लेबनान में मंगलवार को पेजर्स में हुए विस्फोटक।
मुख्य बातें
- मंगलवार को लेबनान में पेजर्स में हुए विस्फोटक, बड़ी संख्या में लोग हुए घायल
- लेबनान का मिलिटैंट ग्रुप हिजबुल्ला के सदस्य इन पेजर्स का इस्तेमाल करते हैं
- रिपोर्टों में दावा किया गया है कि पेजर्स में विस्फोटक मोसाद ने फिट किए थे
Lebanon Pagers Explosion : लेबनान में मंगलवार को पेजर में हुए विस्फोट के बारे में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। रिपोर्टों में कहा गया है कि लेबनान के मिलिटैंट ग्रुप हिजबुल्ला ने पांच महीने पहले अपने सदस्यों के लिए 5000 पेजर्स के ऑर्डर दिए थे। ये सभी पेजर्स ताइवान निर्मित थे। इन पेजर्स में इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने थोड़ी मात्रा में विस्फोटक लगाए थे। रिपोर्टों में लेबनान के सुरक्षा अधिकारियों से यह दावा किया गया है। बता दें कि लेबनान के विभिन्न हिस्सों में पेजर में विस्फोट होने की घटनाओं में हिजबुल्ला समूह के सदस्यों एवं एक लड़की सहित कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई जबकि एक ईरानी राजदूत घायल हो गए।
कूट मैसेज आने के बाद विस्फोट
दरअसल, ईरान के समर्थन वाला यह मिलिटैंट ग्रुप इजरायल की निगरानी से बचने और आपस में बातचीत के लिए इस वायरलेस उपकरण पेजर का इस्तेमाल करता है। बताया गया कि सीरिया और लेबनान में एक साथ पेजर्स में विस्फोट हुए। सीरिया में करीब 100 पेजर्स में विस्फोट होने की बात कही गई है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स से बातचीत लेबनान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आरोप लगाया कि एक कूट मैसेज आने के बाद पेजर्स में विस्फोट हुए। इस कूट मैसेज ने पेजर्स में लगे विस्फोटक को एक्टिवेट कर दिया।
पेजर्स पहले गर्म हुए, फिर उनमें विस्फोट हो गया
यह घटना ऐसे समय हुई है जब लेबनान सीमा पर तनाव बढ़ा हुआ है। इजराइली सेना ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। हिजबुल्ला के एक अधिकारी ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि समूह द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले ‘हैंडहेल्ड पेजर’ के नये ब्रांड पहले गर्म हुए, फिर उनमें विस्फोट हो गया। अधिकारी ने बताया कि इसमें उसके कम से कम दो सदस्यों की मौत हो गई और अन्य घायल हो गए। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री फिरास अबियाद ने कहा कि कम से कम आठ लोग मारे गए और 2,750 घायल हुए हैं तथा घायलों में से 200 की हालत गंभीर है।
ईरानी राजदूत भी हुए घायल
ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी इरना ने कहा कि देश के राजदूत मोजतबा अमानी पेजर में विस्फोट होने से मामूली रूप से घायल हो गए और उनका अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। सोशल मीडिया और स्थानीय मीडिया में बेरूत के दक्षिणी उपनगरों से प्रसारित तस्वीरों और वीडियो में लोगों को फुटपाथ पर लेटे हुए दिखाया गया है जिनके हाथों पर या पैंट की जेबों के पास घाव थे। हिजबुल्ला नेता हसन नसरल्लाह ने पहले समूह के सदस्यों को सेलफोन न रखने की चेतावनी देते हुए कहा था कि उनका इस्तेमाल इजराइल द्वारा उनकी गतिविधियों पर नजर रखने और लक्षित हमले करने के लिए किया जा सकता है। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी अस्पतालों को आपातकालीन रोगियों को भर्ती करने के लिए सतर्क रहने और पेजर रखने वालों से खुद को पेजर से दूर रखने को कहा है। मंत्रालय ने स्वास्थ्य कर्मियों से वायरलेस उपकरणों का उपयोग करने से बचने को भी कहा है।
अस्पताल ने लोगों से रक्तदान की अपील की
क्षेत्र के अस्पतालों में ‘एपी’ के फोटोग्राफरों ने कहा कि आपातकालीन कक्ष रोगियों से भरे हुए थे, उनमें से कई के अंगों में चोटें थीं, कुछ की हालत गंभीर थी। सरकारी ‘नेशनल न्यूज एजेंसी’ ने कहा कि दक्षिणी लेबनान, पूर्वी बेका घाटी और बेरूत के दक्षिणी उपनगरों के अस्पतालों ने लोगों से रक्त दान करने का आह्वान किया है। इन इलाकों में हिजबुल्ला की अच्छी मौजूदगी है। समाचार एजेंसी ने बताया कि बेरूत के दक्षिणी उपनगरों और अन्य क्षेत्रों में "उन्नत तकनीक का उपयोग करके पेजर में विस्फोटित किया गया और सैकड़ों लोगों के घायल होने की सूचना मिली है।" हिजबुल्ला अधिकारी ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर यह जानकारी दी क्योंकि उन्हें मीडिया से बात करने की अनुमति नहीं थी। उन्होंने कहा कि विस्फोट "एक अभियान का परिणाम थे जिसके तहत उपकरणों को निशाना बनाया गया।"
लिथियम बैटरी जब ज़्यादा गरम हो जाती है
अधिकारी ने कहा, "इस सुरक्षा घटना के पीछे दुश्मन (इजराइल) का हाथ है।" उन्होंने कहा कि हिजबुल्ला के सदस्यों के पास जो नये पेजर थे, उनमें लिथियम बैटरी थी जो संभवत: फट गई। लिथियम बैटरी जब ज़्यादा गरम हो जाती है, तो धुआं छोड़ती है, पिघलती है और यहां तक कि उसमें आग भी लग जाती है। रिचार्जेबल लिथियम बैटरी का इस्तेमाल सेलफ़ोन और लैपटॉप से लेकर इलेक्ट्रिक कारों तक में किया जाता है। यह घटना लेबनान और इजराइल के बीच बढ़ते तनाव के बीच हुई है। इजराइल और गाजा में हिजबुल्ला के सहयोगी हमास के बीच युद्ध जारी है। इस पृष्ठभूमि में लेबनान के चरमपंथी समूह हिजबुल्ला और इजराइली सेना के बीच 11 महीने से ज़्यादा समय से लगभग रोज़ाना झड़पें हो रही हैं। झड़पों में लेबनान और इजराइल में में सैकड़ों लोग मारे गए हैं और सीमा के दोनों ओर हज़ारों लोग विस्थापित हुए हैं।