Kalashtami October 2025 Date: हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी मनाया जाता है। ये पर्व काल भैरव को समर्पित है। भगवान भैरव, भगवान शिव का उग्र रूप हैं और वे समय, भय, तंत्र, और रक्षक देवता के रूप में पूजे जाते हैं। यह दिन नकारात्मक शक्तियों, शत्रु बाधा, भय, और कष्टों से मुक्ति के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। भैरव बाबा की कृपा से व्यक्ति को मानसिक शांति, सुरक्षा और विजय की प्राप्ति होती है। अक्टूबर महीने की कालाष्टमी कब है, ये आप यहां से जान सकते हैं।
वैदिक पंचांग के अनुसार, 13 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 24 मिनट पर कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत होगी। वहीं, 14 अक्टूबर को सुबह 11 बजकर 09 मिनट पर अष्टमी तिथि का समापन होगा। 13 अक्टूबर को कालाष्टमी मनाई जाएगी।
सुबह उठकर और स्नान करके शुद्ध वस्त्र धारण किए जाते हैं और भगवान भैरव की मूर्ति या चित्र की विधिवत पूजा की जाती है। पूजन में काले तिल, सरसों का तेल, धूप, दीप, नींबू, काले कपड़े, नारियल व भोग अर्पित किया जाता है। विशेष रूप से कुत्ते (जो भैरव जी के वाहन माने जाते हैं) को भोजन कराना शुभ माना जाता है। रात्रि के समय भैरव चालीसा, भैरव अष्टक, या ॐ भैरवाय नमः मंत्र का जाप करने से विशेष फल प्राप्त होता है। मान्यता है कि इस दिन उपवास रखकर विधिपूर्वक पूजा करने से नकारात्मक ऊर्जा, भय, रोग व शत्रु बाधा से मुक्ति मिलती है।
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