एलन मस्क ने फिर उठाया ISS का मुद्दा, बोले- इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन को पृथ्वी की कक्षा से किया जाए बाहर; जानिए क्या है कारण
Elon Musk: मस्क ने एक बार फिर ISS की दीर्घकालिक सुरक्षा पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। एलन मस्क ने स्पेसएक्स की चल रही भागीदारी के बावजूद 2 साल के भीतर इसे कक्षा से हटाने का आह्वान किया है।

2 साल के भीतर ISS को पृथ्वी की कक्षा से किया जाए बाहर: एलन मस्क
International Space Station: एलन मस्क ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की दीर्घकालिक सुरक्षा पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। मस्क ने घटकों की पुरानी स्थिति का हवाला देते हुए और स्पेसएक्स की चल रही भागीदारी के बावजूद 2 साल के भीतर इसे कक्षा से हटाने का आह्वान किया है। मस्क ने कहा कि अंतरिक्ष स्टेशन की दीर्घकालिक सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं हैं। इसके कुछ हिस्से बहुत पुराने हो रहे हैं और समय के साथ यह जोखिम बढ़ता जा रहा है। मस्क ने एक्स पर लिखा कि हालांकि स्पेसएक्स अंतरिक्ष यात्रियों और कार्गो को आईएसएस तक पहुंचाने से अरबों डॉलर कमाता है फिर भी मैं यह सिफारिश करना चाहूंगा कि इसे दो साल के भीतर कक्षा से हटा दिया जाए।
एक्सिओम मिशन की सुरक्षा और अखंडता ISRO की प्राथमिकताएं
इस बीच, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) एक्सिओम स्पेस, नासा और स्पेसएक्स के साथ मिलकर काम कर रहा है ताकि आईएसएस ज़्वेज़्दा मॉड्यूल अवलोकन के कारण एक्स-4 में देरी की समस्या का जिम्मेदारी से समाधान किया जा सके जो मस्क की कंपनियों सहित भारत और अग्रणी वैश्विक अंतरिक्ष एजेंसियों के बीच बढ़ते सहयोग को दर्शाता है। वी नारायणन, सचिव डीओएस/अध्यक्ष इसरो और अध्यक्ष अंतरिक्ष आयोग ने कहा कि सुरक्षा और मिशन की अखंडता उनकी प्राथमिकताएं हैं। एक्स पर एक पोस्ट में इसरो ने कहा कि इसरो एक्सिओम स्पेस, नासा , स्पेसएक्स के साथ मिलकर काम कर रहा है, क्योंकि वे आईएसएस ज़्वेज़्दा मॉड्यूल अवलोकन को जिम्मेदारी से संबोधित करते हैं, जो एक्स -4 में देरी का कारण बन रहा है। सुरक्षा और मिशन की अखंडता हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है।
एक्स-4 मिशन को फिर टाला गया
बता दें, 11 जून को स्पेसएक्स ने तरल ऑक्सीजन (एलओएक्स) रिसाव की मरम्मत के लिए अतिरिक्त समय की आवश्यकता का हवाला देते हुए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए एक्स-4 मिशन के फाल्कन 9 प्रक्षेपण को स्थगित करने की घोषणा की। कंपनी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि कल के फाल्कन 9 लॉन्च से एक्स-4 को स्पेस स्टेशन पर ले जाने से रोका जा रहा है, ताकि स्पेसएक्स टीमों को पोस्ट स्टैटिक फायर बूस्टर निरीक्षण के दौरान पहचाने गए एलओएक्स लीक को ठीक करने के लिए अतिरिक्त समय मिल सके। घोषणा के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने भी एक्सिओम-4 मिशन के विलंब की पुष्टि की जिसे 11 जून 2025 को प्रक्षेपित किया जाना था, और यह आईएसएस में पहले भारतीय गगनयात्री को ले जाने वाला था।
देरी के बावजूद, एक्सिओम-4 मिशन महत्वपूर्ण बना हुआ है। एक्सिओम स्पेस के अनुसार, एक्स-4 क्रू में भारत, पोलैंड और हंगरी के सदस्य शामिल हैं, जो इतिहास में प्रत्येक देश का पहला अंतरिक्ष स्टेशन मिशन और 40 से अधिक वर्षों में दूसरा सरकारी प्रायोजित मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन है। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला 1984 के बाद से अंतरिक्ष में जाने वाले भारत के दूसरे राष्ट्रीय अंतरिक्ष यात्री होंगे। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला एक्सिओम स्पेस के चौथे निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन (एक्स-4) का हिस्सा हैं, जो नासा के साथ भारत के अंतरिक्ष सहयोग के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। एक्सिओम स्पेस के अनुसार, एक्स-4 मिशन भारत, पोलैंड और हंगरी के लिए मानव अंतरिक्ष यान की वापसी को साकार करेगा, जो 40 से अधिक वर्षों में प्रत्येक देश की पहली सरकार प्रायोजित उड़ान होगी।
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शशांक शेखर मिश्रा टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल (www.timesnowhindi.com/ में बतौर कॉपी एडिटर काम कर रहे हैं। इन्हें पत्रकारिता में करीब 5 वर्षों का अनुभव ह...और देखें

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