अयोध्या में राम मंदिर की खुदाई में मिले प्राचीन मंदिर के अवशेष, मूर्तियां-स्तंभ मिलने पर चंपत राय का ट्वीट

Ram Mandir News: राम मंदिर परिसर में इन अवशेषों को लोगों के दर्शन के लिए रखा गया है। मंदिर का निर्माण कार्य अपने अंतिम दौर में है। मंदिर में लगे शिलालेखों, स्तंभों एवं मूर्तियों को सजीव एवं उद्भुत रूप देने के लिए काम हो रहा है। समझा जाता है कि गर्भ गृह में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होने से पहले इसे पूरा कर लिया जाएगा।

Ram Mandir : अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में है लेकिन इसी दौरान मंदिर में खुदाई के दौरान प्राचीन मंदिर के अवशेष मिले हैं। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के सचिव चंपत राय ने इस बारे में एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया है। राय ने बुधवार को मूर्तियों, स्तंभों एवं पत्थरों की एक तस्वीर शेयर करते बताया कि राम जन्मभूमि पर खुदाई में प्राचीन मंदिर के अवशेष मिले हैं। इसमें अनेक मूर्तियां और स्तंभ शामिल हैं।

अंतिम चरण में है राम मंदिर का निर्माण कार्य

हालांकि इन अवशेषों के बारे में और कोई विवरण या जानकारी नहीं दी गई है। मंदिर परिसर में इन अवशेषों को लोगों के दर्शन के लिए रखा गया है। मंदिर का निर्माण कार्य अपने अंतिम दौर में है। मंदिर में लगे शिलालेखों, स्तंभों एवं मूर्तियों को सजीव एवं उद्भुत रूप देने के लिए काम हो रहा है। समझा जाता है कि गर्भ गृह में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होने से पहले इसे पूरा कर लिया जाएगा।

जनवरी में गर्भ गृह में विराजेंगे राम लला

राम मंदिर के गर्भ गृह में राम लला को विराजमान करने से पहले 17 जनवरी से वैदिक परंपराओं के अनुरू पूजा-पाठ शुरू का कार्यक्रम शुरू हो जाएगा। न्यास की तैयारी 21-22 जनवरी को गृह गृह में राम लला की मूर्ति प्रतिष्ठापित करने की है। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए न्यास की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को न्योता भेजा गया है। बताया जाता है कि जनवरी से राम मंदिर को दर्शन के लिए खोल दिया जाएगा।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | देश (india News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |

टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल author

अक्टूबर 2017 में डिजिटल न्यूज़ की दुनिया में कदम रखने वाला टाइम्स नाउ नवभारत अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। अपने न्यूज चैनल टाइम्स नाउ नवभारत की सोच ए...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited