुटन खत्म होने से समुद्र तल फिसलन भरी तलछट से भर गया था जिससे भूस्खलन हुआ था। हालांकि, इन भूस्खलनों का सटीक कारण अभी अज्ञात है। वैज्ञानिकों का मानना है कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण ग्लेशियर की बर्फ का पिघलना सबसे संभावित कारण रहा होगा।

फिर से आ सकती है पुरानी स्थिति

जब बर्फ की चादरें सिकुड़ गईं और पीछे हट गईं, तो पृथ्वी की टेक्टोनिक प्लेटें ऊपर की ओर पलटने लगीं। बदले में इसने उन भूकंपों को शुरू किया जो सुनामी पैदा करने वाले भूस्खलन का कारण बनते थे। वैज्ञानिकों की चिंता है कि अगर वे ग्लेशियरों के पिघलने के कारण सुनामी आने की अपने स्टडी को लेकर सही हैं, तो हम जलवायु परिवर्तन के कारण ऐसी ही स्थिति का फिर सामना कर सकते हैं।
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