अंतरिक्ष में बना नया रिकॉर्ड, सुनीता विलियम्स को मिलाकर स्पेस स्टेशन में दर्जनभर अंतरिक्ष यात्री मौजूद; जानें क्या कुछ कर रहे
International Space Station: भारतवंशी सुनीता विलियम्स स्पेस में फंसी हुई हैं और अभी तक उनकी वापसी नहीं हो पाई है, लेकिन उनकी वापसी का प्लान पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने और उनके सहयोगी अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर ने सभी लोगों द्वारा की जा रही प्रार्थनाओं और शुभकामानाओं की सराहना की।
भारतवंशी सुनीता विलियम्स (फोटो साभार: NASA)
मुख्य बातें
- स्पेस में फंसी हैं सुनीता विलियम्स।
- अगले साल होगी सुनीता की वापसी।
- क्रू-9 मिशन के साथ वापस लौटेंगी सुनीता।
International Space Station: स्पेस में अंतरिक्ष में फंसे अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर और भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स ने शुक्रवार को कहा कि वे वापसी के लिए सभी लोगों की प्रार्थनाओं और शुभकामनाओं की सराहना करते हैं।
क्यों नहीं हो पाई वापसी?
पिछले सप्ताह बोइंग स्टारलाइनर कैप्सूल की वापसी के बाद से यह उनकी पहली सार्वजनिक टिप्पणी है। इस कैप्सूल से दोनों जून में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) गए थे। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने कैप्सूल में कुछ विसंगतियों का पता लगाया जिसके कारण धरती पर उनकी वापसी को लेकर अनिश्चतताएं पैदा हो गईं।
यह भी पढ़ें: बेहद कठिन है स्पेस स्टेशन की जिंदगी, 90 मिनट में होता है सूर्यास्त; जानें कैसे दिन काटते हैं अंतरिक्ष यात्री
ISS में कितने अंतरिक्ष यात्री हैं?
विल्मोर और विलियम्स अब स्टेशन के पूर्ण चालक दल के सदस्य हैं, जो नियमित रखरखाव और प्रयोगों में अपना योगदान देते हैं। विल्मोर और विलियम्स तथा उनके साथ मौजूद सात अन्य ने इस सप्ताह की शुरुआत में दो रूसी और एक अमेरिकी को ले गए सोयुज अंतरिक्ष यान का स्वागत किया, जिससे स्टेशन पर अस्थायी रूप से अंतरिक्ष यात्रियों की संख्या 12 हो गई, जो एक रिकॉर्ड है।
विलियम्स की वापसी का प्लान तैयार
स्टारलाइनर के दोनों परीक्षण पायलट-सेवानिवृत्त नौसेना कप्तान और लंबे समय तक नासा के अंतरिक्ष यात्री फरवरी के अंत तक परिक्रमा प्रयोगशाला में रहेंगे। उन्हें वापस लाने के लिए स्पेसएक्स कैप्सूल का इंतजार करना होगा। यह अंतरिक्ष यान इस महीने के अंत में लॉन्च होने वाला है, जिसमें वापसी के लिए विल्मोर और विलियम्स के वास्ते दो सीट खाली रखी जाएंगी।
स्टारलाइनर कैप्सूल से अंतरिक्ष यात्रियों के साथ बोइंग की पहली अंतरिक्ष उड़ान थी। छह जून को अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचने से पहले इसमें थ्रस्टर संबंधी दिक्कतें पैदा हो गईं और हीलियम लीकेज का सामना करना पड़ा। यह इस महीने की शुरुआत में न्यू मैक्सिको के रेगिस्तान में सुरक्षित रूप से उतरा, लेकिन नासा के वाणिज्यिक चालक दल कार्यक्रम में बोइंग का आगे का रास्ता अनिश्चित बना हुआ है।
अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने शटल का समय पूरा होने के एक दशक पहले अंतरिक्ष परिवहन के लिए स्पेसएक्स और बोइंग के साथ करार किया था। स्पेसएक्स 2020 से अंतरिक्ष यात्रियों को उड़ान पर ले जा रहा है।
(इनपुट: भाषा)
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | नॉलेज (knowledge News) और बजट 2024 (Union Budget 2024) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |
अनुराग गुप्ता author
टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल में बतौर सीनियर कॉपी एडिटर काम कर रहे हैं। खबरों की पड़ताल करना इनकी आदतों में शुमार हैं और यह टाइम्स नाउ नवभारत की वेबसाइट क...और देखें
End of Article
संबंधित खबरें
ऑस्ट्रेलिया से भी छोटे इस बौने ग्रह के चंद्रमा पर मौजूद है कार्बन डाइऑक्साइड; उठ सकता है चारोन के इतिहास से पर्दा
कब पूर्वी और पश्चिमी जर्मनी हुए थे एकजुट? जानें आज की तारीख का इतिहास
पृथ्वी जैसा एक छोटे ग्रह की खोज से वैज्ञानिक उत्साहित; क्या बर्नार्ड-बी में है जीवन की संभावना?
सत्य और सादगी की मिसाल का दिन, देश महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की मना रहा जयंती
गजब हो गया! सुदूर अंतरिक्ष में मंडरा रहा धूल और गैस का अनोखा नेबुला, जिसमें तैर रहे 15 लाख साल पुराने तारे
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited