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टाइफाइड और साल्मोनेला के खिलाफ नई वैक्सीन बनी उम्मीद की किरण, पहले ट्रायल में दिखाए शानदार रिजल्ट

Vaccine For Typhoid And Invasive Salmonella Shows Promise: टाइफाइड और साल्मोनेला से लड़ने के लिए नई वैक्सीन ने पहला चरण पास कर लिया है। रिसर्च के मुताबिक, इस वैक्सीन ने शानदार परिणाम दिखाए हैं और भविष्य में यह गंभीर संक्रमणों से बचाव की बड़ी उम्मीद बन सकती है। जानिए इस वैक्सीन के ट्रायल और फायदे के बारे में विस्तार से।

Vaccine For Typhoid And Invasive Salmonella Shows Promise

Vaccine For Typhoid And Invasive Salmonella Shows Promise:

Vaccine For Typhoid And Invasive Salmonella Shows Promise: टाइफाइड और साल्मोनेला जैसी खतरनाक बीमारियों से लड़ाई में अब एक नई उम्मीद जग चुकी है। हाल ही में वैज्ञानिकों ने एक ऐसी वैक्सीन विकसित की है, जिसने पहले चरण के ट्रायल में शानदार नतीजे दिए हैं। यह वैक्सीन इन दोनों इंफेक्शन्स के खिलाफ मजबूत इम्यून रेस्पॉन्स पैदा करती है, जिससे आने वाले समय में लाखों लोगों की जान बचाई जा सकती है। टाइफाइड अभी भी दुनिया के कई हिस्सों में जानलेवा बीमारी बनी हुई है, खासकर उन देशों में जहां स्वच्छ पानी और हाइजीन की कमी है। आइए जानते हैं इस वैक्सीन से जुड़ी खास बातें।

पहली बार हुआ संयुक्त वैक्सीन पर सफल ट्रायल

वैज्ञानिकों ने एक ही वैक्सीन तैयार की है जो टाइफाइड और इनवेसिव साल्मोनेला दोनों से सुरक्षा दे सकती है। ये ट्रायल यूनाइटेड किंगडम में किया गया और इसमें शामिल वॉलंटियर्स पर वैक्सीन ने सुरक्षित और सकारात्मक असर दिखाया। विशेषज्ञों का कहना है कि यह वैक्सीन ‘डुअल प्रोटेक्शन’ देने वाली पहली वैक्सीन साबित हो सकती है।

फेज-1 ट्रायल के नतीजे रहे बेहद उत्साहजनक

फेज-1 ट्रायल में इस वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभावशीलता की जांच की गई। सभी प्रतिभागियों में वैक्सीन ने अच्छे एंटीबॉडी लेवल बनाए, और किसी को भी गंभीर साइड इफेक्ट नहीं हुए। ये नतीजे बताते हैं कि आगे के चरणों में भी यह वैक्सीन बड़ी उम्मीदें जगाने वाली है।

क्या हैं टाइफाइड और साल्मोनेला संक्रमण

टाइफाइड एक गंभीर बैक्टीरियल इंफेक्शन है जो 'Salmonella Typhi' बैक्टीरिया से होता है। वहीं, 'Invasive Non-Typhoidal Salmonella (iNTS)' भी कई देशों में गंभीर संक्रमण फैलाता है, जिससे बच्चों और बुजुर्गों में जान का खतरा बढ़ जाता है। दोनों बीमारियां मुख्य रूप से दूषित पानी और भोजन से फैलती हैं।

गरीब देशों के लिए गेम चेंजर साबित हो सकती है वैक्सीन

डॉक्टरों के मुताबिक, यह वैक्सीन खासतौर पर उन देशों के लिए बड़ी राहत साबित हो सकती है जहां साफ पानी और मेडिकल सुविधाओं की कमी है। टाइफाइड हर साल लाखों लोगों को प्रभावित करता है, और नई वैक्सीन आने से संक्रमण को जड़ से खत्म करने में मदद मिलेगी।

आगे क्या हैं अगले कदम

अब इस वैक्सीन का फेज-2 और फेज-3 ट्रायल बाकी है, जो बड़े स्तर पर किए जाएंगे। अगर ये ट्रायल भी सफल रहते हैं, तो आने वाले कुछ वर्षों में यह वैक्सीन बाजार में उपलब्ध हो सकती है। शोधकर्ताओं का मानना है कि इससे टाइफाइड जैसी बीमारियों पर वैश्विक स्तर पर नियंत्रण पाया जा सकेगा।

वैज्ञानिकों ने जताई बड़ी उम्मीद

ट्रायल में शामिल विशेषज्ञों का कहना है कि इस वैक्सीन ने अब तक के परिणामों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। उनका मानना है कि यह एक ऐसा कदम है जो आने वाले वर्षों में वैश्विक स्वास्थ्य के लिए नया अध्याय खोल सकता है।

टाइफाइड और साल्मोनेला जैसी बीमारियों से लड़ाई में यह नई वैक्सीन उम्मीद की किरण बनकर उभरी है। अगर आने वाले चरणों में भी इसके नतीजे इतने ही मजबूत रहे, तो यह वैक्सीन दुनियाभर के लाखों लोगों के लिए जीवन रक्षक साबित हो सकती है। विज्ञान और चिकित्सा की दुनिया में यह एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है।

डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

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Vineet
Vineet Author

विनीत टाइम्स नाऊ नवभारत डिजिटल में फीचर डेस्क के साथ बतौर चीफ कॉपी एडिटर जुड़े हैं। वे मूल रूप से दिल्ली के रहने वाले हैं। इन्हें हेल्थ, फिटनेस और न्य... और देखें

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