Rang ji Mandir Vrindavan: उत्तर भारत में दक्षिण की बेजोड़ कला का नमूना है वृंदावन का ये मंदिर, पूजा और परंपरा की शैली भी है बहुत खास
Rang ji Mandir Vrindavan: वृंदावन में बना है दक्षिण भारतीय शैली का रंगनाथ जी मंदिर। दक्षिण भारतीय परंपरा के अनुसार होती है पूजा अर्चना। हर वर्ष ब्रह्मोत्सव में उमड़ती है भक्ताें की भीड़। मंदिर का द्वार जिसे गोपुरम कहते हैं और दूर से ही आकर्षित। मंदिर की वास्तु कला मनमोहने वाली है।
वृंदावन स्थित रंगनाथ मंदिर
- बांके बिहारी मंदिर के बहुत नजदीक है रंग जी मंदिर
- दक्षिण भारतीय परंपरा से होती है मंदिर में पूजा
- द्रविण शैली के मंदिर की अद्भुत है वास्तु कला
मंदिर का इतिहास
द्रविड़ शैली में बने रंगनाथ जी मंदिर का निर्माण सेठ लखमीचंद के भ्राता सेठ गोविंद दास और राधाकृष्ण दास ने कराया था। यह मंदिर उनके गुरु आचार्य स्वामी रंगाचार्य द्वारा दिए गए मद्रास के रंगनाथ मंदिर की शैली के नक्शे के आधार पर बनाया गया था। मंदिर में एक सुंदर सरोवर और एक बाग भी है। भगवान रंगनाथ के सामने 60 फीट उंचा और करीब बीस फीट भूमि के भीतर धंसा हुआा स्वर्ण का एक ध्वज स्तंभ बना हुआ है। यहां एक संग्राहलय भी स्थित हैं जिसमें स्वर्ण प्रतिमाएं रखी गयी हैं। मंदिर का मुख्य द्वार 93 फीट उंचे मंडप से ढका हुआ है। मंदिर में ही एक विशाल रथ रखा हुआ है।
मंदिर के महोत्सव
मंदिर में प्रतिवर्ष ब्रह्मोत्सव के रूप में बड़ा आयोजन होता है। ये चैत्र माह में आयोजि होता है। ब्रह्मोत्सव दस दिन तक चलता है। प्रतिदिन मंदिर से भगवार रंगनाथ के श्री विग्रह को रथ में ले जाया जाता है। हजारों भक्त रस्सियों से रथ को खींचते हैं। उस दिन अष्टधातु की मूर्ति रथ के मध्य विराजित की जाती है। वहीं पौष पुत्रदा एकादशी पर भगवान रंगनाथ गर्भग्रह से बाहर निकल कर भक्तों को दर्शन देते हैं। ध्यान रखें कि मंदिर भ्रमण के दौरान आप गर्भगृह में तस्वीरें नहीं ले सकते।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
अक्टूबर 2017 में डिजिटल न्यूज़ की दुनिया में कदम रखने वाला टाइम्स नाउ नवभारत अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। अपने न्यूज चैनल टाइम्स नाउ नवभारत की सोच ए...और देखें
Mokshada Ekadashi Parana Time 2024: मोक्षदा एकादशी व्रत का पारण कब किया जाएगा, यहां जानिए व्रत खोलने की विधि
मेष वार्षिक राशिफल 2025 (Aries Yearly Horoscope): जानिए, मेष राशि वालों की आर्थिक, स्वास्थ्य, पारिवारिक और लव लाइफ के लिए कैसा रहेगा नया साल
Aaj Ka Panchang 12 December 2024: पंचांग से जानिए मोक्षदा एकादशी के पारण का समय, कब से कब तक रहेगा राहुकाल
Annapurna Jayanti Kab Hai 2024: इस दिन मनाई जाएगी अन्नपूर्णा जयंती, यहां जानिए सही तिथि, महत्व
Raksha Bandhan 2025 Date: अगले साल रक्षा बंधन का त्योहार कब मनाया जाएगा, नोट कर लें सही तारीख और मुहूर्त
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited