9 साल में मोदी सरकार के 'नवरत्न', वो कर दिखाया जिससे दुनिया भी हैरान

हम आपको बता रहे हैं सरकार के 9 ऐसे मंत्रियों के बारे में जिन्होंने न सिर्फ काम से अपनी पहचान बनाई बल्कि मोदी सरकार को भी मजबूती दी और मशहूर हुए।

Modi Sarkar

Modi Sarkar

9 Years of Modi Sarkar: मोदी सरकार के 9 साल पूरे हो गए हैं। इस खास मौके पर कई कार्यक्रम हो रहे हैं। इन 9 वर्षों में मोदी सरकार ने कई मील के पत्थर रखे। पीएम मोदी ने देश में विकास कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने के साथ ही अंतर्राष्ट्रीय पटल पर भारत की छवि एक मजबूत देश के तौर पर स्थापित की है। पीएम के साथ ही मोदी कैबिनेट के मंत्रियों ने भी अपने काम और तरीके से खास पहचान बनाई है। हम आपको बता रहे हैं सरकार के 9 ऐसे मंत्रियों के बारे में जिन्होंने न सिर्फ काम से अपनी पहचान बनाई बल्कि मोदी सरकार को भी मजबूती दी और देश-विदेश में मशहूर हुए। इन्हें मोदी सरकार के नवरत्न कहा जाए तो गलत नहीं होगा। आइए जानते हैं इन्होंने किस अंदाज में काम किया और क्या रहीं इनकी उपलब्धियां।

अमित शाह

इस सूची में पहला नाम है गृह मंत्री अमित शाह का। पीएम मोदी के सबसे करीबी और विश्वस्त माने जाने वाले अमित शाह अपने साहसिक कदमों और बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वह सरकार का हिस्सा नहीं थे। लेकिन दूसरे कार्यकाल में पीएम मोदी ने उन्हें कैबिनेट का सबसे अहम पद दिया। अमित शाह ने गृह मंत्री के तौर पर ऐतिहासिक कार्यों को अंजाम दिया। सबसे बड़ी चुनौती जम्मू-कश्मीर थी और उन्होंने इसे सधे अंदाज में पूरा किया। जम्मू-कश्मीर को केंद्रशासित प्रदेश बनाकर एक तीर से कई शिकार किए। इस कदम से पाकिस्तान भी हक्का-बक्का रह गया। चाहे बात पूर्वोंत्तर में ऐतिहासिक पैक्ट की हो या आतंकियों-नक्सलियों से सख्ती से निपटने की, अमित शाह ने हर काम को बखूबी अंजाम दिया। आज की तारीख में वह पीएम मोदी से सबसे विश्वस्त सहयोगी हैं।

राजनाथ सिंह

मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में राजनाथ सिंह गृह मंत्री थे। लेकिन दूसरे कार्यकाल में उन्हें रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई। उन्होंने दोनों जिम्मेदारियों को सफलतापूर्व निभाया। रक्षा मंत्री के तौर पर उनकी दृढ़ता साफ नजर आती है। वह अपनी साफगोई के लिए जाने जाते हैं और इसी तर्ज पर उन्होंने पाक-चीन को भारत से न उलझने की कई बार सधे अंदाज में चेतावनी दी। पीएम मदी की तर्ज पर राजनाथ भी सैनिकों से मिलने सुदूर चले जाते हैं। उनके कार्यकाल में भारत ने कई अहम मिसाइलों का परीक्षण किया और नौ सेना व थल सेना भी बेहद मजबूत हुई है। रक्षा सौदों में भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगना साबित करता है कि वह पारदर्शिता को लेकर कितने संजीदा हैं।

एस जयशंकर

मोदी सरकार में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस पद पर रहते हुए ऐसी छाप छोड़ी कि भारत का डंका दुनिया में बजने लगा। पीएम मोदी की फॉरेन डिप्लोमेसी के बीच जयशंकर ने अपनी बेबाकी और सधे कदमों से विदेश मंत्रालय को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। विदेश सचिव के रूप में कार्य कर चुके जयशंकर को पीएम मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल में विदेश मंत्री बनाया था, वह पीएम और देश की उम्मीदों पर पूरी तरह खरे भी उतरे। बात चाहे यूक्रेन-रूस युद्ध में भारत की मुश्किल स्थिति की हो या, अमेरिका सहित अन्य देशों के साथ संबंधों की, जयशंकर ने हर काम होशियारी से निपटाया। रूस से तेल लेने के विदेशी मीडिया के मुश्किल सवालों का उन्होंने जिस चतुराई से जवाब दिया है उसकी कायल पूरी दुनिया हो गई।

नितिन गडकरी

परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का नाम नहीं बल्कि उनका काम बोलता है। देश में एक से बढ़कर एक एक्सप्रेस-वे के निर्माण का श्रेय गडकरी को ही जाता है। इन दिनों देश के कोने-कोने में राजमार्गों का निर्माण हो रहा है। इसके अलावा कई जगहों पर टनल का काम भी तेजी से हो रहा है, गडकरी ने सुनिश्चित किया है कि हर काम तेजी से हो और इसमें गुणवत्ता भी बरकरार रहे। गडकरी के कार्यकाल में ही बुंदेलखंड एक्सप्रेस, महाराष्ट्र का समृद्धि एक्सप्रेस जैसे एक्सप्रेस-वे का निर्माण हुआ है साथ ही अटल टनल जैसी सुरंग का निर्माण भी हुआ है।

अश्विनी वैष्णव

इन दिनों देश में रेलवे की कायापलट साफ दिख रहा है। इसका श्रेय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को भी जाता है। ब्यूरोक्रेट रहे इस शख्स को पीएम मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल में रेल एवं आईटी मंत्री बनाकर सभी को चौंकाया। अश्विनी पीएम की उम्मीदों पर खरे भी उतरे। उनके सामने रेलवे की दशा सुधारने का लक्ष्य था। इसे उन्होंने पूरा भी किया। चाहे बात साफ सफाई की हो या ट्रेनों की लेटलतीफी की, अश्विनी ने दोनों को ही दुरुस्त किया। देश में वंदे भारत एक्सप्रेस का नेटवर्क भी तेजी से बढ़ रहा है और इसमें उनकी मेहनत साफ झलकती है।

मनसुख मंडाविया

पीएम मोदी ने सरकार के दूसरे कार्यकाल में डॉ. हर्षवर्धन की जगह मनसुख मंडाविया को स्वास्थ्य मंत्रालय की जिम्मेदारी दी थी। मंडाविया ने अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया। कोरोना काल में उनके अथक प्रयास दिखते रहे। वे एक ऐसे मंत्री के रूप में सामने आए जिसने बात कम की और काम ज्यादा किया। उनके कार्यकाल में ही देश ने 200 करोड़ से अधिक कोरोना वायरस खुराक का निर्माण करने का रिकॉर्ड कायम किया।

निर्मला सीतारमण

मोदी सरकार में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सरकार की वित्तीय नीतियों को बखूबी आगे बढ़ाया है। वह कई वर्षों से सरकार का बजट पेश कर रही हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण स्वतंत्र भारत में लगातार 5 बार बजट पेश करने वाली छठी वित्त मंत्री हैं। उनके कार्यकाल में ही नोटबंदी जैसा अहम निर्णय लिया गया था। सीतारमण के रहते सरकार ने कई जन उपयोगी नीतियों को आगे बढ़ाया। क्रिप्टोकरेंसी समेत सरकार की कई अहम नीतियों को उन्होंने देश के सामने रखा। 2023-24 साल के बजट में नौकरीपेशा लोगों को टैक्स राहत में उनका भी योगदान है।

पीयूष गोयल

इस सरकार में पीयूष गोयल का भी अहम योगदान है। पीयूष गोयल (57) भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामलों के मंत्री हैं। पीयूष गोयल के पिता वेदप्रकाश गोयल भी बीजेपी में अहम पदों पर रहे थे। पीयूष इससे पहले रेलवे और कपड़ा मंत्रालय भी संभाल चुके हैं। मोदी सरकार का वह एक अहम चेहरा हैं और केंद्र की सरकारी योजनाओं को सामने रखते हैं। उन्हें पीएम मोदी के विश्वासपात्र मंत्रियों में से एक माना जाता है।

जितेंद्र सिंह

पीएमओ में मंत्री जितेंद्र सिंह भले ही खबरों में न रहते हों, लेकिन उनके कार्य उन्हें खास पहचान देते हैं। सरकारी कर्मचारियों के कल्याण से जुड़ी योजनाओं को वह देश के सामने रखते रहे हैं। वह मोदी सरकार के दोनों कार्यकाल में मंत्री रहे हैं और उन्हें लेकर कभी कोई विवाद भी सामने नहीं आया है। वह चुपचाप रहकर अपने कार्यों को अंजाम देते हैं। वह लगातार इस मंत्रालय को संभाल रहे हैं जो बताता है कि उन्हें पीएम मोदी का पूरा विश्वास हासिल है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | देश (india News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल

लेटेस्ट न्यूज

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited