गर्मी में राहत या धोखा? जानिए 5 कारण क्यों न खरीदें पोर्टेबल AC
Portable AC disadvantages: आजकल मार्केट में पोर्टेबल AC को भी एक स्मार्ट और सस्ता विकल्प समझा जा रहा है। लेकिन दिखने में छोटा, कॉम्पैक्ट और इस्तेमाल में आसान लगने वाला यह प्रोडक्ट आपके लिए कितना सही है। चलिए जानते हैं।

Portable AC
Portable AC disadvantages: गर्मियों का मौसम आते ही मार्केट में एसी की मांग बढ़ जाती है। भारत के कई शहरों में खासकर दिल्ली में जब पंखा और कूलर नाकाम हो जाते हैं तो लोग एयर कंडीशनर (AC) की ओर रुख करते हैं। आजकल मार्केट में पोर्टेबल AC को भी एक स्मार्ट और सस्ता विकल्प समझा जा रहा है। लेकिन दिखने में छोटा, कॉम्पैक्ट और इस्तेमाल में आसान लगने वाला यह प्रोडक्ट कितना सही है जानते हैं। आइए जानते हैं 5 अहम कारण, क्यों पोर्टेबल AC खरीदने से पहले दो बार सोचना चाहिए।
सीमित कूलिंग कैपेसिटी
पोर्टेबल AC का सबसे बड़ा नुकसान यही है कि इसकी कूलिंग कैपेसिटी स्प्लिट या विंडो AC की तुलना में बहुत कम होती है। यह सिर्फ छोटे रूम (90–120 स्क्वायर फीट तक) के लिए ही कारगर होता है। ऐसे में यदि आप बड़े या खुली जगहों वाले कमरों के लिए इसे लेने का सोच रहे हैं तो यह सही ऑप्शन नहीं रहेगा।
ये भी पढ़ें: Tatkal टिकट बुकिंग का समय बदला? IRCTC ने दी सटीक जानकारी
ज्यादा आवाज
पोर्टेबल AC का कंप्रेसर उसी यूनिट में होता है जो कमरे में रखा जाता है, जबकि स्प्लिट AC का कंप्रेसर बाहर होता है। यही वजह है कि पोर्टेबल AC ज्यादा आवाज करता है, जो रात में नींद में खलल डाल सकता है। इसका शोर स्तर आमतौर पर 50–60 dB तक हो सकता है।
वेंटिलेशन की दिक्कत
पोर्टेबल AC को गर्म हवा बाहर निकालने के लिए एक एक्सहॉस्ट पाइप की जरूरत होती है, जिसे खिड़की या वेंट से जोड़ना होता है। अगर आपके कमरे में यह व्यवस्था नहीं है, तो पोर्टेबल AC की कूलिंग बेअसर हो जाती है। साथ ही, पाइप से हीट लीक भी हो सकती है, जिससे ठंडक कम महसूस होती है।
पावर कंजप्शन ज्यादा होता है
हालांकि पोर्टेबल AC छोटे होते हैं, लेकिन यह अपेक्षाकृत ज्यादा बिजली खर्च करते हैं। इसकी एनर्जी एफिशिएंसी स्प्लिट AC के मुकाबले कमजोर होती है। इसका मतलब है कि आपको कम कूलिंग के लिए ज्यादा बिजली का बिल चुकाना पड़ सकता है।
पानी निकासी (Drainage) की समस्या
पोर्टेबल AC से निकलने वाला कंडेंस्ड पानी एक इन-बिल्ट टैंक में इकट्ठा होता है, जिसे समय-समय पर खाली करना पड़ता है। अगर आप इसे भूल जाएं तो पानी ओवरफ्लो हो सकता है या मशीन खराब भी हो सकती है। कुछ महंगे मॉडल्स में ऑटो-ड्रेन फीचर होता है, लेकिन बजट रेंज में यह परेशानी आम है।
खरीदें या नहीं?
पोर्टेबल AC देखने में जितना आसान और पोर्टबल लगता है, असल में उतना ही सीमित और असुविधाजनक हो सकता है। अगर आप किसी ऐसी जगह रहते हैं जहां स्थायी AC लगाना संभव नहीं है (जैसे किराए का घर या बार-बार शिफ्टिंग), तो यह एक अस्थायी विकल्प हो सकता है। लेकिन यदि आपको ठंडी और बिना शोर-शराबे वाली कूलिंग चाहिए तो स्प्लिट या विंडो AC ही बेहतर विकल्प रहेगा।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) पढ़ें हिंदी में और देखें छोटी बड़ी सभी न्यूज़ Times Now Navbharat Live TV पर। यूटिलिटी (Utility-news News) अपडेट और चुनाव (Elections) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से।
विशाल मैथिल, टाइम्स नाउ नवभारत ( Timesnowhindi.com) में बतौर सीनियर कॉपी एडिटर नवंबर 2023 से जुड़ें हैं। इससे पहले वह दैनिक भास्कर, अमर उजाला मध्यप्रद...और देखें

PM Kisan Yojana: क्यों अटक सकती है किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त? जानिए कारण

EPFO Recruitment Drive: ईपीएफओ ने किया 15वें रोजगार मेले का आयोजन, युवाओं को बांटे नियुक्ति पत्र

रोज 8 घंटे चलाने पर कितनी बिजली खाएगा 1 टन का AC, जान लें हिसाब-किताब

EPS Pensions: 1000 से बढ़कर 7500 हो सकती है न्यूनतम पेंशन, ईपीएस पेंशन में जबरदस्त बढ़ोतरी की उम्मीद

FD Interest Rates: छोटे फाइनेंस बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट पर ज्यादा ब्याज क्यों देते हैं? जानिए कौन बैंक दे रहा है कितना
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited