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Magicbricks Report: 1-2 BHK फ्लैट की मांग 54% तक बढ़ी, मुंबई समेत इन शहरों में कीमतों में तेज बढ़ोतरी

प्रॉपइंडेक्स Q3 2025 की रिपोर्ट से पता चलता है कि भारत का रियल एस्टेट मार्केट, अफोर्डेबल हाउसिंग, बुनियादी ढांचे के विस्तार और खरीदारों की बदलती आकांक्षाओं के साथ ग्रोथ के नए चरण में प्रवेश कर रहा है।

रियल एस्टेट

रियल एस्टेट

भारतीय रियल एस्टेट मार्केट में अच्छी तेजी है। घरों की मजबूत मांग के चलते कीमतें बढ़ी हैं। रियल एस्टेट मार्केट में सबसे ज्यादा 1-2 BHK फ्लैट की मांग है। भारत के अग्रणी रियल एस्टेट प्लेटफॉर्म, मैजिकब्रिक्स की जुलाई-सितंबर 2025 की प्रॉपइंडेक्स रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है। रिपोर्ट के अनुसार, अफोर्डेबल घरों की चुनौतियों के बावजूद, तिमाही में मांग 3.1% QoQ तक बढ़ी, क्योंकि खरीदार तेजी से छोटे घरों की ओर रुख कर रहे हैं। 1-2 BHK इकाइयों की हिस्सेदारी कुल मांग का 54% तक बढ़ गई, जिससे दो साल की गिरावट उलट सस्ते घरों पर फिर से ध्यान केंद्रित किया है।

सप्लाई घटने और मांग बढ़ने से कीमत बढ़ी

नए घरों की सप्लाई में मामूली 1% QoQ (–4.5% YoY) की वृद्धि हुई है। वहीं, कीमतों में लगातार वृद्धि जारी रही। पुणे (+41.4% YoY), मुंबई (+29.6% YoY) और ग्रेटर नोएडा (+27.3% YoY) में मजबूत मांग और सीमित नए लॉन्च के कारण सबसे तेज वार्षिक मूल्य वृद्धि दर्ज की गई। गौरतलब है कि निर्माणाधीन घरों की कीमतें तैयार घरों की तुलना में अधिक थीं, पुणे में अंडर कंस्ट्रक्शन घरों की कीमतें +29.1% QoQ बढ़ीं, जबकि रेडी टू मूव घरों की कीमतें +15.8% बढ़ीं। दिल्ली NCR बाजार में दिल्ली की मांग +10.3% QoQ के साथ सबसे आगे रही, इसके बाद नोएडा (+6.3% QoQ) और ग्रेटर नोएडा (+3.8% QoQ) रहे, जिन्हें द्वारका एक्सप्रेसवे और RRTS कॉरिडोर जैसी बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं से बढ़ावा मिला।

मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) में सप्लाई में (मुंबई –9.7% QoQ, नवी मुंबई –10.7% QoQ) कमी के बावजूद, खरीदारों की गतिविधि लगातार बनी रही, जिससे कीमतों में तेजी आई। दक्षिण में, बेंगलुरु ने +5.9% QoQ की मांग और +3.9% QoQ की कीमतों में वृद्धि के साथ अपनी विकास गति बनाए रखी, जबकि चेन्नई में मांग में –5.4% QoQ की गिरावट आई, जबकि नए लॉन्च ने आपूर्ति को +1.9% QoQ तक बढ़ा दिया।

छोटे और मिड-सेगमेंट घर की पकड़ हुई मजबूत: सुधीर पाई

मैजिकब्रिक्स के सीईओ सुधीर पाई ने कहा, “जुलाई-सितंबर 2025 की तिमाही ने छोटे और मिड-सेगमेंट घरों की ओर रियल एस्टेट का मार्केट शिफ्ट हुआ है। इससे माइक्रो मार्केट में तेजी आई है। रियल एस्टेट बाजार में एक बड़ा बदलाव नजर आ रहा है। सस्ते घरों की कमी खरीदारों की पसंद और व्यवहार को प्रभावित कर रही है। वहीं, बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और बदलती जरूरतें कुछ खास इलाकों में घरों की मांग बढ़ा रही हैं। ऐसे डेवलपर जो सस्ते और आरामदायक घर दोनों उपलब्ध कराते हैं, वही भविष्य में स्थायी आवास विकास की दिशा तय करेंगे।”

अफोर्डेबल हाउसिंग की मांग फिर बढ़ी

प्रॉपइंडेक्स Q3 2025 के निष्कर्षों से पता चलता है कि भारत का रियल एस्टेट मार्केट, अफोर्डेबल हाउसिंग, बुनियादी ढांचे के विस्तार और खरीदारों की बदलती आकांक्षाओं के साथ ग्रोथ के नए चरण में प्रवेश कर रहा है। जैसे-जैसे छोटे घरों को मांग बढ़ रही है, अंडर कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट, प्रीमियम आकर्षित कर रही हैं। मांग और आपूर्ति के बीच संतुलन गति को बनाए रखना महत्वपूर्ण रहेगा। आगे रियल एस्टेट मार्केट इन्वेस्टर ड्रिवन की जगहर एंड यूजर्स से अधिक प्रेरित होने की उम्मीद है, जो रियल एस्टेट को एक स्थिर और स्थायी निवेश वर्ग के रूप में स्थापित करती है।

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आलोक कुमार
आलोक कुमार Author

आलोक कुमार टाइम्स नेटवर्क में एसोसिएट एडिटर के पद पर कार्यरत हैं। इलेक्ट्रॉनिक, डिजिटल और प्रिंट मीडिया में उन्हें 17 वर्षों से अधिक का व्यापक अनुभव ह... और देखें

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