'यह जमीन हमारे पूर्वजों की है, रजाकारों की नहीं', महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने उलेमा काउंसिल की मांगों की आलोचना की
Maharashtra Assembly Election: देवेंद्र फडणवीस ने मुस्लिम धर्मगुरुओं की संस्था उलेमा काउंसिल की मांगों को मानने के लिए महा विकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन पर निशाना साधा। फडणवीस ने कहा कि उलेमा काउंसिल ने एमवीए के सामने 17 मांगें रखी थीं, जिन्हें गठबंधन ने औपचारिक पत्र के माध्यम से स्वीकार कर लिया है।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने MVA समेत विपक्ष पर साधा निशाना
Maharashtra Assembly Election: चुनावी राज्य महाराष्ट्र में भाजपा नेता और राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुस्लिम धर्मगुरुओं की संस्था उलेमा काउंसिल की मांगों को मानने के लिए महा विकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन पर निशाना साधा। फडणवीस ने कहा कि उलेमा काउंसिल ने एमवीए के सामने 17 मांगें रखी थीं, जिन्हें गठबंधन ने औपचारिक पत्र के माध्यम से स्वीकार कर लिया है। उलेमा काउंसिल ने उन्हें समर्थन देने की घोषणा की है और उन्होंने 17 मांगें रखीं। उन्होंने (एमवीए) एक औपचारिक पत्र दिया है जिसमें कहा गया है कि हम इन 17 मांगों को स्वीकार करते हैं। अगर कोई कोई मांग रखता है तो मुझे कोई आपत्ति नहीं है; मैं सिर्फ यह सवाल करता हूं कि इनमें से कौन सी मांगें स्वीकार्य हैं। मैं आपको एक मांग बताता हूं। उन्होंने कहा कि एक मांग यह है कि 2012 से 2024 तक दंगों में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ सभी मामले खारिज किए जाने चाहिए और वापस लिए जाने चाहिए। मैं पूछना चाहता हूं कि यह किस तरह की राजनीति है? फडणवीस ने कहा कि अगर कोई पार्टी ऐसे दंगाइयों को साथ लेकर चुनाव लड़ना चाहती है और हम बंटे रहेंगे ,तो हमें काट दिया जाएगा।
फडणवीस ने सीएम योगी के नारे का किया समर्थन
धार्मिक एकता पर भाजपा के रुख पर प्रकाश डालते हुए फडणवीस ने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा गढ़े गए नारे का हवाला देते हुए कहा कि जब योगी कहते हैं कि 'बटेंगे तो कटेंगे', तो वह हमें इतिहास की याद दिला रहे हैं। फडणवीस ने कहा कि यह भूमि छत्रपति शिवाजी महाराज जैसे हमारे पूर्वजों की है, रजाकारों की नहीं। इस परिदृश्य को धर्म युद्ध (एक धार्मिक युद्ध) के रूप में संदर्भित करते हुए फडणवीस ने कहा कि हमारा धर्म युद्ध 'यतो धर्मस्ततो जयः' के सिद्धांत पर आधारित है - जहां सत्य है, वहां विजय है। उन्होंने झूठ का विरोध करने और राष्ट्रीय एकता बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया।
विपक्षी एमवीए के उलेमा काउंसिल जैसे समूहों के साथ कथित गठबंधन के जवाब में फडणवीस ने तर्क दिया कि अगर 1920 में कांग्रेस ने वंदे मातरम का केवल आधा हिस्सा गाने की मांग नहीं मानी होती, तो तब विभाजन का बीज नहीं बोया जाता। उन्होंने सुझाव दिया कि इस तरह की मिसालों ने ऐतिहासिक रूप से सांप्रदायिक विभाजन में योगदान दिया है और कहा कि इसलिए हमें धर्म युद्ध की जरूरत है - एक धार्मिक लड़ाई।
ये भी पढ़ें: 'हमने अपना रिमोट कंट्रोल नहीं दिया इसलिए आप नाराज हैं...' पीएम मोदी के बयान पर संजय राउत का पलटवार
फडणवीस ने MVA समेत विपक्ष पर साधा निशाना
फडणवीस ने एमवीए पर जिसमें कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल शामिल हैं, राजनीतिक लाभ के लिए जाति और धार्मिक विभाजन का फायदा उठाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने इस दृष्टिकोण को विभाजनकारी करार दिया और चेतावनी दी कि कांग्रेस की नीतियों का उद्देश्य ओबीसी समुदाय को विभाजित करना है, जो संभवतः कांग्रेस के सत्ता में आने पर एससी/एसटी समूहों के लिए आरक्षण को प्रभावित कर सकता है। फडणवीस के अनुसार, इन समूहों को विभाजित करने से उनका सामूहिक प्रभाव कमजोर होता है, जिससे वे एक दबाव समूह से विखंडित समुदायों में बदल जाते हैं। यह पूछे जाने पर कि अगर महायुति सत्ता में आती है तो सीएम कौन होगा, महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेन्द्र फड़णवीस ने कहा कि कोई योजना नहीं है, कोई तारीख नहीं है। हमें पूरा भरोसा है कि हम अपनी सरकार बनाएंगे। जैसे ही नतीजे आएंगे, तीनों पार्टियां एक साथ बैठेंगी और तय करेंगी कि किसे सीएम बनाया जाएगा...मैं इस प्रक्रिया में नहीं हूं। मैं अपनी पार्टी में एक क्षेत्रीय नेता हूं, यह सब राष्ट्रीय अध्यक्षों का खेल है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) पढ़ें हिंदी में और देखें चुनाव से जुड़ी सभी छोटी बड़ी न्यूज़ Times Now Navbharat Live TV पर। भारत के चुनाव (Elections) अपडेट और विधानसभा चुनाव के प्रमुख समाचार पाएं Times Now Navbharat पर सबसे पहले ।
शशांक शेखर मिश्रा टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल (www.timesnowhindi.com/ में बतौर कॉपी एडिटर काम कर रहे हैं। इन्हें पत्रकारिता में करीब 5 वर्षों का अनुभव ह...और देखें
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले BJP को एक और झटका, पूर्व विधायक जितेंद्र सिंह शंटी AAP में हुए शामिल
Delhi Assembly Election: दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने राजनीति से लिया संन्यास, नहीं लड़ेंगे चुनाव
Delhi: दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले BJP को झटका, प्रवेश रतन AAP में हुए शामिल
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में हार के बाद MNS नेता अविनाश जाधव ने दिया इस्तीफा, राज ठाकरे को भेजा पत्र
एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के CM पद के लिए BJP उम्मीदवार को दिया अपना समर्थन, बोले- स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा हमारा काम
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited