Vishwakarma Bhagwan Ki Aarti: जय श्री विश्वकर्मा प्रभु, जय श्री विश्वकर्मा... विश्वकर्मा जयंती पर जरूर करें ये आरती

Vishwakarma Bhagwan Ki Aarti (विश्वकर्मा जयंती की आरती): 10 फरवरी 2025 को माघ महीने की विश्वकर्मा जयंती मनाई जा रही है। ऐसे में इस शुभ दिन पर भगवान विश्वकर्मा की आरती जरूर करें। यहां देखें आरती के लिरिक्स।

Vishwakarma Bhagwan Ki Aarti

Vishwakarma Bhagwan Ki Aarti

Vishwakarma Bhagwan Ki Aarti (विश्वकर्मा जयंती की आरती): विश्वकर्मा जयंती का त्योहार साल में दो बार मनाया जाता है एक बार फरवरी में तो दूसरी बार सितंबर में। फरवरी में विश्वकर्मा जयंती माघ शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाई जाती है। इस साल ये तिथि 10 फरवरी को पड़ी है। इस दिन भक्त भगवान विश्वकर्मा और श्री हरि विष्णु भगवान की विधि विधान पूजा करते हैं और साथ ही अपने काम में उपयोग होने वाली मशीनों की भी पूजा करते हैं। इस दिन की पूजा में विश्वकर्मा भगवान की आरती जरूर की जाती है। यहां देखें विश्वकर्मा जी की आरती के लिरिक्स।

Vishwakarma Jayanti Puja Vidhi And Muhurat 2025

Vishwakarma Bhagwan Ki Aarti (विश्वकर्मा जयंती की आरती)

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,

जय श्री विश्वकर्मा ।

सकल सृष्टि के करता,

रक्षक स्तुति धर्मा ॥

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,

जय श्री विश्वकर्मा ।

आदि सृष्टि मे विधि को,

श्रुति उपदेश दिया ।

जीव मात्र का जग में,

ज्ञान विकास किया ॥

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,

जय श्री विश्वकर्मा ।

ऋषि अंगीरा तप से,

शांति नहीं पाई ।

ध्यान किया जब प्रभु का,

सकल सिद्धि आई ॥

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,

जय श्री विश्वकर्मा ।

रोग ग्रस्त राजा ने,

जब आश्रय लीना ।

संकट मोचन बनकर,

दूर दुःखा कीना ॥

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,

जय श्री विश्वकर्मा ।

जब रथकार दंपति,

तुम्हारी टेर करी ।

सुनकर दीन प्रार्थना,

विपत सगरी हरी ॥

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,

जय श्री विश्वकर्मा ।

एकानन चतुरानन,

पंचानन राजे।

त्रिभुज चतुर्भुज दशभुज,

सकल रूप साजे ॥

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,

जय श्री विश्वकर्मा ।

ध्यान धरे तब पद का,

सकल सिद्धि आवे ।

मन द्विविधा मिट जावे,

अटल शक्ति पावे ॥

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,

जय श्री विश्वकर्मा ।

श्री विश्वकर्मा की आरती,

जो कोई गावे ।

भजत गजानांद स्वामी,

सुख संपति पावे ॥

जय श्री विश्वकर्मा प्रभु,

जय श्री विश्वकर्मा ।

सकल सृष्टि के करता,

रक्षक स्तुति धर्मा ॥

विश्वकर्मा भगवान की आरती के बाद उन्हें लड्डू का भोग जरूर लगाएं। इसके बाद सभी में प्रसाद बांटें और खुद भी इसे ग्रहण करें।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) पढ़ें हिंदी में और देखें छोटी बड़ी सभी न्यूज़ Times Now Navbharat Live TV पर। अध्यात्म (Spirituality News) अपडेट और चुनाव (Elections) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से।

लवीना शर्मा author

धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले जम्मू-कश्मीर की रहने वाली हूं। पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट हूं। 10 साल से मीडिया में काम कर रही हूं। पत्रकारिता में करि...और देखें

End of Article
Subscribe to our daily Newsletter!

© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited